jansanchar madhyam aur lekhan | जनसंचार माध्यम और लेखन | abhivyakti aur madhyam class 12

jansanchar madhyam aur lekhan | जनसंचार माध्यम और लेखन

अभिव्यक्ति और माध्यम 

इकाई एक 

जनसंचार माध्यम और लेखन 


Q & A

abhivyakti aur madhyam class 12

 जनसंचार माध्यम 

1. प्रभाष जोशी किस क्षेत्र से सम्बंधित हैं ?
उतर: पत्रकारिता 

2. संचार किसे कहते हैं ?

उत्तर: ‘संचार’ शब्द चर् धातु के साथ सम् उपसर्ग जोड़ने से बना है- इसका अर्थ है चलना या एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचना संचार संदेशों का आदान-प्रदान है।

सूचनाओं, विचारों और भावनाओं का लिखित, मौखिक या दृश्य-श्रव्य माध्यमों के जरिये सफ़लता पूर्वक आदान-प्रदान करना या एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाना संचार है।

3. “संचार अनुभवों की साझेदारी है”- किसने कहा है ?

उत्तर: प्रसिद्ध संचार शास्त्री 'विल्बर श्रेम' ने।

4. संचार माध्यम से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर: संचार-प्रक्रिया को संपन्न करने में सहयोगी तरीके तथा उपकरण संचार के माध्यम कहलाते हैं।

5. संचार के मूल तत्व लिखिए।

उत्तर: 

• संचारक या स्रोत

• एन्कोडिंग (कूटीकरण)

• संदेश (जिसे संचारक प्राप्तकर्ता तक पहुँचाना चाहता है)

• माध्यम (संदेश को प्राप्तकर्ता तक पहुँचाने वाला माध्यम होता है जैसे- ध्वनि-तरंगें, वायु तरंगें, टेलीफोन, समाचारपत्र, रेडियो, टी वी आदि)

• प्राप्तकर्ता (डीकोडिंग कर संदेश को प्राप्त केरने वाला)

• फीडबैक (संचार प्रक्रिया में प्राप्तकर्ता की प्रतिक्रिया)

• शोर (संचार प्रक्रिया में आने वाली बाधा)

6. संचार के प्रमुख प्रकारों का उल्लेख कीजिए:

उत्तर: 

• सांकेतिक संचार

• मौखिक संचार

• आमौखिक संचार

• अंतः वैयक्तिक संचार

• अंतरवैयक्तिक संचार

• समूह संचार

• जनसंचार

7. जनसंचार से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर: प्रत्यक्ष संवाद के बजाय किसी तकनीकी या यांत्रिक माध्यम के द्वारा समाज के एक विशाल वर्ग से संवाद कायम करना जनसंचार कहलाता है।

8. जनसंचार के प्रमुख माध्यमों का उल्लेख कीजिए।

उत्तर: अखबार, रेडियो, टीवी, इंटरनेट, सिनेमा आदि।

9. जनसंचार की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।

उत्तर:

• इसमें फ़ीडबैक तुरंत प्राप्त नहीं होता।

• इसके संदेशों की प्रकृति सार्वजनिक होती है।

• संचारक और प्राप्तकर्ता के बीच कोई सीधा संबंध नहीं होता।

• जनसंचार के लिए एक औपचारिक संगठन की आवश्यकता होती है।

• इसमें ढेर सारे द्वारपाल काम करते हैं।

10. जनसंचार के प्रमुख कार्य कौन-कौन से हैं ?

उत्तर:

• सूचना देना

• शिक्षित करना

• मनोरंजन करना

• निगरानी करना

• एजेंडा तय करना विचार-विमर्श के लिए मंच उपलब्ध कराना

11. लाइव से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर: किसी घटना का घटना-स्थल से सीधा प्रसारण लाइव कहलाता है।

12. भारत का पहला समाचार वाचक किसे माना जाता है ?
उत्तर: देवर्षि नारद।

13. जनसंचार का सबसे पहला महत्त्वपूर्ण तथा सर्वाधिक विस्तृत माध्यम कौन-सा था ?
उत्तर: समाचार-पत्र और पत्रिका

14. प्रिंट मीडिया के प्रमुख तीन पहलू कौन-कौन से हैं ?

उत्तर:

• समाचारों को संकलित करना

• संपादन करना

• मुद्रण तथा प्रसारण

15. समाचारों को संकलित करने का कार्य कौन करता है ?

उत्तर: संवाददाता

16. भारत में पत्रकारिता की शुरुआत कब और किससे हुई ?

उत्तर: भारत में पत्रकारिता की शुरुआत सन 1780 में जेम्स आगस्ट हिक्की के 'बंगाल गजट' से हुई जो कलकत्ता से निकला था।

17. हिंदी का पहला साप्ताहिक पत्र किसे माना जाता है ?

उत्तर: हिंदी का पहला साप्ताहिक पत्र ‘उदंत मार्तंड’ को माना जाता है जो कलकत्ता से पंडित जुगल किशोर शुक्ल के संपादन में निकला था।

18. आजादी से पूर्व कौन-कौन प्रमुख पत्रकार हुए ?

