aatmparichay Class 12 mcq | आत्मपरिचय MCQ
Aatmparichay Class 12 mcq
aroh class 12 mcq
1. संसार के लोग पृथ्वी पर क्या जोड़ते हैं?
A. धर्म
B. मोक्ष
C. अर्थ
D. काम
उत्तर: C. अर्थ
2. कवि कैसे संसार को ठुकराता है?
A. ईमानदार
B. सत्यनिष्ठ
C. कर्मशील
D. वैभवशाली
उत्तर: D. वैभवशाली
3. कवि उन्माद में क्या लिए फिरता है?
A. अवसाद
B. अहसास
C. अहसान
D. अवसर
उत्तर: A. अवसाद
4. 'एक गीत' कविता में कवि ने समय को कैसा माना है?
A. स्थिर
B. परिवर्तनशील
C. तीव्र
D. उग्र
उत्तर: B. परिवर्तनशील
5. “दिन जल्दी-जल्दी ढलता है' कविता में कवि हताश और दुखी क्यों है?
A. पत्नी से तलाक होने के कारण
B. प्रियतमा की निष्ठुरता के कारण
C. संतान सुख से वंचित होने के कारण
D. परिवार से बिछुड़ने के कारण
उत्तर: D. परिवार से बिछुड़ने के कारण
6. कवि के हृदय में कैसे भाव भरे हुए हैं?
A. प्रसन्नता
B. उत्साह
C. विह्वलता
D. घृणा
उत्तर: C. विह्वलता
7. दिन ढलने के साथ ही बच्चे कहाँ से झाँकने लगे होंगे?
A. खिड़की से
B. छत से
C. दरवाज़े से
D. नीड़ों से
उत्तर: D. नीड़ों से
8. शीघ्र अपने बच्चों के पास पहुँचने की इच्छा चिड़िया की किस क्रिया से प्रकट होती है?
A. चहचहाने से
B. तेज़ उड़ने से
C. पीड़ा में तड़पने से
D. जल्दी-जल्दी दाना चुगने से
उत्तर: B. तेज़ उड़ने से
9. दिन जल्दी-जल्दी ढलता है। गीत में नीड़ों से झांक रहे बच्चों का ध्यान चिड़ियों के परों में क्या भरता है?
A. शिथिलता
B. विकलता
C. चंचलता
D. विह्वलता
उत्तर: C. चंचलता
10. मुझसे मिलने को कौन विकल? 'दिन जल्दी-जल्दी ढलता है' गीत का यह प्रश्न उर में क्या भरता है?
A. शिथिलता
B. चंचलता
C. विह्वलता
D. आश्चर्य
उत्तर: C. विह्वलता
11. 'पतंग' कविता में खरगोश की आँखों जैसा किसे कहा गया है?
A. लाल सवेरा
B. बौछार
C. पतंग
D. तला कागज़
उत्तर: A. लाल सवेरा
12."मैं होऊँ किसके हित चंचल?" दिन जल्दी-जल्दी ढलता है। गीत का यह प्रश्न पैरों को कैसा कर देता है?
A. चंचल
B. शिथिल
C. विह्वल
D. उपर्युक्त सभी
उत्तर: B. शिथिल
13. कवि के फूट पड़ने को समाज ने क्या कहा?
A. छंद बनाना
B. बहाने बनाना
C. अभिनय करना
D. आँसू बहाना
उत्तर: A. छंद बनाना
14. आत्म परिचय कविता में कवि का संदेश क्या है?
A. मस्ती
B. हँसी
C. सुधारवाद
D. निष्क्रियता
उत्तर: A. मस्ती
15. पथ में होने वाली रात की आशंका से कौन भयभीत रहता है?
A. प्रेमी
B. तपस्वी
C. थका पंथी
D. कारीगर
उत्तर: C. थका पंथी
16. 'आत्मपरिचय' कविता के रचनाकार हैं-
A. जयशंकर प्रसाद
B. हरिवंशराय बच्चन
C. रामधारी सिंह दिनकर
D. सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'
उत्तर: B. हरिवंशराय बच्चन
17. कवि किस का भार लिए फिरता है?
A. घर-बार का
B. कार्यालय का
C. जग-जीवन का
D. आस-पास का
उत्तर: C. जग-जीवन का
18. कवि जीवन में क्या लिए फिरता है?
