1 . सभी प्रश्नों के अंक समान है।
2 . प्रश्नों को ध्यान से पढ़कर निर्देशानुसार सही विकल्प चुनिए-
[ख] अपने गाँव जाने की इच्छा
[ग्] ईश्वर के पास जाने की इच्छा
[घ] नाव में जाने की इच्छा
| उत्तर संकेत
| |
| अपठित बोध – 10 अंक | |
I | निम्नलिखित अपठित गद्यांश को ध्यान से पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के लिए सही विकल्प चुनिए
- | 1x5=5 |
1 | [ख] विकसित देश | 1 |
2 | [घ] भावुक | 1 |
3 | [क] वैज्ञानिक | 1 |
4 | [ख] कबीरदास के | |
5 | [घ] उपर्युक्त सभी | 1 |
II | निम्नलिखित अपठित पद्यांश को ध्यान से पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के लिए सही विकल्प चुनिए - | 1x5=5 |
6 | [घ] भारत माता की मंदिर | 1 |
7 | [घ] उपर्युक्त सभी | 1 |
8 | [क] सौ-सौ आदर्शों को लेकर | 1 |
9 | [ख] पवित्र | 1 |
10 | [ख] राम और रहिम | 1 |
| व्याकरण- 16 अंक | |
III | निर्देशानुसार उत्तर दीजिए- | 1x16=16 |
[क] | निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं 4 प्रश्नों के सही उत्तर दिए गए विकल्पों से चुनिए- | 1x4=4 |
11 | [क] अति | |
12 | [ख] दिन | |
13 | [ख] इक | |
14 | [ख] मीठा + आस | |
15 | [ग] अनुमान | |
[ख] | निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं 4 प्रश्नों के सही उत्तर दिए गए विकल्पों से चुनिए- | 1x4=4 |
16 | [ग] सात दिनों का समाहार | |
17 | [ख] घोड़े पर सवार | |
18 | [घ] सत्याग्रह | |
19 | [ख] बहुव्रीहि समास | |
20 | [ख] द्वन्द्व समास | |
[ग] | निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं 4 प्रश्नों के सही उत्तर दिए गए विकल्पों से चुनिए- | 1x4=4 |
21 | [ग] उत्प्रेक्षा | |
22 | [ख] रूपक | |
23 | [क] अनुप्रास | |
24 | [क] उपमा | |
25 | [घ] मानवीकरण | |
[घ] | निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं 4 प्रश्नों के सही उत्तर दिए गए विकल्पों से चुनिए- | 1x4=4 |
26 | [क] प्रश्नवाचक वाक्य | |
27 | [घ] आज्ञावाचक वाक्य | |
28 | [ग] विस्मयादिवाचक वाक्य | |
28 | [घ] निषेधवाचक वाक्य | |
30 | [क] इच्छावाचक | |
| पाठ्य-पुस्तक -14 अंक | |
IV | निम्नलिखित पठित गद्यांश को ध्यान से पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के लिए सही विकल्प चुनिए - | 1x5=5 |
31 | [ख] ल्हासा की ओर | |
32 | [ख] किसानों ने | |
33 | [ग्] चाय पीने के लिए | |
34 | [घ] उपर्युक्त सभी | |
35 | [ख] निम्न श्रेणी के भिखमंगों को | |
V | निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर उचित विकल्प से चुनिए- | 1x2=2 |
36 | [क] मन के भावों को समझना | 1 |
37 | [घ] उपर्युक्त सभी | 1 |
VI | निम्नलिखित पठित पद्यांश को ध्यान से पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के लिए सही विकल्प चुनिए - | 1x5=5 |
38 | [ग्] रसखान | 1 |
39 | [ग] कृष्णजी का रूप धारण करना | 1 |
40 | [ग्] होंठों पर मुरली रखने से | 1 |
41 | [क] लकुटी | 1 |
42 | [ग्] गोपियाँ स्वयं कृष्ण का रूप धारण करना चाहती है | 1 |
VII | निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर उचित विकल्प से चुनिए - | 1x2=2 |
43 | [घ] जब उसके कर्म ऊँचे होते हैं | 1 |
44 | [ग्] ईश्वर के पास जाने की इच्छा | 1
|
समाप्त
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Mid Term Class 9 Hindi A Question Paper
प्रथम आवधिक परीक्षा प्रश्न-पत्र
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प्रश्न 1.नीचे दो अपठित गद्यांश दिए गाए हैं | किसी एक गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए . 5 अंक
शिशु को यदि हम राष्ट्र की अमूल्य निधि के रूप में देखना चाहते हैं तो उसे एक ऐसा आदर्श वातावरण प्रदान करना पड़ेगा,जिसमे निर्बाध गति से उसका विकास हो सके | स्वच्छ,शांत,भयमुक्त्त और स्वास्थ्यप्रद वातावरण में ही शिशु की कोमल भावनाएँ सुरक्षित रह सकती हैं | शिशु की सुकोमल भावनाओं को आघात पहुँचाना सामाजिक अपराध हैं | राष्ट्र का यह पुनीत कर्तव्य है कि वह प्रत्येक बालक को ऐसा वातावरण उपलब्ध कराए कि उसमे हीन भावना न पनपने पाए | हीन भावना से ग्रसित शिशु बड़ा होने पर समाज के प्रति अपने कर्तव्य का सही रूप से निर्वाह नहीं कर सकता |
i. शिशु को राष्ट्र की अमूल्य निधि किस प्रकार बनाया जा सकता हैं ?
