kavyashastra mcq | काव्यशास्त्र mcq

kavyashastra  mcq



1. 'आलंबन और उद्दीपन' रस के किस अंग के भेद है ?

1. स्थायी भाव 
2. संचारी भाव 
3. व्यभिचारि भाव 
4. विभाव

2. रत्यादि ( रति आदि ) स्थायी भावों को प्रकाशित करने वाली आश्रय की बाह्य चेष्टाएँ कहलाती हैं । 

1. स्थायी भाव 
2. अनुभाव 
3. विभाव 
4. व्यभिचारिभाव

3. अनुभाव के कितने रूप माने गए हैं ? 

1. चार 
2. तीन 
3. पाँच 
4. एक

4. सात्त्विक अनुभाव कितने प्रकार के माने गए हैं ?

1. दस 
2. दो 
3. आठ 
4. तीन 

5. अस्थिर मनोविकार अथवा चित्तवृत्तियाँ क्या कहलाती हैं ?

1. अनुभाव 
2. संचारी भाव 
3. स्थायी 
4. काव्य हेतु

6. अभिधा, भावकत्व और भोग, काव्य के तीन  व्यापार किस आचार्य ने माने ? 

1. भट्टलोल्लट 
2. अभिनवगुप्त 
3. शंकुक 
4. भट्टनायक

7.  'अभिव्यक्तिवाद' किस आचार्य का सिद्धांत है ? 

1. भट्टनायक 
2. अभिनवगुप्त 
3. भट्टलोल्लट 
4. शंकुक

8. भट्टनायक का भोजकत्व  व्यापार अभिनवगुप्त के मत में किस नाम से अभिहित हुआ है ?

1. रसाभिव्यक्ति 
2. भावाभिव्यक्ति 
3. भावकत्व 
4. आरोपवाद

9. 'भरत-सूत्र' के अंतिम व्याख्याता हैं : 

1. भट्टनायक 
2. शंकुक 
3. अभिनवगुप्त 
4. भट्टलोल्लट

10. न्याय सिद्धांत के आधार पर रसनिष्पत्ति की व्याख्या करने वाले व्याख्याकार थे 

1. अभिनवगुप्त 
2. शंकुक 
3. रामचंद्र शुक्ल 
4. भट्टनायक

11. रस का भोक्ता वास्तविक रामादि एवं नट को किसने माना ? 

1. भट्टनायक 
2. भट्टलोल्लट 
3. अभिनवगुप्त 
4. श्री शंकुक

12. रसनिष्पत्ति के संदर्भ में किस आचार्य के सिद्धांत को आरोपवाद की संज्ञा दी गई ? 

1. श्री शंकुक 
2. भट्टलोल्लट 
3. अभिनवगुप्त 
4. भट्टनायक

13. किस आचार्य के सिद्धांत को रसनिष्पति के संदर्भ में अनुमानवाद की संज्ञा दी गई ? 

1. श्री शंकुक 
2. भट्टनायक 
3. भट्टलोल्लट 
4. अभिनवगुप्त

14. किस आचार्य का सिद्धांत चित्र-रंग-न्याय पर आधारित था ?

1. भट्टलोल्लट 
2. भट्टनायक 
3. शंकुक 
4. अभिनवगुप्त 

15. किस आचार्य को साधारणीकरण का प्रवर्तक माना जाता है ?

1. भट्टनायक 
2. श्री शंकुक 
3. अभिनवगुप्त 
4. भट्टलोल्लट

16. व्यभिचारी भावों की संख्या सामान्यतः कितनी मानी गई है ?
 
1. तैतीस 
2. पचास 
3. दस 
4. पाँच

17. सांख्य दर्शन के आधार पर रसनिष्पति की व्याख्या करने वाले व्याख्याकार :

1. भट्टनायक 
2. डॉ० नगेंद्र 
3. शंकुक 
4. भट्टलोल्लट 

18. वेदांतानुसार रसनिष्पत्ति की व्याख्या करने वाले व्याख्याकार:

1. शंकुक 
2. भट्टनायक 
3. भट्टलोल्लट 
4. अभिनवगुप्त 

19. साधारणीकरण विभावादि का होता है, यह भावकत्व का परिणाम यह किस व्यक्ति  का कथन है ?

