namak ka daroga class 11 mcq
प्रश्न 1.'नमक का दारोगा' पाठ के लेखक हैं -
(अ) प्रेमचंद
(ब) शेखर जोशी
(स) कृष्णनाथ
(द) राजेश जोशी
प्रश्न 2. कहानी के मुख्य पात्र का नाम है -
(अ) वंशीलाल
(ब) वंशीधर
(स) किशन लाल
(द). रामलाल
उत्तर – (ब)
प्रश्न 3. वृद्ध मुंशी ने पुत्र को क्या सलाह दी ?
(अ) ईमानदारी से कार्य करने की
(ब) ऊपरी आय की नौकरी खोजने की
(स) अपना व्यापार करने की
(द). बेईमानी से कार्य करने को
उत्तर – (ब)
प्रश्न 4. वंशीधर को नौकरी किस विभाग में मिली ?
(अ). आयकर विभाग में
(ब) नमक विभाग में
(स) रेल विभाग में
(द). शिक्षा विभाग
उत्तर – (ब)
प्रश्न 5. किस ईश्वर प्रदत्त वस्तु का व्यवहार करना निषेध हो गया था ?
(अ) जल
(ब) वायु
(स) नमक
(द). मिर्ची
उत्तर – (स)
प्रश्न 6. नमक की कालाबाजारी कौन कर रहा था?
(अ) अलोपीदीन
(ब) मातादीन
(स) वंशीधर
(द) वंशीधर के पिता
उत्तर – (अ)
प्रश्न 7. लाखों का लेन-देन कौन करता था ?
(अ) वंशीधर
(ब) अलोपीदीन
(स) वंशीधर के पिता
(द).सिपाही
उत्तर – (ब)
प्रश्न 8. अलोपीदीन को किसकी शक्ति पर विश्वास था ?
(अ) लक्ष्मी की
(ब) दुर्गा की
(स) सरस्वती की
(द). न्यायालय
उत्तर – (अ)
प्रश्न 9. “न्याय और नीति सब लक्ष्मी के ही खिलौने हैं ” | कथन किसका है ?
(अ) वृद्ध मुंशी का
(ब) बदलू का
(स) अलोपीदीन का
(द). वंशीधर के पिता
उत्तर – (स)
प्रश्न 10. अलोपीदीन क्या देखकर मूर्छित होकर गिर पड़े ?
(अ) हथकड़ियाँ
(ब) पुलिस
(स) डाकू
(द) बदलू
उत्तर – (अ)
प्रश्न 11.अदालत में सबने किसका साथ दिया ?
(अ) वंशीधर का
(ब) अलोपीदीन का
(स) वृद्ध मुंशी का
(द) बदलू
उत्तर – (ब)
प्रश्न 12.वंशीधर के परिवार वाले उनसे नाराज क्यों थे ?
(अ). उन्होंने रिश्वत ली थी इसलिए
(ब). उन्होंने रिश्वत को ठुकरा दिया इसलिए
(स). उन्होंने झूठ बोला इसलिए
(द). जायदाद का स्थायी मैनेजर बनाने पर
उत्तर – (ब)
प्रश्न 13.वृद्ध मुंशी किसका स्वागत करने दौड़े ?
(अ) अलोपीदीन का
(ब) मजिस्ट्रेट का
(स) वकील का
(द). वंशीधर का
उत्तर – (अ)
प्रश्न 14 .वंशीधर को अलोपीदीन ने क्या प्रस्ताव दिया ?
(अ) अपने साथ व्यापार करने का
(ब) जायदाद का स्थायी मैनेजर बनाने का
(स) माफ़ी मांगने का
(द). चोरी करने का
उत्तर – (ब)
प्रश्न 15.अलोपीदीन का प्रस्ताव उनके किस भाव को प्रकट करता है ?
(अ) अहंकार
(ब) प्रायश्चित
(स) प्रतिशोध
(द). धूर्तता
उत्तर – (अ)
प्रश्न 16. वंशीधर को किसकी कीमत चुकानी पड़ी ?