उत्तर: महात्मा गांधी, लोकमान्य तिलक, मदन मोहन मालवीय, गणेश शंकर विद्यार्थी, माखनलाल चतुर्वेदी, महावीर प्रसाद द्विवेदी, प्रताप नारायण मिश्र, बाल मुकुंद गुप्त आदि हुए।

19. आजादी से पूर्व के प्रमुख समाचार-पत्रों और पत्रिकाओं के नाम लिखिए।

उत्तर: केसरी, हिन्दुस्तान, सरस्वती, हंस, कर्मवीर, आज, प्रताप, प्रदीप, विशाल भारत आदि।

20. आजादी के बाद की प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं तथा पत्रकारों के नाम लिखए।

उत्तर: प्रमुख पत्र- नव भारत टाइम्स, जनसत्ता, नई दुनिया, हिन्दुस्तान, अमर उजाला, दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण आदि।

प्रमुख पत्रिकाएँ- धर्मयुग, साप्ताहिक हिन्दुस्तान, दिनमान, रविवार, इंडिया टुडे, आउट लुक आदि।

प्रमुख पत्रकार- अज्ञेय, रघुवीर सहाय, धर्मवीर भारती, मनोहर श्याम जोशी, राजेन्द्र माथुर, प्रभाष जोशी आदि।



 पत्रकारिता के विविध आयाम 

21. पत्रकारिता क्या है ?

उत्तर: ऐसी सूचनाओं का संकलन एवं संपादन कर आम पाठकों तक पहुँचाना, जिनमें अधिक से अधिक लोगों की रुचि हो तथा जो अधिक से अधिक लोगों को प्रभावित करती हों, पत्रकारिता कहलाता है। 

(देश-विदेश में घटने वाली घटनाओं की सूचनाओं को संकलित एवं संपादित कर समाचार के रूप में पाठकों तक पहुँचाने की क्रिया/विधा को पत्रकारिता कहते हैं)

22. पत्रकारीय लेखन तथा साहित्यिक सृजनात्मक लेखन में क्या अंतर है ?

उत्तर: पत्रकारीय लेखन की प्रमुख उद्देश्य सूचना प्रदान करना होता है, इसमें तथ्यों की प्रधानता होती है, जबकि साहित्यिक सृजनात्मक लेखन भाव, कल्पना एवं सौंदर्य-प्रधान होता है।

23. पत्रकारिता के प्रमुख आयाम कौन-कौन से हैं ?

उत्तर: संपादकीय, फ़ोटो पत्रकारिता, कार्टून कोना, रेखांकन और कार्टोग्राफ़।

24. समाचार किसे कहते हैं ?

उत्तर: समाचार किसी भी ऐसी ताजा घटना, विचार या समस्या की रिपोर्ट है जिसमें अधिक से अधिक लोगों की रुचि हो और जिसका अधिक से अधिक लोगों पर प्रभाव पड़ता हो।

25. समाचार के तत्त्वों को लिखिए।

उत्तर: पत्रकारिता की दृष्टि से किसी भी घटना, समस्या व विचार को समाचार का रूप धारण करने के लिए उसमें निम्न तत्त्वों में से अधिकांश या सभी का होना आवश्यक होता है-
नवीनता निकटता, प्रभाव, जनरुचि, संघर्ष, महत्त्वपूर्ण लोग, उपयोगी जानकारियाँ, अनोखापन आदि।

26. डेडलाइन से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर: समाचार माध्यमों के लिए समाचारों को कवर करने के लिए निर्धारित समय-सीमा को डेडलाइन कहते हैं।

27. संपादन से क्या अभिप्राय है ?

उत्तर: प्रकाशन के लिए प्राप्त समाचार-सामग्री से उसकी अशुद्धियों को दूर करके पठनीय तथा प्रकाशन योग्य बनाना संपादन कहलाता है।

28. संपादकीय क्या है ?

उत्तर: संपादक द्वारा किसी प्रमुख घटना या समस्या पर लिखे गए विचारात्मक लेख को, जिसे संबंधित समाचारपत्र की राय भी कहा जाता है, संपादकीय कहते हैं। संपाठकीय किसी एक व्यक्ति का विचार या राय न होकर समग्र पत्र-समूह की राय होता है, इसलिए संपादकीय में संपादक अथवा लेखक का नाम नहीं लिखा जाता।

29. पत्रकारिता के प्रमुख प्रकार लिखिए।

उत्तर: 

• खोजी पत्रकारिता

• विशेषीकृत पत्रकारिता

• वॉचडॉग पत्रकारिता

• एडवोकेसी पत्रकारिता

• पीत पत्रकारिता

• पेज थ्री पत्रकारिता

30. खोजी पत्रकारिता क्या है ?

उत्तर: जिसमें आम तौर पर सार्वजनिक महत्त्व के मामलों, जैसे-भ्रष्टाचार, अनियमितताओं और गड़बड़ियों की गहराई से छानबीन कर सामने लाने की कोशिश की जाती है। स्टिंग ऑपरेशन खोजी पत्रकारिता का ही एक नया रूप है।

31. वॉचडॉग पत्रकारिता से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर: लोकतंत्र में पत्रकारिता और समाचार मीडिया का मुख्य उत्तरदायित्व सरकार के कामकाज पर निगाह रखना है और कोई गड़बड़ी होने पर उसका परदाफाश करना होता है, परंपरागत रूप से इसे वॉचडॉग पत्रकारिता कहते हैं।

32. एडवोकेसी पत्रकारिता किसे कहते हैं ?

