पाठ 2
मीरा
मेरे तो गिरधर गोपाल दूसरो न कोई
पग घुँघरू बांधि मीरां नाची
MCQ
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1 .मीराबाई ने अपना पति किसे स्वीकार किया है ?
· राम
· कृष्ण
· विष्णु
· शिव
उत्तर-कृष्ण
2. मीरा के गुरु कौन माने जाते हैं ?
· बल्लभाचार्य
· कवि तुलसी
· कवि रैदास
· संत कबीर
2. मीरा के गुरु कौन माने जाते हैं ?
· बल्लभाचार्य
· कवि तुलसी
· कवि रैदास
· संत कबीर
उत्तर-कवि रैदास
3. “विष का प्याला राणा भेज्या पीवत मीरा हाँसी ”में कौन – सा अलंकार है ?
· रूपक
· दृष्टांत
· विरोधाभास
· अंत्यानुप्रास
3. “विष का प्याला राणा भेज्या पीवत मीरा हाँसी ”में कौन – सा अलंकार है ?
· रूपक
· दृष्टांत
· विरोधाभास
· अंत्यानुप्रास
उत्तर-विरोधाभास
4. मीरा कृष्ण की उपासना किस रूप में करती है ?
· राधिका के रूप में
· अधर्मी के रूप में
· समर्पिता पत्नी के रूप में
· इनमें कोई नहीं
4. मीरा कृष्ण की उपासना किस रूप में करती है ?
· राधिका के रूप में
· अधर्मी के रूप में
· समर्पिता पत्नी के रूप में
· इनमें कोई नहीं
उत्तर-समर्पिता पत्नी के रूप में
5. मीरा के श्री कृष्ण के प्रति अनन्य प्रेम को दर्शाता है –
· दूसरे से संबंध ना होना
· कृष्ण को पति मानना
· कृष्ण से अनुराग होना
· नमें कोई नहीं
5. मीरा के श्री कृष्ण के प्रति अनन्य प्रेम को दर्शाता है –
· दूसरे से संबंध ना होना
· कृष्ण को पति मानना
· कृष्ण से अनुराग होना
· नमें कोई नहीं
उत्तर- कृष्ण को पति मानना
6. ‘तारो अब मोही ‘ में ‘ तारो ‘ शब्द का अर्थ है –
· तारे
· तैरना
· उद्धार करना
· इनमें कोई नहीं
6. ‘तारो अब मोही ‘ में ‘ तारो ‘ शब्द का अर्थ है –
· तारे
· तैरना
· उद्धार करना
· इनमें कोई नहीं
उत्तर-उद्धार करना
7. जीवन के अंतिम दिनों में मीरा कहाँ चली गईं ?
· वृन्दावन
· द्वारिका
· मेड़ता
· मथुरा
7. जीवन के अंतिम दिनों में मीरा कहाँ चली गईं ?
· वृन्दावन
· द्वारिका
· मेड़ता
· मथुरा
उत्तर- द्वारिका
8. मीरा के पद 1 में ‘ प्रेम – बेलि ‘ में कौन – सा अलंकार है ?
· छेकानुप्रास
· उत्प्रेक्षा
· उपमा
· रूपक
8. मीरा के पद 1 में ‘ प्रेम – बेलि ‘ में कौन – सा अलंकार है ?
· छेकानुप्रास
· उत्प्रेक्षा
· उपमा
· रूपक
उत्तर-रूपक
9. मीरा कृष्ण को क्या मानती थीं ?
· अपना आराध्य
· अपना पति
· ( 1 ) और ( 2 ) दोनों
· इनमें कोई नहीं
9. मीरा कृष्ण को क्या मानती थीं ?
· अपना आराध्य
· अपना पति
· ( 1 ) और ( 2 ) दोनों
· इनमें कोई नहीं
उत्तर-( 1 ) और ( 2 ) दोनों
10. मीरा की कविता में किसकी गंभीर अभिव्यंजना है ?
· पीड़ा की
· प्रेम की
· करुणा की
· भाव की
10. मीरा की कविता में किसकी गंभीर अभिव्यंजना है ?
