काल की परिभाषा
क्रिया के जिस रूप में कार्य करने या होने के समय का ज्ञान होता है, उसे काल कहते हैं | क्रिया के उस रूपांतर को काल कहा जाता है जिससे उसके कार्य व्यापार का समय और उसके पूर्ण अथवा अपूर्ण आस्था का बोध होता हो। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो काल का अर्थ होता है ‘समय‘।
उदाहरण
पहले वाक्य में कार्य उसी समय हो रहा है। दूसरे वाक्य में, कार्य बीते समय में हो चुका है। तीसरे वाक्य में, कार्य को आने वाले समय में किए जाने की सूचना मिल रही है।
काल के भेद
- वर्तमान काल
- भूतकाल
- भविष्य काल
वर्तमान काल
क्रिया का वह रूप है जिससे कार्य के वर्तमान समय में होने का पता चले उसे वर्तमान काल कहते हैं।
- आनंद सो रहा है।
- मैं पढ़ रहा हूँ।
- तुम क्या लिख रही हो?
ऊपर दिए गए वाक्यों से हमें वर्तमान समय में क्रिया होने का पता चल रहा हैं। वर्तमान काल की पहचान वाक्य के अन्त में – हैं, हूँ, हों जैसे आदि शब्दों को देखकर सकते हैं। जो ऊपर दिए गए उपयुक्त उदहारण में बताय गया है।
वर्तमान काल के भेद
वर्तमान काल के 6 भेद होते हैं-
- सामान्य वर्तमान काल
- अपूर्ण वर्तमान काल
- पूर्ण वर्तमान काल
- संदिग्ध वर्तमान काल
- तत्कालिक वर्तमान
- संभाव्य वर्तमान काल
सामान्य वर्तमान काल
क्रिया का वह रूप जिससे क्रिया का वर्तमान में होना पाया जाता है उसे ‘सामान्य वर्तमान काल ‘कहते हैं। क्रिया जो भी वर्तमान में सामान्य रूप से होती हैं, वह क्रिया सामान्य वर्तमान काल की कहलाती है। क्रिया के जिस रूप से सामान्यतः प्रकट हो कि क्रिया का समय वर्तमान में है, न कार्य के अपूर्ण होने का संकट मिले और ना ही संदेश मिले वह क्रिया सामान्य वर्तमान की होती है।
उदाहरण
- बच्चे खिलौनों से खेलते हैं।
- वह पुस्तक पढ़ता है।
- माली पौधों को पानी देता है।
‘खेलना’, पढ़ता, देता: यह शब्द प्रस्तुत समय में है ,परंतु ना तो वह अपूर्ण हैं और ना ही और अनिश्चित ,इसका यह मतलब है कि वह सामान्य वर्तमान काल है।
अपूर्ण वर्तमान काल
क्रिया के जिस रूप से यह बोध हो कि वर्तमान काल में कार्य अभी पूर्ण नहीं हुआ है बल्कि अभी वह चल रहा है वह अपूर्णवर्तमान काल कहलाता है।
उदाहरण
- मोहन विद्यालय जा रहा है।
- वर्षा हो रही है।
- अनुराग लिख रहा है।
ऊपर दिए गए वाक्यों में कार्य अभी हो रहा है परंतु वह अभी पूर्ण नहीं हुआ है, इसलिए यह अपूर्ण वर्तमान काल कहलाता है।
पूर्ण वर्तमान काल
पूर्ण वर्तमान काल में कार्य के पूर्ण सिद्धि का बोध होता है, इसमें कार्य पूर्ण हो चुका होता है। उदाहरण नीचे दिए गए हैं-
- वह आया है।
- सीता ने पुस्तक पढ़ी है।
संदिग्ध वर्तमान काल
जिससे क्रिया के होने में संदेह प्रकट हो, पर उसके वर्तमान काल में संदेह ना हो वह शब्द संदिग्ध वर्तमान काल कहलाते हैं। जिस क्रिया में वर्तमान समय में पूर्ण होने में संदेह हो वह संदिग्ध वर्तमान काल कहलाता है। उदाहरण:
- माँ खाना बना रही होगी।
- राम पढ़ता होगा।
- हलवाई मिठाई बनाता होगा।
- आज विद्यालय खुला होगा।
ऊपर दिए गए वाक्यों में ‘रही होगी’,’ पढ़ता होगा’,’बनाता होगा’,’ खुला होगा’ यह सब कार्य को निश्चित रूप से नहीं कहा गया है, उसमें संदेह की स्थिति दिख रही है, इसलिए यह संदिग्ध वर्तमान है।
तात्कालिक वर्तमान
