jhansi ki rani class 6 mcq | झाँसी की रानी mcq

jhansi ki rani class 6 mcq


jhansi ki rani class 6 mcq
झाँसी की रानी बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर 


प्रश्न 1. ‘झाँसी की रानी’ कविता किसने लिखी है?

(a) लक्ष्मीबाई
(b) सुभद्रा कुमारी चौहान
(c) सुमित्रानंदन पंत
(d) केदारनाथ अग्रवाल

उत्तर:  (b) सुभद्रा कुमारी चौहान

प्रश्न 2.रानी लक्ष्मीबाई किसकी मुँहबोली बहन थीं ?

(a) अजीमुल्ला खाँ
(b) अहमदशाह
(c) कुंवर सिंह
(d) नाना धुंधूपंत पेशवा

उत्तर:  (d) नाना धुंधूपंत पेशवा


प्रश्न 3. कवयित्री ने झाँसी की रानी की कथा किसके मुँह से सुनी थी?

(a) मराठों के
(b) बुंदेलों के
(c) अपने अध्यापक के
(d) कवियों के

उत्तर:  (b) बुंदेलों के

प्रश्न 4. नाना साहब कहाँ के रहने वाले थे?

(a) इलाहाबाद
(b) झाँसी
(c) कानपुर
(d) ग्वालियर

उत्तर:  (c) कानपुर

प्रश्न 5. लक्ष्मीबाई का प्रिय खेल था?

(a) नकली युद्ध करना
(b) व्यूह की रचना करना, शिकार करना
(c) सैन्य घेरना, दुर्ग तोड़ना
(d) उपर्युक्त सभी

उत्तर:  (d) उपर्युक्त सभी

निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 


सिंहासन हिल उठे, राजवंशों ने भृकुटी तानी थी,
बूढ़े भारत में भी आई फिर से नयी जवानी थी,
गुमी हुई आज़ादी की कीमत सबने पहचानी थी,
दूर फ़िरंगी को करने की सबसे मन में ठानी थी,
चमक उठी सन् सत्तावन में
वह तलवार पुरानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी॥


प्रश्न 1.इस काव्यांश में किस समय की दशा का वर्णन है?

(a) भारत की परतंत्रता की
(b) भारत की स्वतंत्रता की।
(c) भारत में अंग्रेज़ी शासन की
(d) भारत में मुगल शासन की

उत्तर:  (c) भारत में अंग्रेज़ी शासन की

प्रश्न 2.राजवंशों की भृकुटी तानने से कवयित्री का तात्पर्य क्या है?

(a) तिरछी नज़रों से देखना
(b) क्रोध भरी नज़रों से देखना
(c) एक आँख से देखना
(d) युद्ध के लिए तैयार होना

उत्तर:  (b) क्रोध भरी नज़रों से देखना

प्रश्न 3.भारत को बूढ़ा क्यों कहा गया है?

(a) भारत शक्तिहीन हो चुका था।
(b) भारत पुराना देश है।
(c) भारत के लोग बूढ़े हो गए थे।
(d) युद्ध के लिए तैयार होना।

उत्तर:  (a) भारत शक्तिहीन हो चुका था।

निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 

कानपुर के नाना की मुँहबोली बहन ‘छबीली’ थी,
लक्ष्मीबाई नाम, पिता की वह संतान अकेली थी,
नाना के संग पढ़ती थी वह, नाना के संग खेली थी,
बरछी, ढाल, कृपाण, कटारी उसकी यही सहेली थी,
वीर शिवाजी की गाथाएँ
उसको याद ज़बानी थीं।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी॥


प्रश्न 1. इस काव्यांश में लक्ष्मीबाई के जीवन के किस काल का चित्रण मिलता है?

(a) बाल्यकाल का
(b) युवाकाल का
(c) प्रौढ़ अवस्था का
(d) इनमें से कोई नहीं

उत्तर:  (a) बाल्यकाल का

प्रश्न 2.यह कविता किस काल के बारे में है?

(a) वर्ष 1885
(b) वर्ष 1857
(c) वर्ष 1757
(d) वर्ष 1947

उत्तर:  (b) वर्ष 1857

प्रश्न 3.नाना कहाँ के थे?

(a) झाँसी के
(b) आगरा के
(c) कानपुर के
(d) ग्वालियर के

उत्तर:  (c) कानपुर के

निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 

लक्ष्मी थी या दुर्गा थी वह स्वयं वीरता की अवतार,
देख मराठे पुलकित होते उसकी तलवारों के वार,
नकली युद्ध, व्यूह की रचना और खेलना खूब शिकार,
सैन्य घेरना, दुर्ग तोड़ना, ये थे उसके प्रिय खिलवार,
महाराष्ट्र-कुल-देवी उसकी
भी आराध्य भवानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।

प्रश्न 1.वीरता की अवतार किसे कहा गया है?