· पीड़ा की
· प्रेम की
· करुणा की
· भाव की
उत्तर-प्रेम की
11. मीरा के पद ‘ किस के द्वारा संकलित – संपादित है ?
· सुमित्रानन्दन पंत
· नरोत्तम दास स्वामी
· केदारनाथ सिंह
· जयदेव सिंह
11. मीरा के पद ‘ किस के द्वारा संकलित – संपादित है ?
· सुमित्रानन्दन पंत
· नरोत्तम दास स्वामी
· केदारनाथ सिंह
· जयदेव सिंह
उत्तर- नरोत्तम दास स्वामी
12. मीरा को विष का प्याला किसने दिया ?
· राणा
· पिता
· सखी
· पति
12. मीरा को विष का प्याला किसने दिया ?
· राणा
· पिता
· सखी
· पति
उत्तर-राणा
13. कुज की कानि ‘ में कौन – सा अलंकार है ?
· अनुप्रास
· पुनरूक्ति प्रकाश
· यमक
· रूपक
13. कुज की कानि ‘ में कौन – सा अलंकार है ?
· अनुप्रास
· पुनरूक्ति प्रकाश
· यमक
· रूपक
उत्तर-अनुप्रास
14. लोग मीरा को क्या कहते हैं ?
· बाबरी
· सावरी
· कुल नाशी
· दासी
14. लोग मीरा को क्या कहते हैं ?
· बाबरी
· सावरी
· कुल नाशी
· दासी
उत्तर-बाबरी
15. मीरा के अनुसार ज्ञान प्राप्ति का साधन क्या है ?
· सत्संग
· बड़े लोगों का संसर्ग
· आम आदमी का संगत
· इनमें कोई न
15. मीरा के अनुसार ज्ञान प्राप्ति का साधन क्या है ?
· सत्संग
· बड़े लोगों का संसर्ग
· आम आदमी का संगत
· इनमें कोई न
उत्तर- सत्संग
16. मीरा के काव्य की भाषा मुख्यतः क्या थी ?
· अवधी
· बुंदेलखण्डी
· राजस्थानी
· ब्रजभाषा
16. मीरा के काव्य की भाषा मुख्यतः क्या थी ?
· अवधी
· बुंदेलखण्डी
· राजस्थानी
· ब्रजभाषा
उत्तर-राजस्थानी
17. मीरा भक्तिकाल की किस धारा की कवयित्री थीं ?
· संगुण धारा
· निर्गुण धारा
· ( 1 ) और ( 2 ) दोनों
· इनमें कोई नहीं
17. मीरा भक्तिकाल की किस धारा की कवयित्री थीं ?
· संगुण धारा
· निर्गुण धारा
· ( 1 ) और ( 2 ) दोनों
· इनमें कोई नहीं
उत्तर-संगुण धारा
अन्य प्रश्न
1. “मीरा के पद” , कविता में प्रस्तुत दोनों पद किसके द्वारा संकलित और संपादित किए गए हैं – नरोत्तम दास जी के
2. पाठ्य पुस्तिका में दिए गए “मीरा के पद”कहां से लिए गए हैं –
अन्य प्रश्न
1. “मीरा के पद” , कविता में प्रस्तुत दोनों पद किसके द्वारा संकलित और संपादित किए गए हैं – नरोत्तम दास जी के
2. पाठ्य पुस्तिका में दिए गए “मीरा के पद”कहां से लिए गए हैं –
मीरा मुक्तावली से
3. “मीरा के पद”किस भाषा में रचित हैं –
3. “मीरा के पद”किस भाषा में रचित हैं –
राजस्थानी
4. मीराबाई किसकी अनन्य भक्त थी –
4. मीराबाई किसकी अनन्य भक्त थी –
श्रीकृष्ण की
5. इस पूरे संसार में मीराजी अपना सिर्फ किसे मानती हैं –
5. इस पूरे संसार में मीराजी अपना सिर्फ किसे मानती हैं –
गिरधर गोपाल को
6. “गिरधर गोपाल”और “मोर मुकुट” , में कौन सा अलंकार है –
6. “गिरधर गोपाल”और “मोर मुकुट” , में कौन सा अलंकार है –
अनुप्रास अलंकार
7. मोर मुकुट कौन धारण करता है –
