Vidai Sambhashan Class 11 mcq | विदाई संभाषण mcq

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 विदाई संभाषण बहुविकल्पीय प्रश्न 



  • “विदाई संभाषण” पाठ के लेखक कौन हैं – बालमुकुंद गुप्त जी
  • “विदाई संभाषण” को बालमुकुंद गुप्त जी की किस रचना से लिया गया हैं – “शिवशंभु के चिट्ठे”
  • “शिवशंभु के चिट्ठे”, कैसी रचना हैं – व्यंग्य रचना
  • लेखक ने “विदाई संभाषण” किस अंग्रेज शासक की विदाई के समय लिखा था – लॉर्ड कर्जन के
  • इस पाठ में “सूत्रधार” शब्द किसके लिए प्रयुक्त हुआ है – लॉर्ड कर्जन के लिए
  • लेखक के अनुसार , “सूत्रधार” शब्द का क्या अर्थ हैं – जिसके हाथ में संचालन की डोर हो
  • लॉर्ड कर्जन भारत में कितनी बार वॉइसराय बनकर आए – दो बार
  • भारत में लॉर्ड कर्जन का कार्यकाल कब से कब तक रहा – पहला कार्यकाल सन 1899 -1904 तक और दूसरा कार्यकाल 1904 – 1905 तक रहा।
  • लार्ड कर्जन ने भारत में क्या करने की कोशिश की – अंग्रेजों का वर्चस्व स्थापित करने की
  • लार्ड कर्जन किसके पक्षधर थे – सरकारी निरंकुशता के
  • लार्ड कर्जन ने किसकी स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगा दिया था – प्रेस की स्वतंत्रता
  • “विदाई संभाषण” पाठ में लेखक ने “तीसरी शक्ति” किसे कहा हैं – इंग्लैंड की महारानी को
  • “तीसरी शक्ति” यानि “इंग्लैंड की महारानी” का आदेश मानने को कौन बाध्य था – भारत का वायसराय
  • “किंतु पर्दे के पीछे एक और ही लीलामय की लीला हो रही है”, इस वाक्य में लीलामय किसके लिए प्रयुक्त हुआ है – ईश्वर के लिए
  • लेखक के अनुसार , लॉर्ड कर्जन ने किन्हें “गर्म तवे पर पानी की बूंदों की भांति नचाया है” – भारतीयों को
  • लेखक के अनुसार , कौन सा समय करूणोत्पादक होता है – बिछड़ने का
  • शिवशंभू के पास कितनी गायें थी – दो
  • शिवशंभू ने अपनी कौन सी गाय पुरोहित को दान दे दी थी – शक्तिशाली
  • बलशाली गाय से बिछड़ने पर रोज उससे मार खाने वाली दुर्बल गाय को कैसा लगा – बहुत दुखी हुई
  • लेखक के अनुसार , बिछड़ने के समय मन में किस रस का आविर्भाव होता है – वियोग रस का
  • लॉर्ड कर्जन के शासनकाल रूपी नाटक का अंत कैसा था – दुखांत
  • कर्जन जब दूसरी बार वायसराय बनकर भारत आये तो वो कहाँ उतरे थे – मुंबई में
  • किसने भारत आकर , अलिफ़ लैला व बगदाद के खलीफा अबुलहसन से भी ज्यादा शान -ओ – शौकत देखी – कर्जन ने
  • जुलूस में लार्ड कर्जन किसमें सवार रहता था – सबसे ऊँचे हाथी में
  • जुलूस निकलने पर कर्जन का हाथी कहाँ होता था- सबसे आगे
  • लेखक के अनुसार , ईश्वर व इग्लैण्ड के महाराजा एडवर्ड के बाद इस देश में सबसे ऊँचा स्थान किसका था – कर्जन का
  • कर्जन और उसकी लेडी किससे बनी कुर्सी पर बैठते थे – सोने से
  • कौन्सिल में उटपटांग कानून पास करने वक्त कर्जन के अंदर क्या नजर नहीं आयी – गंभीरता
  • लॉर्ड कर्जन हमेशा ब्रिटिश शासकों को किस बात की धमकी देते थे – इस्तीफा देने की
  • लॉर्ड कर्जन के इशारों पर कौन नाचते थे – हाकिम
  • भारत की शिक्षा व्यवस्था को लगभग किसने खत्म किया – लॉर्ड कर्जन ने
  • लॉर्ड कर्जन ने इस देश में बड़े पैमाने पर क्या फैलाई – अशांति
  • लॉर्ड कर्जन की क्या जिद्द थी – बंगाल विभाजन
  • भारत की कितने करोड़ प्रजा की अनिच्छा के बाबजूद लॉर्ड कर्जन ने बंगाल विभाजन कर दिया – आठ करोड़
  • बंगाल विभाजन किस वायसराय ने किया – लॉर्ड कर्जन ने
  • लार्ड कर्जन का सबसे अधिक प्रतिक्रियावादी कार्य कौन सा था – बंगाल विभाजन
  • लार्ड कर्जन का स्वभाव कैसा था – जिद्दी
  • “विदाई संभाषण” पाठ में , “घमंडी खिलाड़ी” किसे कहा गया है – लार्ड कर्जन को
  • अंत में किसकी हालत इतनी खराब हो गई कि एक प्रधान सेनापति (जंगी लाट) को भी उससे बड़ा माना जाने लगा – लॉर्ड कर्जन की
  • लॉर्ड कर्जन के इस्तीफा देने के बाद , नए वायसराय के आने तक उन्हें अनिच्छा से क्या करना पड़ा था – अपने पद पर बने रहना पड़ा था ।
  • “कैसर” शब्द किनके लिए प्रयोग किया जाता था – तानाशाह जर्मन शासकों के लिए
  • “जार” शब्द किनके लिए प्रयोग किया जाता था – रूस के तानाशाह शासकों के लिए
  • नादिरशाह ने कहां कत्लेआम किया – दिल्ली में
  • दिल्ली के किस राजा की प्रार्थना पर नादिरशाह ने कत्लेआम रोक दिया था – आसिफजाह
  • लॉर्ड कर्जन की जिद किससे भी भयंकर थी – नादिरशाह
  • लेखक ने भारतीय प्रजा की क्या विशेषता बताई है – वह अपने दुख और कष्टों का इतना ध्यान नहीं रखती जितना कि परिणामों का ध्यान रखती है।उसे पता है कि इस संसार में हर चीज का अंत होना निश्चित है।
  • कर्जन को इस्तीफा क्यों देना पड़ा – एक फ़ौजी अफसर को अपनी इच्छानुसार एक पद पर न बैठा सकने पर गुस्से से इस्तीफा दे दिया।
  • कर्जन “कृतज्ञता की इस भूमि” की महिमा को समझ नही पाया ” , यहाँ पर “कृतज्ञता की भूमि” किसे कहा गया हैं – भारत भूमि को
  • लेखक के अनुसार , लॉर्ड कर्जन के इशारे पर क्या हो जाता था – प्रलय
  • लॉर्ड कर्जन समाज के किस वर्ग को सबसे अधिक नापसंद करते थे – शिक्षित वर्ग को
  • लॉर्ड कर्जन कभी – कभार किनके बारे में सोच लिया करता था – भारत की अनपढ़ जनता के
  • भारत के अनपढ़ जनता किस राजकुमार के गीत गाया करती थी – सुल्तान के
  • राजकुमार नर सुल्तान के जीवन में जब संकट आया था तो उसने अपने जीवन के कुछ साल कहाँ बिताये थे – नरवरगढ़ में
  • नरवरगढ़ से अपने घर लौटते वक्त , राजकुमार नर सुल्तान ने क्या किया – नरवरगढ़ को प्रणाम कर उसका शुक्रिया अदा किया।
  • लॉर्ड कर्जन के भारत छोड़ते वक्त , लेखक उससे क्या उम्मीद कर रहे थे – कर्जन जाते वक्त इस देश का शुक्रिया अदा करते जायेंगे।
  • भारत में जितने भी प्रधान शासक आए उनका अंत में क्या हश्र हुआ – सबको यहां से जाना पड़ा