क. अच्छे से खाना खिलाकर
ख. उनका शोषण कर
ग. आदर्श वातावरण प्रदान कर
घ.उनका मनोबल गिराकर
ii.राष्ट्र का पुनीत कर्तव्य क्या हैं ?
क. बालक में हीन भावना पनपने दे
ख. बालक में हीन भावना पनपने न दे
ग.शिशु को अमूल्य निधि माने
घ. भययुक्त वातावरण हो
iii.शिशु की कोमल भावनाएँ कैसे वातावरण में सुरक्षित रह सकती हैं ?
क. ठन्डे
ख. गरम
ग. वातानुकूलित
घ. स्वच्छ, शांत व स्वास्थ्यप्रद
iv.इस गद्यान्श में सामाजिक अपराध किसे माना हैं ?
क. शिशु की सुकोमल भावनाओं को आघात पहुँचाना
ख. शिशु की सुकोमल भावनाओं को आघात न पहुँचाना
ग.भययुक्त वातावरण
घ. समाज में व्याप्त अपराध
v. समाज के प्रति अपने कर्तव्य का सही रूप से निर्वाह कौन नहीं कर सकता ?
क. शारीरिक रूप से कमजोर बालक
ख. गरीब बालक
ग.हीन भावना से ग्रसित शिशु
घ.आत्मविश्वास से परिपूर्ण
अथवा
सुखी, सफल और उत्तम जीवन जीने के लिए किए गए आचरण और प्रयत्नों का नाम ही धर्म है। देश, काल और सामाजिक मूल्यों की दृष्टि से संसार में भारी विविधता है, अतएव अपने-अपने ढंग से जीवन को पूर्णता की ओर ले जाने वाले विविध धर्मों के बीच भी ऊपर से विविधता दिखाई देती है। आदमी का स्वभाव है कि वह अपने ही विचारों और जीने के तौरतरीकों को तथा अपनी भाषा और खानपान को सर्वश्रेष्ठ मानता है तथा चाहता है कि लोग उसी का अनुसरण और अनुकरण करें, अतएव दूसरों से अपने धर्म को श्रेष्ठतर समझते हुए वह चाहता है कि सभी लोग उसे अपनाएँ। इसके लिए वह ज़ोरज़बर्दस्ती को भी बुरा नहीं समझता।
धर्म के नाम पर होने वाले जातिगत विद्वेष, मारकाट और हिंसा के पीछे मनुष्य की यही स्वार्थ-भावना काम करती है। सोच कर देखिए कि आदमी का यह दृष्टिकोण कितना सीमित, स्वार्थपूर्ण और गलत है। सभी धर्म अपनी-अपनी भौगोलिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक आवश्यकताओं के आधार पर पैदा होते, पनपते और बढ़ते हैं, अतएव उनका बाह्य स्वरूप भिन्न-भिन्न होना आवश्यक और स्वाभाविक है, पर सबके भीतर मनुष्य की कल्याण-कामना है, मानव-प्रेम है। यह प्रेम यदि सच्चा है, तो यह बाँधता और सिकोड़ता नहीं, बल्कि हमारे हृदय और दृष्टिकोण का विस्तार करता अपठित गद्यांश है, वह हमें दूसरे लोगों के साथ नहीं, समस्त जीवन-जगत के साथ स्पष्ट है कि ऊपर से भिन्न दिखाई देने वाले सभी धर्म अपने मूल में मानव-कल्याण की एक ही मूलधारा को लेकर चले और चल रहे हैं।
हम सभी इस सच्चाई को जानकर भी जब धार्मिक विदवेष की आँधी में बहते हैं, तो कितने दुर्भाग्य की बात है! उस समय हमें लगता है कि चिंतन और विकास के इस दौर में आ पहुँचने पर भी मनुष्य को उस जंगली-हिंसक अवस्था में लौटने में कुछ भी समय नहीं लगता; अतएव उसे निरंतर यह याद दिलाना होगा कि धर्म मानव-संबंधों को तोड़ता नहीं, जोड़ता है इसकी सार्थकता प्रेम में ही है।
i.गदयांश के आधार पर बताइए कि धर्म क्या है?