क्रिया के जिस रूप से यह पता चलता है कि कार्य वर्तमान काल में हो रहा है वह शब्द तात्कालिक वर्तमान काल कहलाते हैं। उदाहरण नीचे दिए गए हैं-
मैं पढ़ रहा हूँ।
वह जा रहा है।
मैं लिख रहा हूँ।
संभाव्य वर्तमान काल
वर्तमान काल में काम के पूरा होने की संभावना होती है वह शब्द संभाव्य वर्तमान काल कहलाता है। संभाव्य शब्द का अर्थ होता है कि संभावित होना या जिसके होने की संभावना हो। उदाहरण नीचे दिए गए हैं-
( आज दिल्ली से ) वह लौटा हो।
वह आया हो।
उसने खाया हो।
वह चलता हो।
भूतकाल
क्रिया का वह रूप जिससे कार्य के बीते हुए समय का पूरा होने का पता चले उसे भूतकाल कहते हैं। जिससे क्रिया के कार्य को समाप्ति होने का हमें बोध होता हो वह क्रिया भूतकाल की कहलाती है। उदाहरण
- वह खा चुका था।
- मैंने पुस्तक पढ़ ली थी।
- मैं घूमने गया था।
- गाड़ी जा चुकी थी।
- रमेश पटना गया था।
- पहले मैं लखनऊ में पढ़ता था।
- राम ने रावण का वध किया था।
- नाना जी कहानी सुना रहे थे।
- वह खा चुका था।
- वह आया था।
- मैंने पत्र लिखा था।
- मयंक चंडीगढ़ गया था।
- बच्चा जा चुका था।
ऊपर दिए गए वाक्य बीते हुए समय की क्रिया के बारे में बता रहे हैं। भूतकाल की पहचान वाक्य में अंत में आए था, थे, थी से की जा सकती है।
भूतकाल के भेद
भूतकाल के 6 भेद होते हैं-
- सामान्य भूतकाल
- आसन्न भूतकाल
- पूर्ण भूतकाल
- अपूर्ण भूतकाल
- संदिग्ध भूतकाल
- हेतुहेतुमद भूत
सामान्य भूतकाल
जिससे भूतकाल की क्रिया के विशेष समय का ज्ञान ना हो उस क्रिया को सामान्य भूतकाल कहते हैं। क्रिया के जिस रूप से काम के सामान्य रूप से बीते समय के पूरा होने का पता चलता हो, वह सामान्य भूतकाल कहलाता है।
उदाहरण
- मोहन आया।
- श्री राम ने रावण को मारा।
- मीरा गई।
ऊपर दिए गए वाक्यों की क्रिया बीते हुए समय की जानकारी दे रही है इसलिए यह सभी सामान्य भूतकाल की क्रिया है।
आसन्न भूतकाल
क्रिया के जिस रूप से यह पता चले कि क्रिया अभी कुछ समय पहले ही पूर्ण हुई है या खत्म हुई है उस क्रिया को आसन्न भूतकाल कहते हैं। क्रिया की समाप्ति निकट भूत में या तत्काल की सूची होती है वह आसन्न भूतकाल कहलाता है।
उदाहरण
- मैंने आम खाया है।
- अध्यापिका पढ़ाकर आई है।
- मैं अभी सो कर उठा हूं।
ऊपर दिए गए वाक्यों में क्रिया अभी-अभी पूर्ण हुई है इसलिए वह आसन्न भूतकाल की क्रिया है।
पूर्ण भूतकाल
क्रिया के उस रूप को पूर्ण भूतकाल कहते हैं, जिससे क्रिया की समाप्ति का समय स्पष्ट होता हो। क्रिया के जिस रुप से यह पता चले कि क्रिया पहले ही पूरी हो चुकी है वह पूर्ण भूतकाल कहलाता है।
उदाहरण
- उसने शाम को मारा था।
- महादेवी वर्मा ने स्मरण लिखे थे।
- अंग्रेजों ने भारत पर राज किया था।
ऊपर दिए गए वाक्यों में से यह पता चलता है कि क्रिया भूतकाल में पूर्ण हो चुकी है। वाक्य के अंत में था, थी, थे, चुका था, चुकी थी, चुके थे इन शब्दों से यह पता चलता है कि वह पूर्ण भूतकाल की क्रिया है।
अपूर्ण भूतकाल
जिस क्रिया से यह पता चलता है कि भूतकाल में क्रिया संपन्न नहीं हुई थी, क्रिया अभी भी चल रही है वह अपूर्ण भूतकाल कहलाती है।
उदाहरण
- सुरेश गीत गा रहा था।
- सीता सो रही थी।
- रमेश बाजार जा रहा था।
संदिग्ध भूतकाल