7. मोर मुकुट कौन धारण करता है –
श्रीकृष्ण
8. मीरा ने अपने आराध्य देव की क्या पहचान बताई है –
8. मीरा ने अपने आराध्य देव की क्या पहचान बताई है –
जिनके सिर पर मोर मुकुट है यानी श्री कृष्ण
9. “जाके सिर मोर मुकुट , मेरो पति सोई” , इस पंक्ति में “मेरो पति”का सही अर्थ क्या हैं –
9. “जाके सिर मोर मुकुट , मेरो पति सोई” , इस पंक्ति में “मेरो पति”का सही अर्थ क्या हैं –
मेरे आराध्य देव या मेरा सर्वस्व
10. मीराजी भगवान श्रीकृष्ण को क्या मानकर उनकी आराधना करती थी –
10. मीराजी भगवान श्रीकृष्ण को क्या मानकर उनकी आराधना करती थी –
अपना आराध्य
11. “छाँड़ि दयी कुल की कानि , कहा करिहै कोई” , पंक्ति में “कानि”शब्द का क्या अर्थ है –
11. “छाँड़ि दयी कुल की कानि , कहा करिहै कोई” , पंक्ति में “कानि”शब्द का क्या अर्थ है –
मर्यादा
12. “कहा करिहै कोई” , का क्या आशय है –
12. “कहा करिहै कोई” , का क्या आशय है –
किसी की परवाह न करना
13. “कहा करिहै” , में कौन सा अलंकार है –
13. “कहा करिहै” , में कौन सा अलंकार है –
अनुप्रास अलंकार
14. मीराबाई अपना अधिकतर समय किसकी संगति में बिताने लगी –
14. मीराबाई अपना अधिकतर समय किसकी संगति में बिताने लगी –
साधु संतों के
15. किनके साथ बैठकर मीरा ने लोक -लाज को त्याग दिया –
15. किनके साथ बैठकर मीरा ने लोक -लाज को त्याग दिया –
साधु-संतों के साथ
16. मीरा ने किसके अलावा और किसी भी सांसारिक रिश्ते-नाते की कोई परवाह नहीं हैं –
16. मीरा ने किसके अलावा और किसी भी सांसारिक रिश्ते-नाते की कोई परवाह नहीं हैं –
कृष्ण के अलावा
17. “छाँड़ि दयी कुल की कानि , कहा करिहै कोई” , इस पंक्ति में मीरा की कौन सी भावना प्रकट होती है –
17. “छाँड़ि दयी कुल की कानि , कहा करिहै कोई” , इस पंक्ति में मीरा की कौन सी भावना प्रकट होती है –
समाज के प्रति विद्रोह
18. मीरा ने कौन सी बेल बोई थी –
18. मीरा ने कौन सी बेल बोई थी –
प्रेम की
19. कवयित्री ने अपनी प्रेम बेलि को किस जल से सींचकर व पाल -पोस कर बड़ा किया –
19. कवयित्री ने अपनी प्रेम बेलि को किस जल से सींचकर व पाल -पोस कर बड़ा किया –
अपने आंसुओं के जल से
20. कवयित्री की प्रेम बेलि पर अब कौन से फल लग गए हैं –
20. कवयित्री की प्रेम बेलि पर अब कौन से फल लग गए हैं –
आनंद के
21. “अंसुवन जल सींचि – सींचि , प्रेम – बेलि बोयी” , में कौन सा अलंकार है –
21. “अंसुवन जल सींचि – सींचि , प्रेम – बेलि बोयी” , में कौन सा अलंकार है –
रूपक
22. “बैठि- बैठि”और “सींचि – सींचि” , में कौन सा अलंकार है –
22. “बैठि- बैठि”और “सींचि – सींचि” , में कौन सा अलंकार है –
पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार
23. “दधि मथि घृत काढ़ि लियो” , से क्या आशय है –
23. “दधि मथि घृत काढ़ि लियो” , से क्या आशय है –
