kabir class 11 hindi mcq | कबीर mcq

kabir class 11 hindi mcq


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class-11
काव्य
पाठ 1
 कबीर 
1. हम तौ एक एक करि जांनां
2. संतो देखत जग बौराना 

 MCQ 



1 .कबीरदास ने किसका खंडन किया है ?

1. शासन पक्ष का
2. लोगों के विचारों का
3. संवेदनाओं का
4. बाह्य आडंबर और रूढ़िवाद का 

 उत्तर-बाह्य आडंबर और रूढ़िवाद का

2. “पीपर पाथर पूजन लागे ,तीरथ गर्व भुलाना ”पंक्ति में कौन – सा अलंकार है ?

1. उपमा
2. उत्प्रेक्षा
3. रूपक
4. अनुप्रास 

 उत्तर-अनुप्रास

3. “मसि कागद छुओ नहि कलम गहि नहि हाथ ”पंक्ति के रचयिता कौन हैं ?

1. तुलसीदास
2. कबीरदास
3. सूरदास
4. रहीम 

 उत्तर-कबीरदास

4. कबीर भक्तिकाल के —------ धारा के कवि थे –

1. निर्गुण
2. सगुण
3. छायावादी
4. प्रगतिशील 

 उत्तर-निर्गुण

5. वाराणसी का प्राचीन नाम क्या है ?

1. कुशीनगर
2. काशी
3. प्रयाग
4. लमही 

 उत्तर- काशी

6. कबीर हिन्दी साहित्य के भक्तिकाल की किस धारा के प्रतिनिधि कवि थे ?

1. राम भक्ति
2. प्रेमाश्रयी
3. ज्ञानाश्रयी
4. कृष्ण भक्ति 

 उत्तर-ज्ञानाश्रयी

7. कबीर को ‘वाणी का डिक्टेटर’ किसने कहा है ?

1. आचार्य रामचंद्र शुक्ल
2. आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी
3. आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी
4. डॉ० नगेन्द्र 

 उत्तर-आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी

8. कबीर की भाषा है –

1. ब्रजभाषा
2. सधुक्कड़ी
3. अवधी
4. भोजपुरी 

 उत्तर-सधुक्कड़ी

9. कवि हिन्दुओं को संबोधित करते हुए कहते हैं कि वे —— करते हैं ।

1. वे धर्म का अनुकरण करते हैं
2. अपने मन को मारते हैं
3. पत्थर की पूजा
4. मूर्ति पूजा 

 उत्तर-पत्थर की पूजा

10. “एकै खाक गढे सब भांडै एकै कोहरा सांनां”इस पंक्ति के 'खाक' और 'कोहरा' शब्द में कौनसा अलंकार है ?

1. श्लेष
2. रूपकातिशयोक्ति
3. अनुप्रास
4. रूपक 

 उत्तर- रूपकातिशयोक्ति

11. ‘दोजग’ शब्द का क्या अर्थ है ?

1. नरक
2. दूसरा
3. दूसरों का
4. इनमें कोई नहीं 

 उत्तर-नरक

12. अज्ञानी गुरुओं की शरण में जाने पर शिष्यों की क्या गति होती है ?

1. ईश्वर की प्राप्ति होती है
2. ज्ञान की प्राप्ति होती है
3. अंत समय में पछताना पड़ता है
4. मोक्ष की प्राप्ति होती है 

 उत्तर - अंत समय में पछताना पड़ता है

13. कबीर के अनुसार ईश्वर की प्राप्ति कैसे संभव है ?

1. सहज भक्ति द्वारा
2. सहज शक्ति द्वारा
3. कर्मकाण्ड द्वारा
4. तीर्थाटन द्वारा

उत्तर- तीर्थाटन द्वारा

14. कबीर के अनुसार लकड़ी को काटा जा सकता है, परंतु उसकी अग्नि को उससे अलग नहीं किया जा सकता है क्योंकि –

1. शरीर नष्ट हो जाता है
2. शरीर नाशवान
3. ये दोनों एक दूसरे के अंग हैं
4. इनमें कोई नहीं

उत्तर- शरीर नष्ट हो जाता है

15. कबीर का जन्म कब हुआ था ?

1. 1296
2. 1370
3. 1317
4. 1398

उत्तर- 1398

16. कबीर के दोनों पद उनकी रचना ‘बीजक‘ के किस खण्ड से उद्धृत हैं ?

1. सबद
2. रमैनी
3. साखी
4. इनमें कोई नहीं 

 उत्तर-सबद

अन्य प्रश्न

1. कबीरदासजी किस सिद्धांत को मानते थे – 
अद्वैतवाद के

2. “कबीर के पद”में किस भाषा का प्रयोग किया गया हैं – 
सधुक्कड़ी भाषा

3. कबीरदासजी किसके उपासक थे – 
निर्गुण , सर्वव्यापक , अविनाशी , निराकार परब्रह्म के

4. कबीरदासजी के अनुसार , किसकी सत्ता इस पूरी सृष्टि के कण-कण में व्याप्त है – 
ईश्वर की

5. कुम्हार कितने प्रकार की मिट्टी को मिलाकर बर्तनों का निर्माण करता है – 
एक ही प्रकार