लेखक बालमुकुंद गुप्त जी से संबंधित कुछ प्रश्न

  • बालमुकुंद गुप्तजी का जन्म कब हुआ – 1865 (गुडियाना , रोहतक (हरियाणा))
  • बालमुकुंद गुप्तजी की मृत्यु कब हुई – 1907 (केवल 42 वर्ष की आयु में)
  • बालमुकुंद गुप्तजी ने कौन -कौन से पत्रों का सम्पादन किया – हिंदी हिन्दोस्तान , हिंदी बंगवासी , भारत मित्र , भारत प्रताप
  • बालमुकुंद गुप्तजी किस क्षेत्र से जुड़े थे -पत्रकारिता
  • बालमुकुंद गुप्तजी की प्रसिद्ध रचनाएँ कौन सी हैं – “शिवशंभु के चिट्ठे और “चिट्ठे और खत”
  • बालमुकुंद गुप्तजी का कविता संग्रह किस नाम से प्रकाशित हैं – स्पुट -कविता
  • बालमुकुन्द गुप्त को कौन से दो युगो को जोड़ने वाली कड़ी माना जाता हैं – भारतेंदु युग और द्विवेदी युग को
  • बालमुकुंद गुप्त जी ने कौन से निबंध की रचना की – बालमुकुंद गुप्त निबंधावली


जय हिन्द : जय हिंदी 
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