सार तत्व ग्रहण करना
24. “दधि मथि घृत काढ़ि लियो , डारि दयी छोयी” , इस पंक्ति में “छोयी”शब्द का क्या अर्थ है –
24. “दधि मथि घृत काढ़ि लियो , डारि दयी छोयी” , इस पंक्ति में “छोयी”शब्द का क्या अर्थ है –
छांछ
25. “दधि मथि घृत काढ़ि लियो , डारि दयी छोयी” , इस पंक्ति में “घृत और छोयी”किसका प्रतीक हैं – यहाँ पर “घृत यानि घी” , मीरा के अनन्य कृष्ण प्रेम का प्रतीक है जबकि “छोयी यानि छाछ”सांसारिक मोह माया का प्रतीक है।
26. “विलोयी” , शब्द का क्या अर्थ है –
25. “दधि मथि घृत काढ़ि लियो , डारि दयी छोयी” , इस पंक्ति में “घृत और छोयी”किसका प्रतीक हैं – यहाँ पर “घृत यानि घी” , मीरा के अनन्य कृष्ण प्रेम का प्रतीक है जबकि “छोयी यानि छाछ”सांसारिक मोह माया का प्रतीक है।
26. “विलोयी” , शब्द का क्या अर्थ है –
मथना
27. इस जगत में क्या देखकर मीरा प्रसन्न होती है –
27. इस जगत में क्या देखकर मीरा प्रसन्न होती है –
प्रभु भक्ति
28. जगत को किसके जाल में फंसा देखकर मीरा बहुत दुखी है –
28. जगत को किसके जाल में फंसा देखकर मीरा बहुत दुखी है –
सांसारिकता के
29. क्या देखकर मीरा रोती है –
29. क्या देखकर मीरा रोती है –
इस जगत को
30. “कुल की कानि” , में कौन सा अलंकार है –
30. “कुल की कानि” , में कौन सा अलंकार है –
अनुप्रास अलंकार
31. मीरा अपने पैरों में क्या बाँधकर नाचने लगती हैं –
31. मीरा अपने पैरों में क्या बाँधकर नाचने लगती हैं –
घुंघरू
32. “पग घुँघरू बांधि मीरां नाची” , पंक्ति की विशेषता बताइये –
32. “पग घुँघरू बांधि मीरां नाची” , पंक्ति की विशेषता बताइये –
यह पंक्ति दृश्य बिंब प्रधान हैं।
33. “सांची”शब्द का क्या अर्थ है –
33. “सांची”शब्द का क्या अर्थ है –
सच्ची / पवित्र
34. मीरा ने क्या छोड़ दिया था –
34. मीरा ने क्या छोड़ दिया था –
परिवार की लाज
35. अपने कुटुंब के लोगों के लिए मीरा ने किस शब्द का प्रयोग किया हैं –
35. अपने कुटुंब के लोगों के लिए मीरा ने किस शब्द का प्रयोग किया हैं –
न्यात
36. मीरा के कुल के लोग व सगे संबंधी उन्हें क्या कहते थे –
36. मीरा के कुल के लोग व सगे संबंधी उन्हें क्या कहते थे –
कुलनासी ( “कुल का नाश”करने वाली)
37. “कहै कुल- नासी” , में कौन सा अलंकार है –
37. “कहै कुल- नासी” , में कौन सा अलंकार है –
अनुप्रास अलंकार
38. मीरा ने श्रीकृष्ण के सामने नाच -गाकर किस चीज की अभिव्यक्ति की थी –
38. मीरा ने श्रीकृष्ण के सामने नाच -गाकर किस चीज की अभिव्यक्ति की थी –
अपने प्रेम की
39. मीरा का कृष्ण के सामने मगन होकर नाचना लोगों को कैसा लगता था –
39. मीरा का कृष्ण के सामने मगन होकर नाचना लोगों को कैसा लगता था –
अनुचित
40. राणा ने मीराबाई के लिए क्या भेजा –
40. राणा ने मीराबाई के लिए क्या भेजा –
विष का प्याला