उत्तर: इसे पक्षधर पत्रकारिता भी कहते हैं। किसी खास मुद्दे या विचारधारा के पक्ष में जनमत बनाने के लिए लगातार अभियान चलाने वाली पत्रकारिता को एडवोकेसी पत्रकारिता कहते हैं।

33. पीत पत्रकारिता से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर: पाठकों को लुभाने के लिए झूठी अफ़वाहों, आरोपों-प्रत्यारोपों, प्रेमसंबंधों आदि से संबंधित सनसनीखेज समाचारों से संबंधित पत्रकारिता को पीत पत्रकारिता कहते हैं।

34. पेज थ्री पत्रकारिता किसे कहते हैं ?

उत्तर: ऐसी पत्रकारिता जिसमें फैशन, अमीरों की पार्टियों, महफ़िलों और जाने-माने लोगों के निजी जीवन के बारे में बताया जाता है।

35. पत्रकारिता के विकास में कौन-सा मूल भाव सक्रिय रहता है ?

उत्तर: जिज्ञासा का

36. विशेषीकृत पत्रकारिता क्या है ?

उत्तर: किसी विशेष क्षेत्र की विशेष जानकारी देते हुए उसका विश्लेषण करना विशेषीकृत पत्रकारिता है।

37. वैकल्पिक पत्रकारिता किसे कहते हैं ?

उत्तर: मुख्य धारा के मीडिया के विपरीत जो मीडिया स्थापित व्यवस्था के विकल्प को सामने लाकर उसके अनुकूल सोच को अभिव्यक्त करता है उसे वैकल्पिक पत्रकारिता कहा जाता है। आम तौर पर इस तरह के मीडिया को सरकार और बड़ी पूँजी का समर्थन प्राप्त नहीं होता और न ही उसे बड़ी कंपनियों के विज्ञापन मिलते हैं।

38. विशेषीकृत पत्रकारिता के प्रमुख क्षेत्रों का उल्लेख कीजिए।

• संसदीय पत्रकारिता

• न्यायालय पत्रकारिता

• आर्थिक पत्रकारिता

• खेल पत्रकारिता

• विज्ञान और विकास पत्रकारिता

• अपराध पत्रकारिता

• फैशन और फिल्म पत्रकारिता


39. पत्रकारिता के विकास में कौन-सा मूल भाव सक्रिय रहता है?

40. कोई घटना समाचार कैसे बनती है? सूचनाओं का संकलन, संपादन कर पाठकों तक पहुँचाने की क्रिया को क्या कहते हैं?

41. सम्पादकीय में सम्पादक का नाम क्यों नहीं लिखा जाता?

42. निम्न के बारे में लिखिए-

(क) डेड लाइन

(ख) फ्लैश ब्रेकिंग न्यूज

(ग) गाइड लाइन

(घ) लीड


 विभिन्न माध्यमों के लिए लेखन 


प्रिंट माध्यम (मुद्रित माध्यम)



43. प्रिंट मीडिया से क्या आशय है ?

उत्तर: छपाई वाले संचार माध्यम को प्रिंट मीडिया कहते हैं। इसे मुद्रण-माध्यम भी कहा जाता है। समाचार-पत्र पत्रिकाएँ, पुस्तकें आदि इसके प्रमुख रूप हैं।

44. जनसंचार के आधुनिक माध्यमों में सबसे पुराना माध्यम कौन-सा है ?

उत्तर: जनसंचार के आधुनिक माध्यमों में सबसे पुराना माध्यम प्रिंट माध्यम है।

45. आधुनिक छापाखाने का आविष्कार किसने किया ?

उत्तर: आधुनिक छापाखाने का आविष्कार जर्मनी के गुटेनबर्ग ने किया।

46. भारत में पहला छापाखाना कब और कहाँ पर खुला था ?

उत्तर: भारत में पहला छापाखाना सन 1776 में गोवा में खुला, इसे ईसाई मिशनरियों ने धर्म-प्रचार की पुस्तकें छापने के लिए खोला था।

47. जनसंचार के मुद्रित माध्यम कौन-कौन से हैं ?

उत्तर: मुद्रित माध्यमों के अन्तर्गत अखबार, पत्रिकाएँ पुस्तके आदि आती हैं।

48. मुद्रित माध्यम की विशेषताएँ लिखिए।

उत्तर:

• छपे हुए शब्दों में स्थायित्व होता है, इन्हें सुविधानुसार किसी भी प्रकार से पढ़ा जा सकता है।
• यह माध्यम लिखित भाषा का विस्तार है।
• यह चिंतन, विचार-विश्लेषण का माध्यम है।

49. मुद्रित माध्यम की सीमाएँ (दोष) लिखिए।

उत्तर:

• निरक्षरों के लिए मुद्रित माध्यम किसी काम के नहीं होते।
• ये तुरंत घटी घटनाओं को संचालित नहीं कर सकते।
• इसमें स्पेस तथा शब्द सीमा का ध्यान रखना पड़ता है।
• इसमें एक बार समाचार छप जाने के बाद अशुद्धि-सुधार नहीं किया जा सकता।

50. मुद्रित माध्यमों के लेखन के लिए लिखते समय किन-किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए।

उत्तर:

• भाषागत शुद्धता का ध्यान रखा जाना चाहिए।
• प्रचलित भाषा का प्रयोग किया जाए।
• समय, शब्द व स्थान की सीमा का ध्यान रखा जाना चाहिए।
• लेखन में तारतम्यता एवं सहज प्रवाह होना चाहिए।


रेडियो (आकाशवाणी)

51. इलैक्ट्रानिक माध्यम से क्या तात्पर्य है ?