क. मनुष्य द्वारा जीवन सफल, सुखी एवं उत्तम बनाने के लिए किया गया आचरण
ख.धार्मिक पूजा-पाठ करना
ग. सांसारिक जीवन से निवृत्त होना
घ.विभिन्न समुदायों की पूजा –पध्दति
ii.धर्म की मुख्य विशेषता क्या है ?
क. समानता
ख. विविधता
ग.संकीर्णता
घ. आध्यात्मिकता
iii.विविध धर्मों के बीच विविध प्रकार की मान्यताओं के क्या कारण हैं?
क.अपना धर्म श्रेष्ठ मानना
ख. मनुष्य के द्वारा जीवन जीने का ढंग है।
ग.धार्मिक विद्वेष
घ. भौगोलिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक आवश्यकता
iv. धर्म का मूल लक्ष्य क्या होना चाहिए?
क. आत्मकल्याण
ख. धार्मिक उत्थान
ग. धार्मिकता
घ. मानव कल्याण
v. धर्मके बारे में कौन -सा कथन असत्य है ?
क. यह मानव संबंधों को जोड़ता है
ख. यह मानव संबंधों को तोड़ता है
ग. सबके कल्याण की भावना
घ.उत्तम आचरण और प्रयत्नों का नाम ही धर्म है.
प्रश्न 2.नीचे दो अपठित पद्यांश दिए गए हैं | किसी एक पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए . 5 अंक
पूर्व चलने के बटोही, बाट की पहचान कर ले!
पुस्तकों में है नहीं, छापी गई इसकी कहानी,
हाल इसका ज्ञात होता है न औरों की जुबानी,
अनगिनत राही गए इस राह से, उनका पता क्या,
पर गए कुछ लोग इस पर, छोड़ पैरों की निशानी,
यह निशानी मूक होकर भी बहुत कुछ बोलती है,
खोल इसका अर्थ, पंथी, पंथ का अनुमान कर ले!
पूर्व चलने के बटोही, बाट की पहचान कर ले!
है अनिश्चित किस जगह पर, सरित-गिरि-गह्वरमिलेंगे,
है अनिश्चित किस जगह पर, बाग-बन सुंदर मिलेंगे,
किस जगह यात्रा खत्म हो जाएगी, यह भी अनिश्चित,
है अनिश्चित, कब सुमन, कब कंटकों के सर मिलेंगे,
कौन सहसा छूट जाएँगे, मिलेंगे कौन सहसा,
आ पड़े कुछ भी, रुकेगा तू न, ऐसी आन कर ले!
पूर्व चलने के बटोही, बाट की पहचान कर ले!
i.कवि ने बटोही को क्या सलाह दी है?
क. जहाँ भी मन करे वहाँ चले
ख. रास्ते पर चलने से पहले उसके बारे में जाँच-परख कर ले।
ग. किताबों में इसकी कहानी छपी है
घ. निश्चिंत होकर जाएँ
ii.कवि के अनुसार रास्ता कैसा है ?
क.सुगम
ख. दुर्गम
ग. सामान्य
घ. इनमे से कोई नहीं
iii. निशानी मूक होकर भी बहुत कुछ बोलती है, कैसे?
क. अच्छे कर्म प्रेरणा देते हैं
ख. रास्ता सुन्दर है
ग. राह में अच्छे लोग मिलते हैं
घ. जगह-जगह लाउडस्पीकर लगे हैं
iv.कवि ने जीवन मार्ग में क्या-क्या अनिश्चितताएँ बताई हैं? असत्य कथन का चुनाव करें .
क. सुख-दुख, साथ-चलने वालों का अचानक साथ छोड़ देना
ख. नए यात्रियों का मिल जाना
ग. जीवन कभी भी समाप्त हो सकता है
घ. यात्रा अपने पड़ाव पर पहुंचकर ही ख़त्म होगी
v. बटोही का क्या तात्पर्य है?