A. प्यास
B. आस
C. उल्लास
D. प्यार
उत्तर: D. प्यार
19. कवि किस सुरा का पान करता है?
A. स्नेह
B. उमंग
C. उत्साह
D. द्वेष।
उत्तर: A. स्नेह
20. कवि कैसा संसार लिए फिरता है?
A. यथार्थ
B. आदर्श
C. स्वप्निल
D. सुखी।
उत्तर: C. स्वप्निल
21. कवि हृदय में क्या जला कर दहा करता है?
A. स्मृतियाँ
B. अग्नि
C. कल्पनाएँ
D. स्नेह
उत्तर: B. अग्नि
22. कवि किस अवस्था का उन्माद लिए फिरता है?
A. वृद्ध
B. प्रौढ़
C. युवा
D. किशोर
उत्तर: C. युवा
23. कवि अपने रोदन में क्या लिए फिरता है?
A. राग
B. राम
C. रास
D. राज़
उत्तर: A. राग
24. कवि की वाणी कैसी है?
A. मृदुल
B. कठोर
C. उग्र
D. शीतल
उत्तर: D. शीतल
25. कवि स्वयं को दुनिया का एक नया क्या मानता है?
A. प्रेमी
B. दीवाना
C. परवाना
D. रक्षक
उत्तर: B. दीवाना
26. कवि कैसा संदेश लिए फिरता है?
A. सांत्वना का
B. बलिदान का
C. मस्ती का
D. समर्पण का
उत्तर: C. मस्ती का
27. हरिवंशराय बच्चन का जन्म किस सन् में हुआ था?
A. 1907
B. 1908
C. 1909
D. 1910
उत्तर: A. 1907
28. हरिवंशराय बच्चन का निधन कहाँ हुआ था?
A. दिल्ली
B. मुंबई
C. कोलकाता
D. इलाहाबाद
उत्तर: B. मुंबई
A. दिल्ली
B. मुंबई
C. कोलकाता
D. इलाहाबाद
उत्तर: B. मुंबई
29. 'मंजिल भी तो है दूर नहीं'- यह विचार किस के मन में आ रहा है?
A. पंथी के
B. पर्वतारोही के
C. सैनिक के
D. खिलाड़ी के
उत्तर: A. पंथी के
30. 'दिन जल्दी-जल्दी ढलता है' गीत किस कवि का है?
A. प्रसाद
B. निराला
C. दिनकर
D. बच्चन
उत्तर: D. बच्चन
31. 'हो जाए न पथ में रात कहीं' सोचकर कौन जल्दी-जल्दी चलता है?
A. कबूतर
B. चिड़िया
C. चिड़िया के बच्चे
D. पंथी
उत्तर: D. पंथी
A. पंथी के
B. पर्वतारोही के
C. सैनिक के
D. खिलाड़ी के
उत्तर: A. पंथी के
30. 'दिन जल्दी-जल्दी ढलता है' गीत किस कवि का है?
A. प्रसाद
B. निराला
C. दिनकर
D. बच्चन
उत्तर: D. बच्चन
31. 'हो जाए न पथ में रात कहीं' सोचकर कौन जल्दी-जल्दी चलता है?
A. कबूतर
B. चिड़िया
C. चिड़िया के बच्चे
D. पंथी
उत्तर: D. पंथी
32. किसके बच्चे प्रत्याशा में हैं?
A. बुलबुल के
B. चिड़िया के
C. कोयल के
D. मैना के
उत्तर: B. चिड़िया के
33.'नीड़' का अर्थ है-
A. जल
B. कमल
C. तालाब
D. घोंसला
उत्तर: D. घोंसला
34. घर जाते हुए कवि के पग शिथिल क्यों हो जाते हैं?
A. घर पर उसका कोई इंतजार नहीं कर रहा
B. घर जाकर वह क्या करेगा?
C. उसे अपने घर जाने की जल्दी नहीं
D. उसे अपना घर अच्छा नहीं लगता
उत्तर: A. घर पर उसका कोई इंतजार नहीं कर रहा
35. बच्चों की याद आते ही चिड़िया क्या करती है?