(अ) बेईमानी की
(ब) झूठ बोलने की
(स) धन से बैर की
(द) कर्ज लेने की
उत्तर – (स)
प्रश्न 17. वृद्ध मुंशी ने वंशीधर की पढ़ाई को व्यर्थ क्यों माना ?
(अ) उन्होंने रिश्वत ली
(ब) उनको सही-गलत की पहचान नहीं थी
(स) वह अलोपीदीन की बातों में आ गए थे
(द) उनको ईमानदारी के कारण नौकरी से निकाल दिया गया था
उत्तर – (द)
प्रश्न 18. ‘दुनिया सोती थी, पर दुनिया की जीभ जगती थी।’ से क्या तात्पर्य हैं?
(अ ) परनिंदा हर समय होती है
(ब ) दुनिया रात में भी बाते करती है
(स ) दुनिया सोते हुए भी बात करती है
(द) व्यक्ति सोता है पर जीभ नहीं
उत्तर – (अ )
प्रश्न 19. देवताओं की तरह गरदनें चलाने का क्या मतलब है?
(अ )खुद को देवता समझना
(ब) खुद को निर्दोष समझना
(स) देवता की तरह गरदन घुमाना
(द) चरों ओर देखना
उत्तर – (ब)
प्रश्न 20. शहर में हलचल मचने का क्या कारण था ?
(अ )भूकंप आने के कारण
(ब ) त्योहार के कारण
(स ) अलोपीदीन के अदालत जाने के कारण
(द ) नेता के आने के कारण
उत्तर – (स )
प्रश्न 21. ‘घाट के देवता को भेंट चढ़ाने’ से क्या तात्पर्य हैं
(अ) पूजा पाठ कर प्रसाद चढ़ाना
(ब ) रिश्वत देना
(स ) पापों का प्रायश्चित करना
(द) शर्मिंदा होना
उत्तर – (ब )
प्रश्न 22. वंशीधर का व्यवहार कैसा था?
(अ ) गुनाह को माफ़ करने वाला
(ब ) ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा का
( स) लज्जा और भय का
(द) बदला लेने वाला
उत्तर – (ब )
प्रश्न 23. अलोपीदीन की गिरफ्तारी सबके आश्चर्य का कारण क्यों थी ?
(अ ) वह एक सज्जन पुरुष थे
(ब) वह सबकी सहायता करते थे
(स ) उनके पास धन और वाणी की शक्ति थी
(द ) वह बहुत गरीब थे
उत्तर – (स )
प्रश्न 24. न्याय के मैदान में किसमें युद्ध ठन गया ?
(अ ) धर्म और धन में
(ब) धन और धान में
(स ) धर्म और शर्म में
(द) धन और मन में
उत्तर – (अ )
प्रश्न 25. जगन्नाथ और रामेश्वर की यात्राएँ कौन करना चाहता था?
(अ) वंशीधर के पिता
(ब) वंशीधर की माता
(स ) वंशीधर की पत्नी
(द ) वंशीधर की बहनें
उत्तर – (ब)
प्रश्न 26. वंशीधर को अपने पिता की कौन सी बातें सहन नहीं हो रही थीं ?
(अ ) उनका अलोपीदीन से हँस कर बात करना
( ब ) उनका अलोपीदीन की लल्लो-चप्पों करना
(स) उनकी क्रोध भरी बातें
( द ) उनकी मुस्कराकर की गई बातें
उत्तर – ( ब )
प्रश्न 27. अलोपीदीन के प्रति वंशीधर के मन का मैल क्यों मिट गया ?
(अ)उनके रौब को देखकर
(ब )उनकी पैसे की शक्ति को देखकर
(स) उनकी पछतावे भरीं बातें और आँखों में सदभाव देखकर
(द ) उनका प्रस्ताव जानकर
उत्तर – (स)
प्रश्न 28. अलोपीदीन परमात्मा से वंशीधर को कैसा बनाए रखने की प्रार्थना करते है ?
(अ ) बेईमान और कामचोर
( ब ) कठोर व धर्मनिष्ठ
(स ) रिश्वतखोर
(द ) भ्रष्टाचारी
उत्तर – (ब )
प्रश्न 29. –वंशीधर के रिश्वत न लेने के निर्णय से अलोपीदीन की क्या दशा हुई ?