भूतकाल की जिस क्रिया से कार्य होने में अनिश्चितता अथवा संदेह प्रकट होता है वह क्रिया संदिग्ध भूतकाल कहलाती है। जिस क्रिया में संदेह बना रहता है कि भूतकाल में कार्य पूरा हुआ की नहीं हुआ है।
उदाहरण
- बस छूट गई होगी।
- तू गया होगा।
- दुकानें बंद हो चुकी होगी।
ऊपर दिए गए वाक्यों में क्रिया से भूतकाल का काम पूरा हुआ या नहीं इस बात में संदेह हो रहा है इसलिए वह संदिग्ध भूतकाल की क्रिया है।
हेतुहेतुमद भूतकाल
यदि भूतकाल में एक क्रिया के होने या ना होने पर दूसरी क्रिया का होना या ना होना निर्भर करता हो वह क्रिया हेतुहेतुमद भूतकाल की क्रिया होती है। हेतु का अर्थ होता है कारण, जहां भूतकाल में किसी कार्य के ना हो सकने के वर्णन कारण के साथ दो वाक्य में दिया गया हो हेतुहेतुमद भूतकाल कहलाता है। इससे पता चलता है कि क्रिया भूतकाल में होने वाली थी पर किसी कारण क्रिया ना हो सकी।
उदाहरण
- यदि वर्षा होती तो फसल अच्छी होती।
- यदि तुमने परिश्रम किया होता तो पास हो जाते।
ऊपर दिए गए वाक्य में से यह पता चलता है कि क्रिया एक दूसरे पर निर्भर है, पहले क्रिया के ना होने पर दूसरी क्रिया भी पूरी नहीं हो सकती। इसलिए ऊपर दिए गए क्रियाएं हेतुहेतुमद भूतकाल की क्रिया है।
समयकालीन भूतकाल
जिन वाक्यों के अंत में रहा था, रही थी, रहे थे आदि आते हैं और समय का निश्चित बोध होता है उसे समयकालीन भूतकाल कहते हैं।
उदाहरण
वे पिछले तीन घंटे से टीवी देख रहे थे।
वे दो दिन से खेल रहे हैं।
भविष्य काल
क्रिया का वह रूप जिससे कार्य का भविष्य में होने का पता चले उसे भविष्य काल कहते हैं। क्रिया के जिस रुप से काम का आने वाले समय के के बारे में पता चलता हो वह भविष्य काल की क्रिया कहलाती है।
उदाहरण
- वह कल घर जाएगा।
- मैं समय पर काम पूरा कर लूंगा।
- चिंटू कल कसौली जाएगा।
भविष्य काल की पहचान वाक्य में अंत में आए गा, गे, गी से होती है।
भविष्य काल के भेद
काल क्या है जानने के साथ-साथ यह जानना भी आवश्यक है कि भविष्य काल के तीन भेद होते हैं, जो नीचे दिए गए हैं-
- सामान्य भविष्य काल
- संभाव्य भविष्य काल
- हेतुहेतुमद विषय भविष्य काल
सामान्य भविष्यत काल
क्रिया के जिस रूप से उसके भविष्य के सामान्य ढंग का पता चलता हो वह क्रिया सामान्य भविष्यत काल की क्रिया कहलाती है। इससे यह प्रकट होता है कि क्रिया सामान्य वक्त भविष्य में होगी वह सामान्य भविष्यत काल की क्रिया कहलाती है।
उदाहरण
- वह घर जाएगा।
- बच्चे कैरम बोर्ड खेलेंगे।
- दीपक अखबार बचेगा।
संभाव्य भविष्यत काल
क्रिया के जिस रुप से उसके भविष्य में होने की संभावना का पता चलता हो, वह क्रिया संभाव्य भविष्यत काल की क्रिया कहलाती है। जिससे कार्य भविष्य में किसी रूप से होने वाले की संभावना बता रहा हो।
उदाहरण
- परीक्षा में शायद मुझे अच्छे अंक प्राप्त हो।
- शायद चोर पकड़ा जाए।
- हो सकता है कि मैं कल वहां जाऊं।
हेतुहेतुमद विषय भविष्यत काल
क्रिया के जिस रूप से एक कार्य का पूरा होना दूसरे आने वाले समय की क्रिया पर निर्भर करता हो, वह क्रिया हेतुहेतुमद विषय भविष्यत काल कहलाती है।
उदाहरण
- वह कामाए तो मैं खाऊं ।
- वह आए तो मैं जाऊं।
- जो कमाए सो खाए।
MCQs
प्रश्न 1: भूतकाल के कुल भेद होते हैं –
(क) चार
(ख) पाँच
(ग) सात
(घ) छह
उत्तर: (घ)
प्रश्न 2: ‘कल्याण अभी आया है।’ वाक्य में क्रिया किस काल की है ?