A. चीं-चीं करती है
B. तेज़ी से उड़ती है
C. दाना चुगती है
D. पंख फैलाती है
उत्तर: B. तेज़ी से उड़ती है
अन्य प्रश्न
2-आत्मपरिचय कविता की काव्य शैली कैसी है –
4-कवि इस दुनिया में कैसे जी रहे हैं –
5-कवि इस दुनिया के लोगों में क्या बाँटता फिर रहा हैं –
6-कवि के प्रिय ने उनके कौन से तारों को झंकृत कर दिया है –
7-“मन रूपी वीणा के तारों को झंकृत करने” से क्या तात्पर्य है –
8-“साँसों के दो तार” से क्या तात्पर्य है –
9-कवि ने कौन सी सुरा का पान किया हैं –
10-“स्नेह – सुरा” में कौन सा अलंकार है –
11-कवि किसके नशे में मस्त हैं –
12-कवि किसकी परवाह नहीं करते है –
13-कवि कैसे संसार को ठुकराते हैं –
14-कवि के अनुसार ये दुनिया कैसे लोगों से भरी पड़ी है -
15-कवि दुनिया को क्या बांटना चाहता हैं –
16-कवि का सपना क्या है –
17-कवि अपने साथ कैसा संसार लिए फिरता है –
18-कवि के अनुसार इस दुनिया को अपूर्ण या अधूरा बनाता है –
19-कवि अपने हृदय में सदैव क्या जला कर रखते हैं -
20-कवि अपने को किस कर्मयोगी के समान मानते हैं –
21-“भव – सागर” में कौन सा अलंकार है -
22-“सुख – दुख” में कौन सा समास है –
23-“मैं जला हृदय में अग्नि , दहा करता हूँ , सुख – दुख दोनों में मग्न रहा करता हूँ ;” में कौन सा अलंकार हैं –
24-कवि कौन सी उम्र का उन्माद लिए फिर रहा हैं –
25-कवि के यौवन के उन्माद में भी क्या छुपा हैं –
26-“मैं यौवन का उन्माद लिए फिरता हूँ , उन्मादों में अवसाद लिए फिरता हूँ ; ” में कौन सा अलंकार हैं – विरोधाभास अलंकार
27-कवि के अनुसार अहंकार किसे अपने आगे टिकने नहीं देता हैं –
28-इस दुनिया में लोग क्या जोड़ते रहते हैं –
29-“मैं और , और जग और , कहाँ का नाता ” में क्रमश: पहले , दूसरे व तीसरे “और ” का मतलब समझायें –
30-“मैं और , और जग और , कहाँ का नाता” में कौन सा अलंकार हैं –
31-कवि की वाणी कैसी हैं -
32-कवि के शब्दों में किसके बराबर शक्ति हैं –
33-“मैं निज रोदन में राग लिए फिरता हूँ , शीतल वाणी में आग लिए फिरता हूँ ;” में कौन सा अलंकार हैं – विरोधाभास अलंकार
34-जब कवि का दिल अपने प्रिय के वियोग में रोया , तब लोगो ने इसे क्या कहा-
35-कवि फूट पडे , तब लोगो ने इसे क्या समझा –
36-दुनिया कवि को किस रूप में अपनाती है –
37-कवि अपनी पहचान किस रूप में बनाना चाहते हैं –
38-कवि इस दुनिया में किससे वेश में फिरते हैं –
39-कवि दुनिया को कौन सा संदेश देना चाहते हैं –
40-कवि अपने आप को दुनिया में क्या मान कर चलता है –
1-आत्मपरिचय कविता के कवि कौन हैं –
हरिवंश राय बच्चन जी
2-आत्मपरिचय कविता की काव्य शैली कैसी है –
आत्मकथात्मक शैली
3-कवि इस दुनिया में किसका भार लिए फिर रहा हैं –
जग -जीवन का
4-कवि इस दुनिया में कैसे जी रहे हैं –
इस दुनिया की दुनियादारी को पूरी तरह से निभाते हुए
5-कवि इस दुनिया के लोगों में क्या बाँटता फिर रहा हैं –
निश्छल प्रेम
6-कवि के प्रिय ने उनके कौन से तारों को झंकृत कर दिया है –
मन रूपी वीणा के
7-“मन रूपी वीणा के तारों को झंकृत करने” से क्या तात्पर्य है –