(अ ) वह बहुत प्रसन्न हुए
(ब ) मूर्छित होकर गिर पड़े
(स ) अत्यंत क्रोधित हुए
( द ) हँसने लगे
उत्तर – (ब )
प्रश्न.30. अलोपीदीन ने वंशीधर को गले क्यों लगाया ?
(अ ) दुःख कम करने के लिए
( ब ) सहानुभूति दिखाने के लिए
(स) प्रसन्नता प्रकट करने के लिए
(द ) दिखावा करने के लिए
उत्तर – (स)
31. लोगों को किस बात पर आश्चर्य हो रहा था?
क) अलोपीदीन की गिरफ्तारी पर
ख) वंशीधर की ईमानदारी पर
ग) न्यायाधीश के न्याय पर
घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर – क
32. किस ईश्वर प्रदत्त वास्तु का व्यहवार करना निषेध हो गया था –
(A) जल
(B) वायु
(C) नमक
(D) धरती
उत्तर – (C) नमक
33.किन के पौ बारह थे-
(A) गृहणियों के
(B) अधिकारीयों के
(C) पतियों के
(D) बच्चों के
उत्तर – (B) अधिकारीयों के
34. नमक विभाग में दरोगा के पद के लिए कौन ललचाते थे –
(A) डॉक्टर
(B) प्रोफेसर
(C) इंजीनियर
(D) वकील
उत्तर – (D) वकील
35. नामक विभाग में किसे दरोगा की नौकरी मिली –
(A) अलोपीदीन को
(B) वंशीधर को
(C) बदलू सिंह को
(D) दातादीन को
उत्तर -(B) वंशीधर को
36. नमक की कालाबाजारी कौन कर रहा था –
(A) अलोपदीन
(B) रामदीन
(C) दातादीन
(D) मातादीन
उत्तर -(A) अलोपदीन
37. दुनिया सोती थी मगर दुनिया ________ जागती थी –
(A) आँख
(B) कान
(C) जीभ
(D) नाक
उत्तर – (C) जीभ
38. किसका लाखों का लेन देन था –
(A) वंशीधर का
(B) मुरलीधर का
(C) मातादीन का
(D) अलोपदीन का
उत्तर- (D) अलोपदीन का
39. अलोपदीन को दरोगा को किस बल पर खरीद लेने का विश्वास था –
(A) बल
(B) छल
(C) रिश्वत
(D) सम्बन्ध
उत्तर -(c) रिश्वत
40. 'न्याय और नीति सब लक्ष्मी के खिलौने है' – यह कथन किसका था ?
(A) वंशीधर
(B) अलोपदीन
(C) बदलूसिंह
(D) वंशीधर के पिता का
उत्तर – (B) अलोपदीन
41. अलोपदीन क्या देखर मूर्छित होकर गिर पड़े –
(A) हथकड़ियाँ
(B) पुलिस
(C) डाकू
(D) लठैत
उत्तर – (A) हथकड़ियाँ
42.’चालीस हज़ार नहीं , चालीस लाख भी नहीं ‘- यह कथन किस का है –
(A) मजिस्ट्रटे का
(B) वंशीधर का
(C) बदलू सिंह का
(D) अलोपदीन का
उत्तर – (B) वंशीधर का
43. वंशीधर के पिता किसकी अगवानी के लिए दौड़ रहे थे –
(A) वंशीधर की
(B) मजिस्ट्रटे की
(C) अलोपादीन की
(D) मातादीन की
उत्तर – (C) अलोपदीन की
44. प्रेमचंद्र जन्म कब हुआ था –
(A) 1880 में
(B) 1888 में
(C) 1800 में
(D) 1860 में
उत्तर – (A) 1880 में
45. प्रेमचंद्र का निधन कब हुआ –
(A) 1933 में
(B) 1934 में
(C) 1935 में
(D) 1936 में
उत्तर -(D) 1936 में
46. वंशीधर के पिता के विचार से ऊपरी आय क्या है?