6. “एकै खाक गढ़े सब भांडै एकै काेंहरा सांनां” , इस पंक्ति में “काेंहरा”शब्द का क्या अर्थ हैं – 
कुम्हार

7. संत कबीरदासजी ने ईश्वर के कितने स्वरूपों को जाना है – 
केवल एक स्वरूप को

8. कबीरदासजी ने किसको सिर्फ एक माना है – 
ईश्वर को

9. कबीरदासजी के अनुसार , ईश्वर कहाँ-कहाँ पर विद्यमान है – 
सृष्टि के कण-कण में

10. कबीरदासजी ने प्रकृति के किन रूपों को एकाकार करना चाहा – 
पानी और हवा को

11. कबीरदासजी के अनुसार , जो लोग ईश्वर को अलग-अलग मानते हैं , वो किस जगह के अधिकारी हैं – 
नर्क के

12. “दोजग”का क्या अर्थ हैं – 
नर्क ( दोज़ख़ )

13. “तदवीर”का क्या अर्थ हैं – 
उपाय

14. “हम तौ एक एक करि जांनां” , पद में ईश्वर के प्रतीक के रूप में किसे माना है – 
कुम्हार को

15. “हम तौ एक एक करि जांनां” , में कौन सा अलंकार है – 
यमक अलंकार (एक–एक, दोनों के अलग-अलग अर्थ हैं)

16. मानव शरीर का निर्माण कितने तत्वों से हुआ है – 
पांच

17. “जैसे बाढी काष्ट ही काटै” , में “बाढी”का क्या अर्थ हैं – 
बढ़ई

18. बढ़ई लकड़ी को तो काट सकता है लेकिन क्या नहीं काट सकता है – 
उसके भीतर की आग को

19. “काष्ट ही काटै” , में कौन सा अलंकार है –
अनुप्रास अलंकार

20. “सरूपै सोई” , में कौन सा अलंकार है –
अनुप्रास अलंकार

21. “कहै कबीर” , में कौन सा अलंकार है –
अनुप्रास अलंकार

22. “संतो देखत जग बौराना ” , पद में कबीरदासजी का स्वर कैसा है- 
विद्रोह का

23. कैसे व्यक्ति का , संसार के लोग जल्दी विश्वास कर लेते हैं – 
झूठे

24. सत्यवादी लोगों के साथ , संसार के लोग कैसा व्यवहार करते हैं – 
उन्हें मारते हैं

25. इस्लाम धर्म की धार्मिक पुस्तक का क्या नाम है – 
कुरान शरीफ

26. “सतों देखत जग बौराना “, में बौराना का क्या आशय है – 
बावला होना या पागल होना

27. “पतियाना “, शब्द का क्या अर्थ हैं – 
विश्वास करना

28. “आसन मारि डिंभ धरि बैठे” , में “डिंभ धरि”क्या है – 
आडंबर करना

29. “गरबांना”शब्द का क्या अर्थ हैं – 
अहंकार

30. धर्म के नाम पर कौन आपस में लड़ – मर रहे हैं – 
हिंदू और मुसलमान

31. कबीर ने किसका घोर विरोध किया है – 
बाह्य आडंबरों का

32. माया-जाल में फँसे  गुरु और शिष्य को अंत में क्या करना पड़ता है – 
पछताना

33. “मुरीद”शब्द का क्या अर्थ हैं – 
शिष्य या अनुगामी

34. “पीर औलिया”से कबीरदासजी का क्या आशय हैं –
धर्मगुरु , संत , ज्ञानी

35. “पीपर पाथर पूजन लागे” , में कौन सा अलंकार है – 
अनुप्रास अलंकार

36. घर-घर मंत्र देने वाले लोगों को किस चीज का अभिमान है – 
ज्ञान का

37. किसे देखकर सारा संसार लालच में पड़ जाता है – 
माया को

38. कबीरदासजी स्वयं को क्या मानते है – 
दीवाना -मस्ताना

39. संत कबीर ने जगत को कैसा बताया है – 
बौराना (वावला)

40. कबीर जी ने सत्य को जानने के लिए क्या आवश्यक बताया है – 
आत्मज्ञान

41. सत्य को न जानने वाले लोग कैसे बैठते हैं – 
आसन लगाकर समाधि में

42. “पखानहि”शब्द का अर्थ क्या हैं – 
पत्थर या पत्थर की मूर्तियों को 

43. सच्चे मार्ग से भटक कर लोग क्या गाना भूल गए हैं – 
साखी और सबद

44. लोग किसके नाम पर दिखावा करते हैं – 
धर्म के

45. कबीर ने “तूँही”शब्द किसके लिए प्रयोग किया है – 
परमात्मा के लिए

46. कबीर के अनुसार , किसे देखकर गर्व नहीं करना चाहिए – 
माया

47. कबीर के अनुसार , मनुष्य निर्भय कब होता है – 
माया का त्याग करने पर

48. सबके हृदय में क्या व्याप्त रहता है – 
ईश्वर

49. कबीरदासजी के अनुसार , लोग टोपी व माला पहन कर और माथे पर तिलक लगाकर अपने आप को क्या कहते हैं – 
धर्म का सच्चा अनुयाई

50. कबीरदासजी का जन्म कब हुआ था – 
सन 1398 (काशी , उत्तरप्रदेश)



जय हिंद : जय हिंदी 
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