क. बांटना
ख. रास्ता
ग. राहगीर
घ. अनिश्चित
अथवा
हम प्रचंड की नई किरण हैं, हम दिन के आलोक नवल।
हम नवीन भारत के सैनिक, धीर, वीर, गंभीर, अचल।
हम प्रहरी ऊँचे हिमाद्रि के, सुरभि स्वर्ग की लेते हैं।
हम हैं शांति-दूत धरणी के, छाँह सभी को देते हैं।
वीर प्रसू माँ की आँखों के, हम नवीन उजियाले हैं।
गंगा, यमुना, हिंद महासागर के हम ही रखवाले हैं।
तन-मन-धन तुम पर कुर्बान,
जियो, जियो जय हिंदुस्तान !
हम सपूत उनके, जो नर थे, अनल और मधु के मिश्रण।
जिनमें नर का तेज प्रखर था, भीतर था नारी का मन।
एक नयन संजीवन जिनका, एक नयन था हालाहल।
जितना कठिन खड्ग था कर में उतना ही अंतर के मल।
थर-थर तीनों लोक काँपते थे जिनकी ललकारों पर।
स्वर्ग नाचता था रण में जिनकी पवित्र तलवारों पर।
हम उन वीरों की संतान
जियो, जियो जय हिंदुस्तान।
i.कविता में ‘हम’ कौन हैं ?
क. भीड़
ख. भारत की नई पीढ़ी के नवयुवक
ग. भारत की पुरानी पीढ़ी के लोग
घ.भारत के महापुरुष
ii.वे अपने को प्रचंड की नई किरण क्यों कह रहे हैं?
क. उन्हें अपने अच्छे कार्यों का आलोक दुनिया भर में फैलाना है,
ख. वे देश के भावी कर्णधार हैं।
ग. क और ख दोनों
घ. वे वहाँ के शासक हैं
iii.भारतवासी हिंदुस्तान पर क्या-क्या न्योछावर करना चाहते हैं, क्यों?
क. केवल तन
ख. केवल मन
ग. केवल धन
घ. सर्वस्व
iv.भारतवासी हिंदुस्तान पर अपना सब कुछ न्योछावर क्यों करना चाहते हैं?
क. वे अपने जीवन से तंग आ चुके हैं
ख. वे सन्यासी बन चुके हैं
ग.क्योंकि देश की आन-बान-शान की रक्षा का उत्तरदायित्व उनके कंधों पर है.
घ. उन्हें सारा संसार जीतना है
v.‘अनल और मधु के मिश्रण’ किन्हें कहा गया है?
क. हम भारतीयों के पूर्वजों को कहा गया है।
ख. पंचामृत को
ग. वीर सपूतों को
घ. महासागर को
व्यावहारिक व्याकरण: 16 अंक
प्रश्न 3. निर्देशानुसार प्रश्नों के उत्तर दीजिए . (कोई दो ) 2 अंक
i.अनुपस्थित में कौन-सा उपसर्ग लगा है ?
क. अन ख. अनु ग. अनूप घ. उपस्थित
ii. निर्वास में प्रयुक्त उपसर्ग अलग कीजिए –
क.निर ख. नि: ग. निरा घ. वास
iii. ‘प्रबल’ में उपसर्ग और मूल शब्द अलग कीजिए –
क. पर+बल ख. परि +बल ग. प+बर्ल घ. प्र+बल
प्रश्न 4. निर्देशानुसार प्रश्नों के उत्तर दीजिए. (कोई दो ) 2 अंक
i.दर्शनीय में प्रत्यय है –
क. दर्श ख. य ग. अनीय घ. नीय
ii. सांसारिक में प्रयुक्त प्रत्यय अलग कीजिए –
क.संसार ख. सारिक ग. रिक घ. इक
iii. ‘अपमानित’ में मूल शब्द क्या है ?