क) पीर का मजार
ख) बहता स्रोत
ग) चंद्रमा
घ) खिलौना
उत्तर: ख
47. वंशीधर को किस कार्यालय में नौकरी मिली?
क) पुलिस विभाग में
ख) न्यायालय में
ग) नमक विभाग में
घ) कहीं पर भी नहीं
उत्तर: ग
48. वंशीधर के पिता ने उन्हें कैसा कार्य खोजने की सलाह दी?
क) जिसमें केवल वेतन प्राप्त हो।
ख) जिसमें ऊपरी आय मिलने की संभावना हो।
ग) जिसमें ईमानदारी से कार्य किया जाए।
घ) जिसमें कोई कार्य न करना पड़े।
उत्तर: ख
49. मुकदमा चलाने पर अदालत ने किसे दोषी ठहराया?
क) वंशीधर
ख) अलोपीदीन
ग) वकील
घ) किसी को भी नहीं
उत्तर: क
50. पंडित अलोपीदीन कौन थे?
क) दारोगा
ख) न्यायाधीश
ग) जमींदार
घ) किसान
उत्तर: ग
51. किस ईश्वर प्रदत्त वस्तु का व्यवहार करना निषेध हो गया था –
(क) जल
(ख) वायु
(ग) नमक
(घ) धरती
उत्तर – ग
52. वंशीधर के पिता ने मासिक वेतन को क्या कहा है?
क) चाँद
ख) अमावस्या का चांद
ग) पूर्णमासी का चांद
घ) बहता स्रोत
उत्तर – ग
53. घाट के देवता को भेंट चढ़ाने से क्या तात्पर्य है?
क) भगवान को भोग चढ़ाना
ख) नदी किनारे श्राद्ध करना
ग) ब्राह्मण को दान देना
घ) नमक के दरोगा को रिश्वत देना
उत्तर – घ
54. अलोपीदीन अंत में कितनी रिश्वत देने के लिए तैयार हो गए?
क) 40 हजार
ख) 30 हजार
ग) 20 हजार
घ) 5 हजार
उत्तर – क
Namak Ka Daroga Class 11 mcq
- “नमक का दरोगा” , कहानी के लेखक कौन हैं – मुंशी प्रेमचंद
- “नमक का दरोगा” कहानी कब प्रकाशित हुई थी – 1914 में
- “नमक का दरोगा” कहानी , साहित्य का कौन सा प्रकार है – लघु कथा
- “नमक का दारोगा” कहानी किसका अच्छा उदाहरण है – आदर्शोन्मुख यथार्थवाद
- अंग्रेजों ने नमक पर अपना एकाधिकार करने के लिए क्या किया – नमक का एक नया व अलग विभाग बना दिया।
- लेखक के अनुसार , ईश्वर प्रदत्त वस्तु क्या थी – नमक
- प्रतिबंध के कारण लोग चोरी-छिपे किसका व्यापार करने लगे – नमक
- किस ईश्वर प्रदत्त वस्तु का व्यापर करना निषेध हो गया था – नमक
- कौन सा विभाग ऊपरी कमाई का सबसे अच्छा साधन बन गया था – नमक विभाग
- लेखक के अनुसार , उस दौर में लोग महत्वपूर्ण विषयों के बजाय क्या पढ़कर भी उच्च पदों में आसीन हो जाते थे – प्रेम कहानी व श्रृंगार रस के काव्य
- “नमक का दरोगा” कहानी , का नायक कौन हैं – वंशीधर
- वंशीधर के पिता को जीवन का कैसा अनुभव था – कड़वा
- वंशीधर के पिता ने नौकरी में ओहदे को क्या नाम दिया – पीर का मजार
- “निगाह चादर और चढ़ावे पर रखनी चाहिए” , यह किसका कथन हैं – वंशीधर के पिता का
- मुंशी वंशीधर के पिता के अनुसार , मासिक वेतन किसका चांद होता है – पूर्णिमा का
- आदमी की प्यास कौन बुझाता है – ऊपरी कमाई
- “मासिक वेतन तो पूर्णमासी के चाँद की तरह है लेकिन ऊपरी कमाई तो एक बहता स्रोत है जो हमेशा आदमी की प्यास बुझाता है” , यह कथन किसका हैं – मुंशी वंशीधर के पिता का