दिल की कोमल भावनाओं को छू लेना
8-“साँसों के दो तार” से क्या तात्पर्य है –
जीवन जीना
9-कवि ने कौन सी सुरा का पान किया हैं –
स्नेह सुरा
10-“स्नेह – सुरा” में कौन सा अलंकार है –
रूपक अलंकार
11-कवि किसके नशे में मस्त हैं –
प्रेम रूपी सुरा के
12-कवि किसकी परवाह नहीं करते है –
इस दुनिया की
13-कवि कैसे संसार को ठुकराते हैं –
वैभवशाली
14-कवि के अनुसार ये दुनिया कैसे लोगों से भरी पड़ी है -
चापलूस व स्वार्थी लोगों से
15-कवि दुनिया को क्या बांटना चाहता हैं –
निश्छल प्रेम रूपी सौगात
16-कवि का सपना क्या है –
इस दुनिया में प्रेम ही प्रेम हो और सभी लोग आपस में मिलजुल कर प्रेम से रहें ।
17-कवि अपने साथ कैसा संसार लिए फिरता है –
स्वप्निल संसार (अपने सपनों का संसार)
18-कवि के अनुसार इस दुनिया को अपूर्ण या अधूरा बनाता है –
प्रेम का अभाव
19-कवि अपने हृदय में सदैव क्या जला कर रखते हैं -
प्रेम रूपी अग्नि
20-कवि अपने को किस कर्मयोगी के समान मानते हैं –
जो सुख दुःख में हमेशा एक समान रहता है।
21-“भव – सागर” में कौन सा अलंकार है -
रूपक अलंकार
22-“सुख – दुख” में कौन सा समास है –
सुख और दुख यानि द्वंद समास
23-“मैं जला हृदय में अग्नि , दहा करता हूँ , सुख – दुख दोनों में मग्न रहा करता हूँ ;” में कौन सा अलंकार हैं –
विरोधाभास अलंकार
24-कवि कौन सी उम्र का उन्माद लिए फिर रहा हैं –
यौवन
25-कवि के यौवन के उन्माद में भी क्या छुपा हैं –
अवसाद
26-“मैं यौवन का उन्माद लिए फिरता हूँ , उन्मादों में अवसाद लिए फिरता हूँ ; ” में कौन सा अलंकार हैं – विरोधाभास अलंकार
27-कवि के अनुसार अहंकार किसे अपने आगे टिकने नहीं देता हैं –
प्रेम और ज्ञान को
28-इस दुनिया में लोग क्या जोड़ते रहते हैं –
धन और भौतिक सुख -सुविधाएँ
29-“मैं और , और जग और , कहाँ का नाता ” में क्रमश: पहले , दूसरे व तीसरे “और ” का मतलब समझायें –
पहला “और” कवि के अपने लिए , दूसरा “और” संसार के लिए और तीसरा “और” संसार और कवि के बीच के संबंध के लिए
30-“मैं और , और जग और , कहाँ का नाता” में कौन सा अलंकार हैं –
यमक अलंकार (“और” शब्द का तीन बार प्रयोग अलग अलग अर्थों में हुआ है।)
31-कवि की वाणी कैसी हैं -
शीतल
32-कवि के शब्दों में किसके बराबर शक्ति हैं –
आग के
33-“मैं निज रोदन में राग लिए फिरता हूँ , शीतल वाणी में आग लिए फिरता हूँ ;” में कौन सा अलंकार हैं – विरोधाभास अलंकार
34-जब कवि का दिल अपने प्रिय के वियोग में रोया , तब लोगो ने इसे क्या कहा-
गीत
35-कवि फूट पडे , तब लोगो ने इसे क्या समझा –
छंद बनाना
36-दुनिया कवि को किस रूप में अपनाती है –
कवि के
37-कवि अपनी पहचान किस रूप में बनाना चाहते हैं –
प्रेम दीवाने के रूप में
38-कवि इस दुनिया में किससे वेश में फिरते हैं –
दीवाने के
39-कवि दुनिया को कौन सा संदेश देना चाहते हैं –
मौज मस्ती से जीवन जीने का
40-कवि अपने आप को दुनिया में क्या मान कर चलता है –
प्रेम-दीवाना
जय हिन्द : जय हिंदी
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