उत्तर: जिस जन संचार में इलैकट्रानिक उपकरणों का सहारा लिया जाता है इलैक्ट्रानिक माध्यम कहते हैं। रेडियो, दूरदर्शन, इंटरनेट प्रमुख इलैक्ट्रानिक माध्यम हैं।

52. ऑल इंडिया रेडियो की विधिवत स्थापना कब हुई ?

उत्तर: सन् 1936 में

53. एफ़.एम. रेडियो की शुरुआत कब से हुई ?

उत्तर: एफ़.एम. (फ्रिक्वेंसी  माड्युलेशन) रेडियो की शुरुआत सन् १९९३ से हुई।

54. रेडियो किस प्रकार का माध्यम है ?

उत्तर: रेडियो एक इलैक्ट्रोनिक श्रव्य माध्यम है। इसमें शब्द एवं आवाज का महत्त्व होता है। यह एक रेखीय माध्यम है।

55. रेडियो समाचार किस शैली पर आधारित होते हैं ?

उत्तर: रेडियो समाचार की संरचना उल्टापिरामिड शैली पर आधारित होती है।

56. उल्टा पिरामिड शैली क्या है ? यह कितने भागों में बँटी होती है ?

उत्तर: जिसमें तथ्यों को महत्त्व के क्रम से प्रस्तुत किया जाता है, सर्वप्रथम सबसे ज्यादा महत्त्वपूर्ण तथ्य को तथा उसके उपरांत महत्त्व की दृष्टि से घटते क्रम में तथ्यों को रखा जाता है उसे उल्टा पिरामिड शैली कहते हैं। उल्टा पिरामिड शैली में समाचार को तीन भागों में बाँटा जाता है- इंट्रो, बॉडी और समापन।

57. रेडियो समाचार-लेखन के लिए किन-किन बुनियादी बातों पर ध्यान दिया जाना चाहिए ?

उत्तर:

• समाचार वाचन के लिए तैयार की गई कॉपी साफ़-सुथरी टाइप्ड कॉपी हो।
• कॉपी को ट्रिपल स्पेस में टाइप किया जाना चाहिए।
• पर्याप्त हाशिया छोड़ा जाना चाहिए।
• अंकों को लिखने में सावधानी रखनी चाहिए।
• संक्षिप्ताक्षरों के प्रयोग से बचा जाना चाहिए।


टेलीविजन (दूरदर्शन)

58. दूरदर्शन जनसंचार का किस प्रकार का माध्यम है ?

उत्तर: दूरदर्शन जनसंचार का सबसे लोकप्रिय व सशक्त माध्यम है। इसमें ध्वनियों के साथ-साथ दृश्यों का भी समावेश होता है। इसके लिए समाचार लिखते समय इस बात का ध्यान रखा जाता है कि शब्द व पर्दे पर दिखने वाले दृश्य में समानता हो।

59. भारत में टेलीविजन का आरंभ और विकास किस प्रकार हुआ ?

उत्तर: भारत में टेलीविजन का प्रारंभ 15 सितंबर 1959 को हुआ। यूनेस्को की एक शैक्षिक परियोजना के अन्तर्गत दिल्ली के आसपास के एक गाँव में दो टी.वी. सैट लगाए गए, जिन्हें 200 लोगों ने देखा। 1967 के बाद विधिवत टीवी सेवा आरंभ हुई। 1976 में दूरदर्शन नामक निकाय की स्थापना हुई।

60. टी०वी० खबरों के विभिन्न चरणों को लिखिए।

उत्तर: दूरदर्शन मे कोई भी सूचना निम्न चरणों या सोपानों को पार कर दर्शकों तक पहुँचती है।

(1) फ़्लैश या ब्रेकिंग न्यूज (समाचार को कम-से-कम शब्दों में दर्शकों तक तत्काल पहुँचाना)

(2) ड्राई एंकर (एंकर द्वारा शब्दों में खबर के विषय में बताया जाता है)

(3) फ़ोन इन (एंकर रिपोर्टर से फ़ोन पर बात कर दर्शकों तक सूचनाएँ पहुँचाता है)

(4) एंकर-विजुअल (समाचार के साथ-साथ संबंधित दृश्यों को दिखाया जाना)

(5) एंकर-बाइट (एंकर का प्रत्यक्षदर्शी या संबंधित व्यक्ति के कथन या बातचीत द्वारा प्रामाणिक खबर प्रस्तुत करना)

(6) लाइव (घटनास्थल से खबर का सीधा प्रसारण)

(7) एंकर-पैकेज (इसमें एंकर द्वारा प्रस्तुत सूचनाएँ; संबंधित घटना के दृश्य, बाइट, ग्राफ़िक्स आदि द्वारा व्यवस्थित ढंग से दिखाई जाती हैं)


इंटरनेट

61. इंटरनेट क्या है ? इसके गुण-दोषों पर प्रकाश डालिए।

उत्तर: इंटरनेट विश्वव्यापी अंतर्जाल है, यह जनसंचार का सबसे नवीन व लोकप्रिय माध्यम है। इसमें जनसंचार के सभी माध्यमों के गुण समाहित हैं। यह जहाँ सूचना, मनोरंजन, ज्ञान और व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक संवादों के आदान-प्रदान के लिए श्रेष्ठ माध्यम है, वहीं अश्लीलता, दुष्प्रचार व गंदगी फ़ैलाने का भी जरिया है।

62. इंटरनेट पत्रकारिता क्या है ?