41. मीरा के लिए विष का प्याला भेजने वाले राणा कौन थे –
41. मीरा के लिए विष का प्याला भेजने वाले राणा कौन थे –
उनके देवर
42. मीरा अपने आपको किसकी दासी स्वीकार करती थी –
42. मीरा अपने आपको किसकी दासी स्वीकार करती थी –
श्रीकृष्ण की
43. मीरा किसके सामने नाचती थी –
43. मीरा किसके सामने नाचती थी –
श्रीकृष्ण की मूर्ति के सामने
44. लोग मीरा को क्या कहते थे –
44. लोग मीरा को क्या कहते थे –
बावरी
45. विष पीते समय मीरा ने क्या किया –
45. विष पीते समय मीरा ने क्या किया –
हंसती रही
46. मीरा ने अपने प्रभु को किस नाम से पुकारा –
46. मीरा ने अपने प्रभु को किस नाम से पुकारा –
गिरिधर नागर
47. मीरा के प्रभु कैसे हैं –
47. मीरा के प्रभु कैसे हैं –
अविनाशी
48. मीरा के पदों में उनकी कौन सी भावना व्यक्त हुई –
48. मीरा के पदों में उनकी कौन सी भावना व्यक्त हुई –
श्री कृष्ण के प्रति अथाह भक्ति भावना
कवयित्री मीरा से संबंधित कुछ प्रश्न
1. मीराबाई का जन्म कब हुआ –
कवयित्री मीरा से संबंधित कुछ प्रश्न
1. मीराबाई का जन्म कब हुआ –
सन 1498 ई
2. मीराबाई की मृत्यु कब हुई –
2. मीराबाई की मृत्यु कब हुई –
सन 1547
3. मीराजी की प्रसिद्ध रचनाओं के नाम बताइए –
3. मीराजी की प्रसिद्ध रचनाओं के नाम बताइए –
मीरा पदावली , नरसीजी – रो – माहेरो , राग सोरठा , मीरा की मल्हार , राग गोविंद , गीत गोविंद , गोविंद टीका आदि।
4. मीराजी किस धारा की कवियत्री मानी जाती हैं –
4. मीराजी किस धारा की कवियत्री मानी जाती हैं –
सगुण धारा
5. मीरा किस काल की कवयित्री मानी जाती है –
5. मीरा किस काल की कवयित्री मानी जाती है –
भक्तिकाल की
6. जीवन की किस अवस्था में मीरा के हृदय में श्रीकृष्ण की भक्ति भावना ने जन्म लिया –
6. जीवन की किस अवस्था में मीरा के हृदय में श्रीकृष्ण की भक्ति भावना ने जन्म लिया –
बाल्यावस्था में
7. मीराजी की मृत्यु कैसे हुई –
7. मीराजी की मृत्यु कैसे हुई –
रणछोड़ दासजी के मंदिर की कृष्ण मूर्ति में समाहित हो गई थी
8. मीरा कहां की रहने वाली थी –
8. मीरा कहां की रहने वाली थी –
राजस्थान की
9. मीरा किसके पद गाती थी –
9. मीरा किसके पद गाती थी –
श्रीकृष्ण के
10. मीरा की कविताओं में हमें क्या देखने को मिलता है –
10. मीरा की कविताओं में हमें क्या देखने को मिलता है –
प्रेम के गंभीर अभिव्यंजना , विरह की वेदना , मिलन का उल्लास और आशा
11. मीरा का अधिकतर काव्य किससे संबंधित हैं –
11. मीरा का अधिकतर काव्य किससे संबंधित हैं –
श्रीकृष्ण
12. मीराबाई के काव्य में ज्यादातर कौन सा रस देखने को मिलता है –
12. मीराबाई के काव्य में ज्यादातर कौन सा रस देखने को मिलता है –
श्रृंगार रस (संयोग व वियोग दोनों )
जय हिन्द : जय हिंदी
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