क.अपमान ख. मान ग. नत घ. अप
प्रश्न 5. निर्देशानुसार किन्ही चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए . 4 अंक
i.जिस समास में उत्तर पद प्रधान होने के साथ ही साथ पूर्व पद तथा उत्तर पद में विशेषण -विशेष्य का संबंध भी होता है उसे कौन सा समास कहते हैं ? *
क.तत्पुरुष ख.कर्मधारय ग.बहुव्रीहि घ. द्वंद
ii.समास का शाब्दिक अर्थ होता है- *
क. विग्रह ख. विस्तार ग. संक्षेप घ. विच्छेद
iii.आजन्म में कौन सा समास है? *
क.तत्पुरुष ख.अव्ययीभाव ग.द्विगु घ.द्वंद्व
iv.इनमें द्वंद्व समास का उदाहरण है- *
क.चौराहा ख.नीलकमल ग.पीताम्बर घ.रुपया-पैसा
v.लंबोदर में कौन सा समास है? *
क.द्विगु ख.बहुव्रीहि ग.तत्पुरुष घ.द्वंद्व
vi.चौराहा में कौन सा समास है ? *
क.द्वंद्व ख.बहुव्रीहि ग.द्विगु घ.तत्पुरुष
प्रश्न 6. निर्देशानुसार किन्ही चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 4 अंक
i. – ‘ क्या मेरा भाई आपसे मिला ? ‘ इस वाक्य में अर्थ के आधार पर वाक्य का कौन सा वाक्य भेद है ?
(क) विधान वाचक वाक्य
(ख) संदेह वाचक वाक्य
(ग) प्रश्न वाचक वाक्य
(घ) आज्ञा वाचक वाक्य
ii.‘ वह बहुत ज़ोर से हँस रहा है। ‘ इस वाक्य को ‘ विस्मय वाचक ‘ वाक्य में बदल कर लिखिए –
(क.)अरे ! वह बहुत ज़ोर से हँस रहा है।
(ख.) वह बहुत ज़ोर से क्यों हँस रहा है ?
(ग) वह बहुत ज़ोर से नहीं हँस रहा है।
(घ) अरे वह बहुत ज़ोर से हँस ! रहा है।
iii. – ‘ मुझे आज बाहर घूमने का मन हो रहा है। ‘ यह वाक्य किस प्रकार का वाक्य है –
(क) आज्ञा वाचक वाक्य
(ख) संकेत वाचक वाक्य
(ग) इच्छा वाचक वाक्य
(घ) विस्मयादिबोधक वाक्य
iv. – ‘ रमा पत्र लिख रही है। ‘ इस वाक्य में अर्थ के आधार पर वाक्य का कौन सा वाक्य भेद है ?
(क) विधान वाचक वाक्य
(ख) संदेह वाचक वाक्य
(ग) प्रश्न वाचक वाक्य
(घ) आज्ञा वाचक वाक्य
v. – ‘ अभी तुम बाहर जाओ। ‘ यह वाक्य किस प्रकार का वाक्य है –
(क) आज्ञा वाचक वाक्य
(ख) संकेत वाचक वाक्य
(ग) इच्छा वाचक वाक्य
(घ) विस्मयादिबोधक वाक्य
प्रश्न 7. निर्देशानुसार किन्ही चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 4 अंक
i. मुदित महीपति मंदिर आए। सेवक सचिव सुमंत बुलाए। यह उदाहरण है:
क. यमक अलंकार
ख. अनुप्रास अलंकार
ग. श्लेष अलंकार
घ. अतिशयोक्ति अलंकार
ii. जहां किसी शब्द की आवृत्ति एक से अधिक बार हो परंतु हर बार उसका अर्थ भिन्न-भिन्न हो वहाँ अलंकार होगा-
क. श्लेष अलंकार
ख. अतिशयोक्ति अलंकार
ग. अनुप्रास अलंकार
घ. यमक अलंकार
iii. मंगन को देखि पट देत बार-बार है। इसमें अलंकार है:
क. यमक अलंकार
ख. अनुप्रास अलंकार
ग. श्लेष अलंकार
घ. अतिशयोक्ति अलंकार
iv. उपमा अलंकार के कितने अंग है?
क. दो
ख. चार
ग. छः
घ. सात
v. मैं तो चंद्र खिलौना लैंहों । कौन से अलंकार का उदाहरण है?