(a) दुर्गा को
(b) भवानी को
(c) लक्ष्मी को
(d) लक्ष्मीबाई को

उत्तर:  (d) लक्ष्मीबाई को

प्रश्न 2.लक्ष्मीबाई को तलवार चलाते देख कौन प्रसन्न होते थे?

(a) बुंदेले
(b) मराठे
(c) गुजराती
(d) पंजाबी

उत्तर:  (b) मराठे

प्रश्न 3.लक्ष्मीबाई की आराध्य कौन थी?

(a) लक्ष्मी
(b) भवानी
(c) काली
(d) दुर्गा

उत्तर:  (b) भवानी

प्रश्न 4.लक्ष्मीबाई को दुर्गा का अवतार क्यों कहा जाता था?
उत्तर:  जैसे देवी दुर्गा ने राक्षसों का वध किया वैसे ही लक्ष्मीबाई भी अंग्रेजों से लोहा ले रही थीं।

प्रश्न 5.मराठे क्यों पुलकित होते थे?
उत्तर:  लक्ष्मीबाई की वीरता, तलवार का वार व शत्रु सेना को घेरने की व्यूह रचना देखकर मराठे पुलकित होते थे।

प्रश्न 6.लक्ष्मीबाई कौन से खेल खेलती थीं?
उत्तर:  लक्ष्मीबाई के प्रिय खेल थे-नकली युद्ध करना, व्यूह की रचना करना और शिकार करना।

निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 

हुई वीरता की वैभव के साथ सगाई झाँसी में,
ब्याह हुआ रानी बन आई लक्ष्मीबाई झाँसी में,
राजमहल में बजी बधाई खुशियाँ छाईं झाँसी में,
सुभट बुंदेलों की विरुदावलि-सी वह आई झाँसी में,
चित्रा ने अर्जुन को पाया,
शिव से मिली भवानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी॥

प्रश्न 1.लक्ष्मीबाई की सगाई किस राजा से हुई?

(a) दिल्ली के शासक गंगाधर राव से
(b) झाँसी के शासक गंगाधर राव से
(c) लखनऊ के शासक गंगाधर राव से
(d) कश्मीर के शासक गंगाधर राव से

उत्तर:  (b) झाँसी के शासक गंगाधर राव से

प्रश्न 2.झाँसी में खुशियाँ क्यों छा गईं ?

(a) झाँसी के राजा की लक्ष्मीबाई से शादी होने पर
(b) झाँसी के राजा की लक्ष्मीबाई से सगाई होने पर
(c) झाँसी के राजा द्वारा धन संपत्ति बाँटने पर।
(d) झाँसी के राजा द्वारा एक के बाद एक प्रांत विजय करने पर

उत्तर:  (a) झाँसी के राजा की लक्ष्मीबाई से शादी होने पर

प्रश्न 3.चित्रा और भवानी कौन थी?

(a) रानियाँ
(b) नर्तकियाँ
(c) वीरांगनाएँ
(d) मंत्राणियाँ

उत्तर:  (c) वीरांगनाएँ

प्रश्न 4.कवयित्री का नाम लिखिए।
उत्तर:  कवयित्री का नाम सुभद्रा कुमारी चौहान’ है।

प्रश्न 5.कौन ब्याह होकर कहाँ आ गई?
उत्तर:  लक्ष्मीबाई ब्याह करके झाँसी में रानी बनकर आ गई।

प्रश्न 6.विरुदावलि क्या होता है?
उत्तर:  विरुदावलि ‘यश का गान’ होता है। रानी के झाँसी के आगमन पर वीर योद्धाओं ने गुणगान किया।

निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 

उदित हुआ सौभाग्य, मुदित महलों में उजयाली छाई,
किंतु कालगति चुपके-चुपके काली घटा घेर लाई,
तीर चलाने वाले कर में उसे चूड़ियाँ कब भाई,
रानी विधवा हुई हाय! विधि को भी नहीं दया आई,
नि:संतान मरे राजा जी,
रानी शोक-समानी थी,
बुंदेले हर बोलों के मुँह।
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो।
झाँसीवाली रानी थी॥

प्रश्न 1.झाँसी के राजमहलों में प्रसन्नता और उजयाली छा गई-

(a) लक्ष्मीबाई का युद्ध कौशल देखकर
(b) रानी की वीरता की अंग्रेजों द्वारा प्रसंशा सुनकर
(c) जब लक्ष्मीबाई रानी बनकर आई।
(d) लक्ष्मीबाई और गंगाधर राव के विवाह की सूचना पाकर