उत्तर: इंटरनेट (विश्व्यापी अंतर्जाल) पर समाचारों का प्रकाशन या आदान-प्रदान इंटरनेट पत्रकारिता कहलाता है। इंटरनेट पत्रकारिता दो रूपों में होती है। प्रथम- समाचार संप्रेषण के लिए नेट का प्रयोग करना। दूसरा- रिपोर्टर अपने समाचार को ई-मेल द्वारा अन्यत्र भेजने व समाचार को संकलित करने तथा उसकी सत्यता, विश्वसनीयता सिद्ध करने के लिए करता है।

63. इंटरनेट पत्रकारिता को और किन-किन नामों से जाना जाता है ?

उत्तर: ऑनलाइन पत्रकारिता, साइबर पत्रकारिता, वेब पत्रकारिता आदि नामों से।

64. विश्व-स्तर पर इंटरनेट पत्रकारिता का विकास किन-किन चरणों में हुआ ?

विश्व-स्तर पर इंटरनेट पत्रकारिता का विकास निम्नलिखित चरणों में हुआ

• प्रथम चरण ——- १९८२ से १९९२

• द्वितीय चरण ——- १९९३ से २००१

• तृतीय चरण ——- २००२ से अब तक


65. भारत में इंटरनेट पत्रकारिता का प्रारम्भ कब से हुआ ?

उत्तर: पहला चरण १९९३ से तथा दूसरा चरण २००३ से शुरू माना जाता है। भारत में सच्चे अर्थों में वेब पत्रकारिता करने वाली साइटें ‘रेडिफ़ डॉट कॉम’, ‘इंडिया इंफ़ोलाइन’ व ‘सीफ़ी’ हैं। रेडिफ को भारत की पहली साइट कहा जाता है।

66. वेबसाइट पर विशुद्धपत्रकारिता शुरू करने का श्रेय किसको जाता है ?

उत्तर: ‘तहलका डॉटकॉम’

67. भारत में सच्चे अर्थों में वेब पत्रकारिता करने वाली साइटों के नाम लिखिए।

उत्तर: ‘रीडिफ़ डॉट कॉम’, ‘इंडिया इंफ़ोलाइन’ व ‘सीफ़ी’

68. भारत में कौन-कौन से समाचार-पत्र इंटरनेट पर उपलब्ध हैं ?
उत्तर: टाइम्स आफ़ इंडिया, हिंदुस्तान टाइम्स, इंडियन एक्सप्रैस, हिंदू, ट्रिब्यून आदि।

69. भारत की कौन-सी नेट-साइट भुगतान देकर देखी जा सकती है ?
उत्तर: ‘इंडिया टुडे’

70. भारत की पहली साइट कौन-सी है , जो इंटरनेट पर पत्रकारिता कर रही है ?

उत्तर: रीडिफ

71. सिर्फ़ नेट पर उपलब्ध अखबार का नाम लिखिए।

उत्तर: “प्रभा साक्षी” नाम का अखबार प्रिंट रूप में न होकर सिर्फ़ नेट पर उपलब्ध है।

72. पत्रकारिता के लिहाज से हिंदी की सर्वश्रेष्ठ साइट कौन-सी है ?

उत्तर:पत्रकारिता के लिहाज से हिन्दी की सर्वश्रेष्ठ साइट बीबीसी की है, जो इंटरनेट के मानदंडों के अनुसार चल रही है।

73. हिंदी वेब जगत में कौन-कौनसी साहित्यिक पत्रिकाएँ चल रही हैं ?

उत्तर: हिंदी वेब जगत में ‘अनुभूति’, अभिव्यक्ति, हिंदी नेस्ट, सराय आदि साहित्यिक पत्रिकाएँ चल रही हैं।

74. हिंदी वेब जगत की सबसे बड़ी समस्या क्या है ?

उत्तर: हिन्दी वेब जगत की सबसे बड़ी समस्या मानक की-बोर्ड तथा फोंट की है। डायनामिक फोंट के अभाव के कारण हिन्दी की ज्यादातर साइटें खुलती ही नहीं हैं।

75. भारत में पहला छापाखान किस उद्देश्य से खोला गया?

76. 'गुटेनबर्ग' को किस क्षेत्र में योगदान के लिए याद किया जाता है?

77. 'रेडियो समाचर' किस शैली में लिखे जाते हैं?

78. रेडियो तथा टेलीविजन माध्यमों में मुख्य अंतर क्या है?

79. 'एंकर बाईट' क्या है?

80. समाचार को संकलित करने वाला व्यक्ति क्या कहलाता है?

81. 'नेट साउंड 'किसे कहते हैं?

82. ब्रेकिंग न्यूज से आप क्या समझते हैं?


पत्रकारीय लेखन के विभिन्न रूप और लेखन प्रक्रिया

83. पत्रकारीय लेखन क्या है ?

उत्तर:  समाचार माध्यमों में काम करने वाले पत्रकार अपने पाठकों तथा श्रोताओं तक सूचनाएँ पहुँचाने के लिए लेखन के विभिन्न रूपों का इस्तेमाल करते हैं, इसे ही पत्रकारीय लेखन कहते हैं। पत्रकारीय लेखन का संबंध समसामयिक विषयों, विचारों व घटनाओं से है। पत्रकार को लिखते समय यह ध्यान रखना चाहिए वह सामान्य जनता के लिए लिख रहा है, इसलिए उसकी भाषा सरल व रोचक होनी चाहिए। वाक्य छोटे व सहज हों। कठिन भाषा का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए। भाषा को प्रभावी बनाने के लिए अनावश्यक विशेषणों, जार्गन्स (अप्रचलित शब्दावली) और क्लीशे (पिष्टोक्ति , दोहराव) का प्रयोग नहीं होना चहिए।

84. पत्रकारीय लेखन के अंतर्गत क्या-क्या आता है ?