- मुंशी वंशीधर के पिता के अनुसार , मासिक वेतन कौन देता है जिसमें वृद्धि नहीं होती है – मनुष्य
- ऊपरी कमाई किसकी देन है जिसमें बरकत होती रहती हैं – ईश्वर की
- वंशीधर कैसे पुत्र थे – आज्ञाकारी
- वंशीधर को किस विभाग में दरोगा की नौकरी मिली – नमक विभाग में
- किस पद के लिए लोगों का मन ललचाता था – नमक विभाग में दरोगा
- किनके पौ बारह थे – अधिकारियों के
- नमक विभाग में दरोगा के पद के लिए कौन ललचाते थे – वकील
- नमक के दफ्तर से एक मील पूर्व की ओर कौन सी नदी बहती थी – जमुना
- पंडित अलोपीदीन कहां के जमीदार थे – दातागंज
- नमक की कालाबाजारी कौन कर रहा था – पंडित अलोपीदीन
- पंडित अलोपीदीन की नमक की गाड़ियां किसने रोकी थी – वंशीधर ने
- नमक की गाड़ियों कहाँ जा रही थी -कानपुर
- पंडित अलोपीदीन को किस पर अखंड विश्वास था – लक्ष्मी पर
- “न्याय और नीति , ये सब लक्ष्मी के खिलौने है” , यह किसका कथन है – अलोपीदीन का
- लाखों का कारोबार किसका था – पंडित अलोपीदीन का
- पंडित अलोपीदीन , दरोगा को किसके बल पर खरीद लेना चाहते थे – रिश्वत / धन
- “चालीस हजार नहीं चालीस लाख पर भी असम्भव ” , यह कथन किसका है – वंशीधर का
- धर्म ने किसे पैरों तले कुचल डाला – धन को
- अलोपीदीन क्या देखकर मूर्छित होकर गिर पड़े – हथकड़ियां
- दुनिया सोती हैं पर दुनिया की क्या जागती रहती हैं – जीभ
- जहां पक्षपात हो , वहां किसकी कल्पना नहीं की जा सकती – न्याय की
- अदालत से बाहर निकलने पर वंशीधर के साथ क्या हुआ – व्यंग्य बाणों की बौछार होने लगी
- अदालत में किसे दोषी ठहराया गया – वंशीधर को
- वंशीधर को अपनी ईमानदारी का इनाम किस रूप में मिला – नौकरी से निकाले जाने के
- वृद्ध मुंशीजी (वंशीधर के पिता) के द्वार पर क्या आकर रुका – सजा हुआ रथ
- वंशीधर ने अलोपीदीन को आते देख क्या किया – उनका आदर – सत्कार
- पंडित अलोपीदीन ने वंशीधर की तारीफ में क्या कहा – उन्होंने अपने कर्तव्य को ईमानदारी व सच्चाई के साथ निभाने वाले व्यक्ति को अपने जीवन में पहली बार देखा
- अपने कर्तव्य व धर्म को धन से बड़ा किसने माना – वंशीधर ने
- पंडित अलोपीदीन वंशीधर के लिए किस पद का प्रस्ताव लेकर आए थे – मैनेजर
- पंडित अलोपीदीन को अपनी जायजाद को सभांलने के लिए कैसा व्यक्ति चाहिए था – ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ
- “उन्हें विद्वान व्यक्ति नहीं बल्कि ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति की आवश्यकता हैं ” यह कथन किसका हैं – पंडित अलोपीदीन
- नमक का दरोगा कहानी में पंडित अलोपीदीन के व्यक्तित्व में कौन से दो पहलू उभर कर आते हैं – (1) बेईमान एवं चतुर व्यापारी (2) स्वाभिमानी , सत्यनिष्ठ व ईमानदार लोगों का कद्रदान
- मुंशी वंशीधर के चरित्र की विशेषताएं बताइये – स्वाभिमानी , ईमानदार व सत्यनिष्ठ
जय हिन्द : जय हिंदी
---------------------------------------
0 Comments