क. अतिशयोक्ति अलंकार
ख. मानवीकरण अलंकार
ग. रूपक अलंकार
घ. उत्प्रेक्षा अलंकार
प्रश्न-8 निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 5 अंक
जानवरों में गधा सबसे ज्यादा बुद्धिहीन समझा जाता है। हम जब किसी आदमी को परले दरजे का बेवकूफ़ कहना चाहते हैं, तो उसे गधा कहते हैं। गधा सचमुच बेवकूफ़ है, या उसके । सीधेपन, उसकी निरापद सहिष्णुता ने उसे यह पदवी दे दी है, इसका निश्चय नहीं किया जा सकता। गायें सींग मारती हैं, ब्याई हुई गाय तो अनायास ही सिंहनी का रूप धारण कर लेती है। कुत्ता भी बहुत गरीब जानवर है, लेकिन कभी-कभी उसे भी क्रोध आ ही जाता है, किंतु गधे को कभी क्रोध करते नहीं सुना, न देखा। जितना चाहो गरीब को मारो, चाहे जैसी खराब, सड़ी हुई घास सामने डाल दो, उसके चेहरे पर कभी असंतोष की छाया भी न दिखाई देगी। वैशाख में चाहे एकाध बार कुलेल कर लेता हो; पर हमने तो उसे कभी खुश होते नहीं देखा। उसके । चेहरे पर एक विषाद स्थायी रूप से छाया रहता है। सुख-दुख, हानि-लाभ, किसी भी दशा में उसे बदलते नहीं देखा। ऋषियों- मुनियों के जितने गुण हैं वे सभी उसमें पराकाष्ठा को पहुँच गए हैं, पर आदमी उसे बेवकूफ़ कहता है।
i. जानवरों में किसे सबसे ज्यादा बुध्दिहीन समझा जाता है ?
क. कुत्ता ख. बिल्ली ग. बैल घ. गधा
ii. ऋषि-मुनियों तथा गधे में क्या समानता देखी गई है?
क. स्वभाव सरल और सहनशील होता है।
ख. सुख-दुःख, मान-अपमान को अलग समझता है
ग.हमेशा मौन रहते हैं
घ. खाना देने पर ही खाते हैं
iii.किसी आदमी को गधा कहने का क्या अर्थ है?
क. आलसी ख. कमजोर ग. बुध्दिमान घ. मूर्ख
iv. किस माह में गधा कुलेल करता है ?
क. चैत्र ख. वैसाख ग. ज्येष्ठ घ. आषाढ़
v.गधे के चेहरे पर क्या स्थायी रूप से छाया रहता है?
क.गुस्सा ख. थकावट ग. विषाद घ. संतोष
प्रश्न-9 नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 2 अंक
i. दो बैलों की कथा पाठ के लेखक कौन हैं ?
क. राहुल सांस्कृत्यायन ख. महादेवी वर्मा ग. मुंशी प्रेमचंद घ.हजारी प्रसाद द्विवेदी
ii. शांत गाय कब सिंहनी का रूप धारण कर लेती है ?
क.जब वह भूखी हो ख. जब वह ब्याई हुई हो
ग. जब वह गुस्से में हो घ. जब वह दु:खी हो
iii. झुरी ने अपने बैलों को कहाँ भेजा था ?
क. मामा के यहाँ ख. भाई के यहाँ ग. ससुराल घ. नाना के घर
प्रश्न-10.निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 5 अंक
रस्सी कच्चे धागे की, खींच रही मैं नाव।
जाने कब सुन मेरी पुकार, करें देव भवसागर पार।
पानी टपके कच्चे सकोरे, व्यर्थ प्रयास हो रहे मेरे।
जी में उठती रह-रह हूक,घर जाने की चाह है घेरे।।
खा खा कर कुछ पाएगा नहीं,
न खाकर बनेगा अहंकारी।
सम खा तभी होगा समभावी,
खुलेगी साँकल बन्द द्वार की।
आई सीधी राह से, गई न सीधी राह।
सुषुम-सेतु पर खड़ी थी, बीत गया दिन आह!
ज़ेब टटोली कौड़ी ना पाई।
माझी को दूँ, क्या उतराई ?
i. 'रस्सी कच्चे धागे की' से कवयित्री का क्या आशय है?
क.धागा कच्चा है ख.धागा कपास का है ग.साँसें घ . कमज़ोर साथी
ii. 'नाव' किसे कहा गया है?
क. संसार को ख. घर-बार को ग. दौलत को घ. जीवन को
iii. कवयित्री किसके घर जाना चाहती है?
क. पति के ख. परमात्मा के ग. मायके घ. प्रेमी के
iv. 'माझी को दूँ, क्या उतराई' में माझी कौन है ?
क. मल्लाह ख. साथी ग. पति घ. परमात्मा
v. कवयित्री ने 'उतराई' किसे माना है?
क . चंचलता को ख. सद्कर्मों को ग. क्रोध और मोह को घ. ईर्ष्या-द्वेष को
प्रश्न-11. नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 2 अंक
i. 'जेब टटोली, कौड़ी न पाई' में 'जेब टटोलने' का क्या भाव है?