उत्तर:  (c) जब लक्ष्मीबाई रानी बनकर आई।

प्रश्न 2.किसके जीवन में कालगति ने काली घटा घेर दी-

(a) ताँत्या
(b) नाना साहब
(c) लक्ष्मीबाई
(d) गंगाधर राव

उत्तर:  (c) लक्ष्मीबाई

प्रश्न 3.गंगाधर राव की आकस्मिक मृत्यु से किसके शोक एवं दुख की कोई सीमा नहीं थी-

(a) अंग्रेजों के दुख की कोई सीमा न थी।
(b) रानी लक्ष्मीबाई के दुख की कोई सीमा न थी।
(c) पड़ोसी राज्यों के दुख की कोई सीमा न थी।
(d) इनमें से कोई नहीं।

उत्तर:  (b) रानी लक्ष्मीबाई के दुख की कोई सीमा न थी।

प्रश्न 4.कब कौन-सा सौभाग्य उदित हुआ?
उत्तर:  जब लक्ष्मीबाई झाँसी की रानी बनकर आई तब वहाँ के राजमहलों में सौभाग्य उदित हुआ।

प्रश्न 5.कालगति किस प्रकार काली घटा घेर लाई?
उत्तर:  कालगति से लक्ष्मीबाई के पति गंगाधर राव को आकस्मिक मृत्यु हो आई।

प्रश्न 6.रानी के शोक की सीमा क्यों न थी?
उत्तर:  विवाह के कुछ समय बाद लक्ष्मीबाई के पति राजा जी की मृत्यु हो गयी। वह नि:संतान ही चल बसे थे। रानी अत्यंत अकेली पड़ गई थी। अपने व्यक्तिगत दुख के अतिरिक्त उन्हें राज्य की भी चिंता थी, जिसकी देखरेख करने वाला कोई न था।


निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 

बुझा दीप झाँसी का तब डहलौज़ी मन में हरषाया,
राज्य हड़प करने का उसने यह अच्छा अवसर पाया,
फौरन फ़ौजें भेज दुर्ग पर अपना झंडा फहराया,
लावारिस का वारिस बनकर ब्रिटिश राज्य झाँसी आया,
अश्रपूर्ण रानी ने देखा
झाँसी हुई बिरानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी॥


प्रश्न 1.झाँसी का दीप बुझने से कवयित्री का क्या आशय है?

(a) राज्य में अंधकार छा गया
(b) राज्य पराधीन हो गया
(c) लक्ष्मीबाई की मृत्यु
(d) युद्ध में हार

उत्तर:  (c) लक्ष्मीबाई की मृत्यु

प्रश्न 2.डहलौज़ी मन-ही-मन क्यों प्रसन्न हुआ?

(a) डहलौज़ी को अब अवसर मिल गया कि वह झाँसी राज्य को अंग्रेज़ी राज्य में मिला सकता था।
(b) डहलौजी झाँसी पर हमला करना चाहता था।
(c) वह लावारिस राज्य का वारिस बनना चाहता था।
(d) सभी कथन सत्य हैं।

उत्तर:  (d) सभी कथन सत्य हैं।

प्रश्न 3.झाँसी पर अब किसकी हुकूमत चलने लगी?

(a) झाँसी की रानी की
(b) ब्रिटिश राजा की
(c) भारतीयों की
(d) मराठों की

उत्तर:  (b) ब्रिटिश राजा की

निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 

अनुनय-विनय नहीं सुनता है, विकट फ़िरंगी की माया,
व्यापारी बन दया चाहता था जब यह भारत आया,
डलहौज़ी ने पैर पसारे अब तो पलट गई काया,
राजाओं नव्वाबों को भी उसने पैरों ठुकराया,
रानी दासी बनी, बनी यह
दासी अब महारानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।

प्रश्न 1.फिरंगी किसे कहा गया है?

(a) शत्रु राज्यों को
(b) मित्र राज्यों को
(c) अंग्रेज़ों को
(d) देश में आने वाले सभी व्यापारियों को

उत्तर:  (c) अंग्रेज़ों को

प्रश्न 2.रानी के अनुनय-विनय को किसने ठुकरा दिया?

(a) पड़ोसी राज्यों ने
(b) झाँसी की जनता ने
(c) फिरंगियों ने
(d) गंगाधर राव ने

उत्तर:  (c) फिरंगियों ने

प्रश्न 3.अंग्रेज़ किस समय भारतीय राज्यों के राजाओं से दया चाहते थे?