1. भट्टलोल्लट 
2. भट्टनायक 
3. रामचंद्र शुक्ल 
4. डॉ० नरेंद्र 

20. आलंबन का साधारणीकरण मानने वाले व्याख्याकार: 

1. रामचंद्र शुक्ल 
2. डॉ० नगेंद्र 
3. केशवप्रसाद मिश्र 
4. अज्ञेय

21. किस आलोचक के सिद्धांत स्वच्छंदतावाद (Romantic Movement) का घोषणापत्र (Manifest समझे जाते है ?

1. कॉलरिज 
2. अरस्तू 
3. प्लेटो 
4. वर्ड्सवर्थ

22. 'लिरिकल बैलड्स' किसका काव्य-संग्रह है ? 

1.  वर्ड्सवर्थ
2. दान्ते 
3. लोगिनुस 
4. शेक्सपियर

23. कल्पना के दो प्रकार 'प्राथमिक कल्पना' और 'विशिष्ट कल्पना' किसने माने ? 

1. इलियट 
2. कॉलरिज 
3. प्लेटो 
4. अरस्तू

24. 'दि वेस्ट लैण्ड' प्रसिद्ध कविता किस लेखक की है ? 

1. इलियट 
2. वर्ड्सवर्थ 
3. कॉलरिज 
4. जॉन ड्राइडन

25. 'परंपरा का सिद्धांत  किस आलोचक ने दिया ? 

1. होरेस 
2. इलियट 
3. लोगिनुस 
4. वर्ड्सवर्थ

26. कवि-भावना का साधारणीकरण मानने वाले व्याख्याकार 

1. डॉ० नगेंद्र 
2. रामचंद्र शुक्ल 
3. केशवप्रसाद मिश्र 
4. दिनकर

27. सहृदय की चेतना का साधारणीकरण मानने वाले व्याख्याकार :

1. केशवप्रसाद मिश्र 
2. रामविलास शर्मा 
3. डॉ० नगेंद्र 
4. हजारीप्रसाद द्विवेदी

28. काव्यशास्त्र में 'आत्मा' शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग किया 

1. दण्डी 
2. वामन 
3. रुद्रट 
4. कुंतन

29. काव्य के अंतरंग पर बल देने वाला संप्रदाय है

1. ध्वनि 
2. रीति 
3. वक्रोक्ति 
4. सभी

30. स्थायी भाव को उद्घोषित करने वाले कारण कहलाते है

1. अनुभाव 
2. रस 
3. विभाव 
4. संचारी भाव

31. साहित्य का उद्देश्य 'विरेचन' किस विद्वान ने माना ?

1. अरस्तू 
2. कॉलरिज 
3. जॉन ड्राइडन 
4. एडलर 

32. पेरी पोइतकेस (काव्यशास्त्र) किसकी रचना है ?

1. एडलर 
2. अरस्तू 
3. प्लेटो 
4. लॉगिनुस 

33. अरस्तू ने नाटक (त्रासदी) के कितने तत्व माने हैं  ?

1. सात 
2. तीन 
3. छः 
4. पाँच 

34. किस विद्वान ने त्रासदी का सर्वप्रथम गंभीर और सर्वांगीण विवेचन किया ?

1. प्लेटो 
2. अरस्तू 
3. एडलर 
4. कॉलरिज 

35. कल्पना के लिए 'फैन्सी' शब्द का प्रयोग किसने किया ? 

1. होरेस 
2. प्लेटो 
3. जॉन ड्राइडन 
4. कॉलरिज

36. साधारणीकरण की व्याख्या के अंतर्गत कवि-कर्म या कवि अनुभूति की ओर इंगित किया 

1. विश्वनाथ 
2. अभिनवगुप्त 
3. भट्टलोल्लट 
4. धनंजय

37. भावक या पाठक का साधारणीकरण माना 

1. रामचंद्र शुक्ल 
2. श्यामसुंदरदास 
3. डॉ० नगेंद्र 
4. केशवप्रसाद मिश्र 

38. नायक-नायिकाभेद निरूपक ग्रंथ 'उज्ज्वलनीलमणि' के रचनाकार कौन हैं  ?