उत्तर:  पत्रकरिता या पत्रकारीय लेखन के अन्तर्गत संपादकीय, समाचार, आलेख, रिपोर्ट, फीचर, स्तम्भ तथा कार्टून आदि आते हैं।

85. पत्रकारीय लेखन का मुख्य उद्देश्य क्या होता है ?

उत्तर:  पत्रकारीय लेखन का प्रमुख उद्देश्य है- सूचना देना, शिक्षित करना तथा मनोरंजन करना आदि होता है।

86. पत्रकारीय लेखन के प्रकार लिखए।

उत्तर:  पत्रकारीय लेखन के कई प्रकार हैं यथा- ‘खोजपरक पत्रकारिता’, वॉचडॉग पत्रकारिता और एड्वोकैसी पत्रकारिता आदि।

87. पत्रकार कितने प्रकार के होते हैं ?

उत्तर:  पत्रकार तीन प्रकार के होते हैं-

• पूर्ण कालिक
• अंशकालिक (स्ट्रिंगर)
• फ्रीलांसर या स्वतंत्र पत्रकार

88. समाचार किस शैली में लिखे जाते हैं ?

उत्तर:  समाचार उलटा पिरामिड शैली में लिखे जाते हैं, यह समाचार लेखन की सबसे उपयोगी और लोकप्रिय शैली है। इस शैली का विकास अमेरिका में गृह युद्ध के दौरान हुआ। इसमें महत्त्वपूर्ण घटना का वर्णन पहले प्रस्तुत किया जाता है, उसके बाद महत्त्व की दृष्टि से घटते क्रम में घटनाओं को प्रस्तुत कर समाचार का अंत किया जाता है। समाचार में इंट्रो, बॉडी और समापन के क्रम में घटनाएँ प्रस्तुत की जाती हैं।

89. समाचार के छह ककार कौन-कौन से हैं ?

उत्तर:  समाचार लिखते समय मुख्य रूप से छह प्रश्नों- क्या , कौन , कहाँ , कब , क्यों और कैसे का उत्तर देने की कोशिश की जाती है। इन्हें समाचार के 'छह ककार' कहा जाता है। 

क्या , कौन , कहाँ , कब  प्रश्नों के उत्तर इंट्रो में तथा क्यों और कैसे के उत्तर समापन से पूर्व बॉडी वाले भाग में दिए जाते हैं।

90. फ़ीचर क्या है ?

उत्तर:  फ़ीचर एक प्रकार का सुव्यवस्थित, सृजनात्मक और आत्मनिष्ठ लेखन है।

91. फ़ीचर लेखन का क्या उद्देश्य होता है ?

उत्तर: फ़ीचर का उद्देश्य मुख्य रूप से पाठकों को सूचना देना, शिक्षित करना तथा उनका मनोरंजन करना होता है।

92. फ़ीचर और समाचार में क्या अंतर है ?

उत्तर: समाचार में रिपोर्टर को अपने विचारों को डालने की स्वतंत्रता नहीं होती, जबकि फ़ीचर में लेखक को अपनी राय, दृष्टिकोण और भावनाओं को जाहिर करने का अवसर होता है। समाचार उल्टा पिरामिड शेली में लिखे जाते हैं, जबकि फ़ीचर लेखन की कोई सुनिश्चित शैली नहीं होती। फ़ीचर में समाचारों की तरह शब्दों की सीमा नहीं होती। आमतौर पर फ़ीचर, समाचार रिपोर्ट से बड़े होते हैं। पत्र-पत्रिकाओं में प्रायः २५० से २००० शब्दों तक के फ़ीचर छपते हैं।

93. विशेष रिपोर्ट से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर: सामान्य समाचारों से अलग वे विशेष समाचार जो गहरी छान-बीन, विश्लेषण और व्याख्या के आधार पर प्रकाशित किए जाते हैं, विशेष रिपोर्ट कहलाते हैं।

94. विशेष रिपोर्ट के विभिन्न प्रकारों को स्पष्ट कीजिए।

उत्तर:
(1) खोजी रिपोर्ट: इसमें अनुपल्ब्ध तथ्यों को गहरी छान-बीन कर सार्वजनिक किया जाता है।

(2) इन्डेप्थ रिपोर्ट: सार्वजानिक रूप से प्राप्त तथ्यों की गहरी छान-बीन कर उसके महत्त्वपूर्ण पक्षों को पाठकों के सामने लाया जाता है।

(3) विश्लेषणात्मक रिपोर्ट: इसमें किसी घटना या समस्या का विवरण सूक्ष्मता के साथ विस्तार से दिया जाता है। रिपोर्ट अधिक विस्तृत होने पर कई दिनों तक किस्तों में प्रकाशित की जाती है।

(4) विवरणात्मक रिपोर्ट: इसमें किसी धटना या समस्या को विस्तार एवं बारीकी के साथ प्रस्तुत किया जाता है।

95. विचारपरक लेखन किसे कहते हैं ?