(क) सामान्य भूतकाल
(ख) आसन्न भूतकाल
(ग) पूर्ण भूतकाल
(घ) अपूर्ण भूतकाल
उत्तर: (ख)
प्रश्न 3: ‘वह पढ़ता तो उत्तीर्ण हो जाता।’ वाक्य किस काल का है ?
(क) पूर्ण भूतकाल
(ख) अपूर्ण भूतकाल
(ग) संदिग्ध भूतकाल
(घ) हेतुहेतुमद् भूतकाल
उत्तर: (घ)
प्रश्न 4: ‘लगता हे, वह चला जाएगा।’ वाक्य किस काल का है ?
(क) सामान्य भविष्यत् काल
(ख) सम्भाव्य भविष्यत् काल
(ग) हेतुहेतुमद् भविष्यत् काल
(घ) संदिग्ध भूतकाल
उत्तर: (ख)
प्रश्न 5: ‘मैं जीवनी पढूँगा।’ वाकय किस काल का है ?
(क) सामान्य भविष्यत् काल
(ख) सम्भाव्य भविष्यत् काल
(ग) हेतुहेतुमद् भविष्यत् काल
(घ) संदिग्ध भूतकाल
उत्तर: (क)
प्रश्न 6: काल के कुल भेद होते है –
(क) तीन
(ख) चार
(ग) पाँच
(घ) छह
उत्तर: (क)
प्रश्न 7: ‘वह बाजार जाता है।’ वाक्य की क्रिया किस काल की है ?
(क) सामान्य वर्तमान काल
(ख) पूर्ण वर्तमान काल
(ग) संदिग्ध वर्तमान काल
(घ) सम्भाव्य वर्तमान काल
उत्तर: (क)
प्रश्न 8: ‘ममता सो रही थी।’ वाक्य की क्रिया किस काल की है ?
(क) पूर्ण भूतकाल
(ख) अपूर्ण भूतकाल
(ग) संदिग्ध भूतकाल
(घ) आसन्न भूतकाल
उत्तर: (ख)
प्रश्न 9: ‘अजय पढ़ रहा है।’ वाक्य की क्रिया किस काल की है ?
(क) सामान्य वर्तमान काल
(ख) पूर्ण वर्तमान काल
(ग) अपूर्ण वर्तमान काल
(घ) संदिग्ध वर्तमान काल
उत्तर: (ग)
प्रश्न 10: ‘मनमोहन गया।’ वाक्य की क्रिया किस काल की है ?
(क) सामान्य भूतकाल
(ख) आसन्न भूतकाल
(ग) पूर्ण भूतकाल
(घ) अपूर्ण भूतकाल
उत्तर: (क)
प्रश्न 11: ‘शायद तुमने देखा होगा।’ वाक्य की क्रिया किस काल की है ?
(क) असन्न भूतकाल
(ख) पूर्ण भूतकाल
(ग) अपूर्ण भूतकाल
(घ) संदिग्ध भूतकाल
उत्तर:(घ)
प्रश्न 12: ‘सोनाक्षी खाती होगी।’ वाक्य में काल है –
(क) पूर्ण वर्तमान काल
(ख) अपूर्ण वर्तमान काल
(ग) संदिग्ध वर्तमान काल
(घ) सम्भाव्य वर्तमान काल
उत्तर: (ग)
प्रश्न 13: हेतुहेतुमद्भूत का उदाहरण है –
(क) तुम आते तो मेरा काम बन जाता
(ख) लड़के थक गए थे
(ग) इस साल बारिश होने की संभावना कम है
(घ) घोड़े के चार पैर और दो कान होते है
उत्तर: (क)
प्रश्न 14: सामान्य वर्तमान काल का उदाहरण है –
(क) सीता बाजार जाती होगी
(ख) मनीष ने समाचार पत्र पढ़ा
(ग) वर्षा हो रही थी
(घ) वह पंजाब जाता है
उत्तर: (घ)
प्रश्न 15: ‘मधुर गया होगा’ – वाक्य किस काल को संकेतित करता है ?
(क) संदिग्ध भूत
(ख) आसन्न भूत
(ग) अपूर्ण भूत
(घ) सामान्य भूत
जय हिन्द : जय हिंदी
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