क. तलाशी लेना ख. पैसे निकालना ग. आत्म-सम्मान खोया घ. आत्म लोचन किया
ii. 'खुलेगी साँकल बंद द्वार की' का भाव है?
क. द्वार खुल जाएगा ख. मन मुक्त होगा ग. ग.घर में कोई होगा घ. कोई आकर घर खोलेगा
iii गोपियाँ मुरली को होठों पर क्यों धारण नहीं करना चाहती ?
क. अपना सौत समझती है.
ख. मुरली से प्रेम करती है.
ग. मुरली को ईश्वर मानती है.
घ. इनमे से कोई नहीं.
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आवधिक परीक्षा-2 (2022-23)
(PT-2)
विषय- हिंदी कक्षा-नवमीं
पूर्णांक-40 समय -90 मिनिट
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-सम्पूर्ण प्रश्न-पत्र हल करना अनिवार्य है |
-लेखन और वर्तनी की शुद्धता पर ध्यान दें |
प्रश्न-1 निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दो I (5)
जीवन में सफल वही है जो उपयुक्त समय पर उपयुक्त चुनाव करना जानता है I गलत चुनाव करते ही हानि सुनिश्चित हो जाती है I कुछ चुनाव हमारे वश में नहीं हैं जैसे - माता-पिता का और जन्म मृत्यु का I कुछ हमारे वश, में हैं जिस पर हमारी सफलता - असफलता निर्भर है जैसे - संगति का चुनाव, आलस्य या परिश्रम का चुनाव आदि I संगति का चुनाव इन सब में सर्वाधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि इस चुनाव पर हमारा आचरण, कर्म, विचार, भाषा स्तर , मनुष्यता और हमारी सफलता-असफलता निर्भर करती है I मनुष्य का चरित्र बुराइयों की ओर जल्दी आकृष्ट हो जाता है I जिस प्रकार पानी सदा नीचे की ओर बहता है उसी प्रकार मनुष्य का मन भी बुराइयों की ओर से शीघ्र भागता है विवेक से काम ले कर अच्छे और बुरे का चुनाव कर सकते हैं और इसी विवेक के आधार पर सफलता प्राप्त कर सकते हैं I
(क) : जीवन में सफल कौन है?
(i) उपयुक्त समय का चुनाव नहीं करने वाला
(ii)उपयुक्त समय का चुनाव करने वाला
(iii)समय को बर्बाद करने वाला
(iv)समय का महत्व नहीं समझने वाला
(ख) : संगति का चुनाव सर्वाधिक महत्वपूर्ण क्यों है?
(i)असफलता के लिए
(ii)अच्छे आचरण एवं सफलता के लिए
(iii)विषमता के लिए
(iv)हानि प्राप्त करने के लिए
(ग) : जीवन में सफलता कौन प्राप्त करता है?
(I)अविवेकशील मनुष्य
(ii) विवेकशील मनुष्य
(iii) विवेक हीन मनुष्य
(iv) तीनों में से कोई नहीं
(घ) : सफलता का रहस्य क्या है?
(i) संगति
(ii) धन
(iii) विवेक
(iv) वैभव
(ड.) : मनुष्य का चरित्र किस ओर जल्दी आकृष्ट होता है?
(i) अच्छाइयों की ओर
(ii) बुराइयों की ओर
(iii) भलाई की ओर
(iv) नैतिकता की ओर
प्रश्न-2 पठित पद्यांश पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दो I (5)
क्या? देख न सकती जंजीरों का गहना?
हथकड़ियाँ क्यों? यह ब्रिटिश राज का गहना
कोल्हू का चर्रक चूं- जीवन की तान
गिट्टी पर अंगुलियों ने लिखे गान
वह मोट खींचता लगा पेट पर जुआ
खाली करता हूँ ब्रिटिश अकड़ का कुआं
दिन में करुणा क्यों जगे , रुलाने वाली,
इसलिए रात में गजब ढा रही आली?
इस शांत समय में,
अंधकार को बेध , रो रही क्यों हो?
कोकिल बोलो तो
चुपचाप मधुर विद्रोह बीज का
इस भांति बो रही क्यों हो?
कोकिल बोलो तो
(क) कविता की पंक्तियों के अनुसार ‘गहना’ किसे कहा गया है?
(i) ब्रिटिश राज को
(ii)कोल्हू को
(iii)जंजीरों को
(iv)इनमें से कोई नहीं
(ख) कोयल किसके बीज बो रही है?