उत्तर: जिस लेखन में विचार एवं चिंतन की प्रधानता होती है, उसे विचार परक लेखन कहा जाता है। समाचार-पत्रों में समाचार एवं फ़ीचर के अतिरित संपादकीय, लेख, पत्र, टिप्पणी, वरिष्ठ पत्रकारों व विशेषज्ञों के स्तंभ छपते हैं। ये सभी विचारपरक लेखन के अंतर्गत आते हैं।

96. संपादकीय से क्या अभिप्राय है ?

उत्तर: संपादक द्वारा किसी प्रमुख घटना या समस्या पर लिखे गए विचारात्मक लेख को, जिससे संबंधित समाचार पत्र की राय भी कहा जाता है, संपादकीय कहते हैं। संपादकीय किसी एक व्यक्ति का विचार या राय न होकर समग्र 'पत्र-समूह' की राय होता है, इसलिए संपादकीय में संपादक अथवा लेखक का नाम नहीं लिखा जाता।

97. स्तंभ लेखन से क्या तात्पर्य है ?

उत्तर: यह एक प्रकार का विचारात्मक लेखन है। कुछ महत्त्वपूर्ण लेखक अपने खास वैचारिक रुझान एवं लेखन शैली के लिए जाने जाते हैं। ऐसे लेखकों की लोकप्रियता को देखकर समाचरपत्र उन्हें अपने पत्र में नियमित स्तंभ-लेखन की जिम्मेदारी प्रदान करते हैं। इस प्रकार किसी समाचार-पत्र में किसी ऐसे लेखक द्वारा किया गया विशिष्ट एवं नियमित लेखन जो अपनी विशिष्ट शैली एवं वैचारिक रुझान के कारण समाज में ख्याति-प्राप्त हो, स्तंभ लेखन कहा जाता है।

98. संपादक के नाम पत्र से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर: समाचार पत्रों में संपादकीय पृष्ठ पर तथा पत्रिकाओं की शुरुआत में संपादक के नाम आए पत्र प्रकाशित किए जाते हैं। यह प्रत्येक समाचारपत्र का नियमित स्तंभ होता है। इसके माध्यम से समाचार-पत्र अपने पाठकों को जनसमस्याओं तथा मुद्दों पर अपने विचार एवम् राय व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है।

99. साक्षात्कार/इंटरव्यू से क्या अभिप्राय है ?

उत्तर: किसी पत्रकार के द्वारा अपने समाचारपत्र में प्रकाशित करने के लिए, किसी व्यक्ति विशेष से उसके विषय में अथवा किसी विषय या मुद्दे पर किया गया प्रश्नोत्तरात्मक संवाद साक्षात्कार कहलाता है।

100. सामान्य लेखन तथा पत्रकारीय लेखन में क्या अंतर है?

101. पत्रकारीय लेखन के उद्देश्य लिखिए।

102. पत्रकार कितने प्रकार के होते हैं?

103. उल्टा पिरामिड शैली का विकास कब और क्यों हुआ?

104. समाचार के प्रकारों के नाम लिखिए।

105. बाड़ी क्या है?

106. फ़ीचर किस शैली में लिखा जाता है?

107. फ़ीचर व समाचार में क्या अंतर है?

108. विशेष रिपोर्ट से आप क्या समझते हैं?

109. विशेष रिपोर्ट के भेद लिखिए।

110. इन्डेप्थ रिपोर्ट किसे कहते हैं?

111. विचारपरक लेखन क्या है तथा उसके अन्तर्गत किस प्रकार के लेख आते हैं?

112. स्वतंत्र पत्रकार किसे कहते है?

113. पूर्णकालिक पत्रकार से क्या अभिप्राय है?

114. अंशकालिक पत्रकार क्या होता है?


 विशेष लेखन: स्वरूप और प्रकार 

115. विशेष लेखन किसे कहते हैं ?

उत्तर: विशेष लेखन किसी खास विषय पर सामान्य लेखन से हट कर किया गया लेखन है; जिसमें विषय से संबंधित विस्तृत सूचनाएँ प्रदान की जाती हैं।

116. डेस्क क्या है ?

उत्तर: समाचारपत्र, पत्रिकाओं, टीवी और रेडियो चैनलों में अलग-अलग विषयों पर विशेष लेखन के लिए निर्धारित स्थल को डेस्क कहते हैं और उस विशेष डेस्क पर काम करने वाले पत्रकारों का भी अलग समूह होता है। यथा-व्यापार तथा कारोबार के लिए अलग तथा खेल की खबरों के लिए अलग डेस्क निर्धारित होता है।

117. बीट से क्या तात्पर्य है ?

उत्तर: विभिन्न विषयों से जुड़े समाचारों के लिए संवाददाताओं के बीच काम का विभाजन आम तौर पर उनकी दिलचस्पी और ज्ञान को ध्यान में रख कर किया जाता है। मीडिया की भाषा में इसे बीट कहते हैं।

118. बीट रिपोर्टिंग तथा विशेषीकृत रिपोर्टिंग में क्या अन्तर है ?