1. रूपगोस्वामी 
2. मम्मट 
3. भानुमिश्र 
4. भामह

39. शील के आधार पर नायक के कितने भेद माने गए है 

1. दो 
2. चार 
3. पाँच 
4. दस

40. "विशिष्टापदरचना रीति" किसका कथन है ? 

1. कुंतक 
2. आनंदवर्द्धन 
3. भरत 
4. वामन

41. रीति को संघटना अर्थात 'सम्यक घटना' नाम किस आचार्य ने दिया ? 

1. वामन 
2. भोज 
3. आनंदवर्धन 
4. रुय्यक

42. 'शब्दार्थौ सहितौ काव्यम्-किसका कथन है ? 

1. भामह 
2. दण्डी 
3. आनंदवर्द्धन 
4. विश्वनाथ

43. 'शरीरं तावद् इष्टार्थव्यवच्छिन्ना पदावली - किसने कहा था ? 

1. जगन्नाथ 
2. विश्वनाथ 
3. दण्डी 
4. भामह

44. 'रीतिरात्मा काव्यस्य - किसने कहा था ?

1. वामन 
2. भरत 
3. महिमभट्ट 
4. कुंतक

45. 'शब्दार्थ शरीरं तावत्काव्यम्' किसका कथन है ? 

1. मम्मट 
2. आनंदवर्द्धन 
3. कुंतक 
4. वामन

46. 'तद्दोषौ शब्दार्थौ सगुणावनलंकृती पुनः क्वापि किसने कहा था ? 

1. मम्मट 
2. जगन्नाथ 
3. विश्वनाथ 
4. रामचंद्र शुक्ल

47. रमणीयार्थप्रतिपादकः शब्दः काव्यम्-किसका कथन है ?

1. वामन 
2. मम्मट 
3. दण्डी 
4. जगन्नाथ

48. वाक्यं रसात्मकं काव्यम्'-किसका कथन है ? 

1. जगन्नाथ 
2. विश्वनाथ 
3. वामन 
4. दण्डी

49. 'कवि समय' का सर्वप्रथम व्यवस्थित एवं पर्याप्त निरूपण किस आचार्य द्वारा किया गया 

1. वामन 
2. भरत 
3. राजशेखर 
4. नामह

50. रसनिष्पत्ति में ब्रह्म सहोदर की व्याख्या की 

1. भट्टलोल्लट 
2. भट्टनायक 
3. अभिनवगुप्त 
4. शंकुक

51. रसनिष्पत्ति में प्रेक्षक की अनुभूति की उपेक्षा करने वाले व्याख्याकार :

1. शंकुक 
2. अभिनवगुप्त 
3. भट्टनायक 
4. भट्टलोल्लट 

52. निम्न में से ध्वनि-विरोधी आचार्य हैं  :

1. भट्टनायक 
2. भट्टलोल्लट 
3. भट्टनायक 
4. अभिनवगुप्त

53. रस- निष्पत्ति के अंतर्गत रस को मूल पात्र में किसने किया ? 

1. शंकुक 
2. भट्टलोल्लट 
3. भट्टनायक
 4. अभिनवगुप्त 

54. हिंदी साहित्य में छंदशास्त्र की दृष्टि से प्रथम कृति मानी जाती है।

1. छंदसार 
2. छंदमाला 
3. छंदवीणा 
4 वर 

55. गणराज्य (Republic) किस विद्वान को कति है ? 

1. प्लेटो 
2. अरस्तू 
3. लगिनुस 
4. कॉलरिज

56. किस विद्वान ने काव्य की भर्त्सना करते हुए उसे समाज से बहिष्कृत करने का दर्शन दिया ? 

1. जॉन ड्राइडन 
2. अरस्तू 
3. लॉगिनुस 
4. प्लेटो 

57. काव्य में उदात्त तत्त्व (पेरीइप्सुस ) का सिद्धांत किस पाश्चात्य आचार्य  का है?

1. कॉलरिज 
2. सैन्त व्यव 
3. अरस्तू 
4. लॉगिनुस 



जय हिन्द : जय हिंदी 
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