(i) वैभव के
(ii) नफरत के
(iii) विद्रोह के
(iv) इनमें से कोई नहीं
(ग) ‘आली’ का क्या अर्थ है?
(i) ब्रिटिश राज
(ii) सखी
(iii) हथकड़ी
(iv) अंधकार
(घ) कोयल का स्वर कवि को किसके समान लग रहा है?
(i) दुख भरी आवाज के समान
(ii) क्रांतिकारी प्रेरणा के समान
(iii) मधुर गान के समान
(iv) इनमें से कोई नहीं
(च) कोल्हू की चर्रक चूं की आवाज कवि के लिए क्या है?
(i) परेशानी वाली बात
(ii) आनंद की बात
(iii) जीवन की तान
(iv) मधुर संगीत
प्रश्न-3 निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए:- (2+2+1=5)
मानुष हौं तो वही रसखानि बसौं ब्रज गोकुल गाँव के ग्वारन।
जौ पसु हौं तो कहा बस मेरो चरौं नित नंद की धेनु मँझारन॥
पाहन हौं तो वही गिरि को जो कियो हरिछत्र पुरंदर धारन।
जौ खग हौं तो बसेरो करौं कालिंदी कूल कदंब की डारन॥
1) कवि मनुष्य के रूप में ब्रज में ही क्यों जन्म लेना चाहता है?
2) प्रस्तुत काव्यांश का मूल भाव क्या है ?
3) पुरंदर का क्या अर्थ है?
प्रश्न 4.निम्नलिखितप्रश्नों के उत्तर दीजिए। (3x5=15)
i . 'उपभोक्तावाद की संस्कृति' पाठ में लेखक ने उपभोक्तावाद की संस्कृति को हमारे समाज के लिए चुनौती क्यों कहा है?
ii. ‘मृत्यु का तरल दूत’ किसे कहा गया है ?
iii. ब्रजभूमि के प्रति कवि रसखान का प्रेम किन-किन रूपों में अभिव्यक्त हुआ है?
iv. कैदी और कोकिला कविता में अर्धरात्रि में कोयल की चीख से कवि को क्या अंदेशा है?
v.. किस घटना ने सालिम अली के जीवन की दिशा को बदल दिया और उन्हें पक्षी प्रेमी बना लिया ?
प्रश्न-5 निर्देशानुसार किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए | (5)
(i)’ नवजीवन’शब्द में समास बताइए |
(क)बहुब्रीहि
(ख)तत्पुरुष
(ग)कर्मधारय
(घ)द्वंद्व
(ii).अर्थ की दृष्टि से वाक्य भेद बताइए-
अच्छा! तो यह सब नुकसान तुमने किया है।
(क)आज्ञावाचक वाक्य
(ख)संकेतवाचक वाक्य
(ग)विस्मयादिबोधक वाक्य
(घ)इच्छावाचक वाक्य
(iii)आज वर्षा के कारण मैच नहीं होगा। इस वाक्य को संदेहवाचक वाक्य में बदलिए-
(क)क्या आज वर्षा के कारण मैच नहीं होगा?
(ख)यदि वर्षा हुई तो आज मैच नहीं होगा।
(ग)इनमें से कोई नहीं
(घ)शायद आज वर्षा के कारण मैच नहीं होगा।
(iv) यदि वर्षा हो गई तो फसल भीअच्छी होगी।वाक्य का कौन सा प्रकार है?
(क)आज्ञावाचक वाक्य
(ख)संकेतवाचक वाक्य
(ग)इच्छावाचक वाक्य
(घ)विस्मयादिबोधक वाक्य
(v) – ‘ वह बहुत ज़ोर से हँस रहा है। ‘ इस वाक्य को ‘ विस्मयादिबोधक ‘ वाक्य में बदल कर लिखिए –
(क) अरे ! वह बहुत ज़ोर से हँस रहा है।
(ख) वह बहुत ज़ोर से क्यों हँस रहा है।
(ग) वह बहुत ज़ोर से नहीं हँस रहा है।
(घ) अरे वह बहुत ज़ोर से हँस ! रहा है।
प्रश्न-6 निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर 80 – 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए। (5)
1) विज्ञापन के प्रभाव
2) जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणाम
3) त्योहारों का महत्त्व
अथवा
आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण विद्यालय-शुल्क माफ़ करवाने के लिए अपने विद्यालय के प्राचार्य को आवेदन पत्र लिखिए |
जय हिन्द : जय हिंदी
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2 Comments
Nice.
ReplyDeleteThank you very much
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