उत्तर:  बीट रिपोर्टिग के लिए संवाददाता में उस क्षेत्र के बारे में जानकारी व दिलचस्पी का होना पर्याप्त है, साथ ही उसे आम तौर पर अपनी बीट से जुड़ी सामान्य खबरें ही लिखनी होती हैं। किन्तु विशेषीकृत रिपोर्टिंग में सामान्य समाचारों से आगे बढ़कर संबंधित विशेष क्षेत्र या विषय से जुड़ी घटनाओं, समस्याओं और मुद्दों का बारीकी से विश्लेषण कर प्रस्तुतीकरण किया जाता है। 

बीट कवर करने वाले रिपोर्टर को संवाददाता कहा जाता है। तथा विशेषीकृत रिपोर्टिंग करने वाले रिपोर्टर को विशेष संवाददाता कहा जाता है।

119. विशेष लेखन की भाषा-शैली पर प्रकाश डालिए।

उत्तर: विशेष लेखन की भाषा-शैली सामान्य लेखन से अलग होती है। इसमें संवाददाता को संबंधित विषय की तकनीकी शब्दावली का ज्ञान होना आवश्यक होता है, साथ ही यह भी आवश्यक होता है कि वह पाठकों को उस शब्दावली से परिचित कराए जिससे पाठक रिपोर्ट को समझ सकें। विशेष लेखन की कोई निश्चित शैली नहीं होती।

120. विशेष लेखन के क्षेत्र कौन-कौन से हो सकते हैं ?

उत्तर: विशेष लेखन के अनेक क्षेत्र होते हैं, यथा- अर्थ-व्यापार, खेल, विज्ञान-प्रौद्योगिकी, कृषि, विदेश, रक्षा, पर्यावरण शिक्षा, स्वास्थ्य, फ़िल्म-मनोरंजन, अपराध, कानून व सामाजिक मुद्दे आदि।

121. किसी खास विषय पर किए गए लेखन को क्या कहते हैं?

122. विशेष लेखन के क्षेत्र लिखिए।

123. पत्रकारीय भाषा में लेखन के लिए निर्धारित स्थल को क्या कहते है?

124. बीट से आप क्या समझते हैं?

125. बीट रिपोर्टिग क्या है?

126. बीट रिपोर्टिंग तथा विशेषीकृत रिपोर्टिंग में क्या अंतर है?

127. विशेष संवाददाता किसे कहते हैं?


बोर्ड परीक्षा में पूछे गए प्रश्न 

128. प्रिंट माध्यम किसे कहते हैं?

129. जनसंचार के प्रचलित माध्यमों में सबसे पुराना माध्यम क्या है?

130. किन्हीं दो मुद्रित माध्यमों के नाम लिखिए।

131. छापाखाने के आविष्कार का श्रेय किसको जाता है?

132. हिंदी का पहला समाचार-पत्र कब, कहाँ से किसके द्वारा प्रकाशित किया गया?

133. हिंदी में प्रकाशित होने वाले दो दैनिक समाचार-पत्रों तथा पत्रिकाओं के नाम लिखिए।

134. रेडियो की अपेक्षा टीवी समाचारों की लोकप्रियता के दो कारण लिखिए।

135. पत्रकारीय लेखन तथा साहित्यिक सृजनात्मक लेखन का अंतर बताइए।

136. पत्रकारिता का मूलतत्व क्या है?

137. स्तंभलेखन से क्या तात्पर्य है?

138. पीत पत्रकारिता किसे कहते हैं?

139. खोजी पत्रकारिता का आशय स्पष्ट कीजिए।

140. समाचार शब्द को परिभाषित कीजिए।

141. उल्टा पिरामिड शैली क्या हैं?

142. समाचार लेखन में छह कारको का क्या महत्त्व है?

143. मुद्रित माध्यमों की किन्हीं दो विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।

144. डेड लाइन क्या है?

145. रेडियो नाटक से आप क्या समझते हैं?

146. रेडियो समाचार की भाषा की दो विशेषताएँ लिखिए।

147. एंकर बाईट किसे कहते हैं?

148. टेलीविजन समाचारों में एंकर बाईट क्यों जरूरी है?

149. मुद्रित माध्यम को स्थायी माध्यम क्यों कहा जाता है?

150. किन्हीं दो समाचार चैनलों के नाम लिखिए।

151. इंटरनेट पत्रकारिता के लोकप्रिय होने के क्या कारण हैं?

152. भारत के किन्हीं चार समाचार-पत्रों के नाम लिखिए जो इंटरनेट पर उपलब्ध हैं?

153. पत्रकारिता की भाषा में बीट किसे कहते हैं?

154. विशेष रिपोर्ट के दो प्रकारों का उल्लेख कीजिए।

155. विशेष लेखन के किन्हीं दो प्रकारों का नामोल्लेख कीजिए।

156. विशेष रिपोर्ट के लेखन में किन बातों पर अधिक बल दिया जाता है?

157. बीट रिपोर्टर किसे कहते हैं?

158. रिपोर्ट लेखन की भाषा की दो विशेषताएँ लिखिए।

159. संपादकीय के साथ संपादन-लेखक का नाम क्यों नहीं दिया जाता?

160. संपादकीय लेखन क्या होता है?

161. संपादक के दो प्रमुख उत्तरदायित्वों का उल्लेख कीजिए।

162. ऑप-एड पृष्ठ किसे कहते हैं?

163. न्यूजपेग क्या है?

164. आडिएंस से आप क्या समझते हैं?

165. इलेक्ट्रोनिक मीडिया क्या है?

166. कार्टून कोना क्या है?

167. भारत में नियमित अपडेट साइटों के नाम बताइए।

168. कम्प्यूटर के लोकप्रिय होने का प्रमुख कारण बताइए।

169. विज्ञापन किसे कहते हैं?

170. फीडबैक से क्या अभिप्राय है?

171. जनसंचार से आप क्या समझते हैं?

172. समाचार और फीचर में क्या अंतर है?




जय हिन्द : जय हिंदी 
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