(a) जब वह व्यापारी बनकर भारत आए।
(b) जब वे राज्यों को हराकर उस पर अधिकार करते थे।
(c) भारतीय राजाओं से हारने पर।
(d) उपरोक्त सभी।

उत्तर:  (a) जब वह व्यापारी बनकर भारत आए।

प्रश्न 4.फिरंगी कैसे थे?
उत्तर:  फिरंगी बहुत क्रूर थे। वे लालची थे और भारतीय राज्यों पर आधिपत्य स्थापित करना चाहते थे।

प्रश्न 5.अंग्रेज़ किस रूप में भारत आए।
उत्तर:  अंग्रेज़ भारत में व्यापारी बनकर आए थे।

प्रश्न 6.डलहौज़ी ने राजाओं-नवाबों के साथ क्या व्यवहार किया?
उत्तर:  डलहौज़ी राजाओं और नवाबों के साथ सम्मानपूर्ण बर्ताव नहीं करता था।

निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 

छिनी राजधानी देहली की, लिया लखनऊ बातों-बात
कैद पेशवा था बिठूर में, हुआ नागपुर का भी घात,
उदैपुर, तंजौर, सतारा, करनाटक की कौन बिसात,
जबकि सिंध, पंजाब ब्रह्म पर अभी हुआ था वज्र-निपात,
बंगाले, मद्रास आदि की
भी तो यही कहानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी॥

प्रश्न 1.भारत की दशा कैसी थी?

(a) दीन-हीन
(b) सुदृढ़
(c) संपन्न
(d) राजनैतिक मज़बूर

उत्तर:  (a) दीन-हीन

प्रश्न 2.अंग्रेज़ों ने किन दो स्थानों पर पूरी तरह कब्जा कर लिया?

(a) दिल्ली-तंजोर
(b) दिल्ली-नागपुर
(c) दिल्ली-लखनऊ
(d) दिल्ली-कर्नाटक

उत्तर:  (c) दिल्ली-लखनऊ

प्रश्न 3.अंग्रेज़ों ने पेशवा को कहाँ कैद किया था?

(a) कर्नाटक में
(b) दिल्ली में
(c) बिठूर में
(d) उदयपुर में

उत्तर:  (c) बिठूर में

प्रश्न 4.किसने राजधानी दिल्ली को छीनकर कब्जा कर लिया?
उत्तर:  अंग्रेजों ने दिल्ली पर कब्जा कर लिया।

प्रश्न 5.पेशवा को कैद करके किस स्थान पर रखा गया था?
उत्तर:  अंग्रेजों ने पेशवा को कैद करके बिठूर में रखा था।

प्रश्न 6.बंगाल, मद्रास, तंजौर, सतारा और उदयपुर राज्यों की क्या दशा थी?
उत्तर:  अंग्रेजों ने बंगाल, मद्रास, तंजोर, सतारा और उदयपुर पर कब्जा कर लिया था।

प्रश्न 7.अंग्रेजों ने राजधानी दिल्ली के साथ-साथ किस स्थान पर अधिकार कर लिया?
उत्तर:  अंग्रेज़ों ने राजधानी दिल्ली के साथ लखनऊ पर भी हाथोहाथ अधिकार कर लिया था।

निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 

रानी रोईं रनिवासों में, बेगम गम से थी बेज़ार,
उनके गहने-कपड़े बिकते थे कलकत्ते के बाजार,
सरे-आम नीलाम छापते थे अंग्रेज़ों के अखबार,
‘नागपुर के जेवर ले लो’ ‘लखनऊ के लो, नौलख हार,’
यों परदे की इज्जत
परदेशी के हाथ बिकानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।


प्रश्न 1.रानियाँ कहाँ रोती थीं?

(a) लोगों के घरों में जाकर
(b) राजदरबारों में जाकर
(c) रनिवासों में
(d) बाजारों में जाकर

उत्तर:  (c) रनिवासों में

प्रश्न 2.गम से बेज़ार कौन था?

(a) रानियाँ
(b) नवाबों की बेगम
(c) राजा
(d) जनता

उत्तर:  (b) नवाबों की बेगम

प्रश्न 3.बेगमों और रानियों के गहने और कपड़े किस बाज़ार में बिकते थे।

(a) लखनऊ के बाज़ार में
(b) मद्रास के बाज़ार में
(c) कलकत्ता के बाजार में
(d) सतारा के बाजार में

उत्तर:  (c) कलकत्ता के बाजार में

प्रश्न 4.कवयित्री का नाम लिखिए।
उत्तर:  इस पद्यांश की कवयित्री का नाम-सुभद्रा कुमारी चौहान है।

प्रश्न 5.रानियों और बेगमों की क्या दशा थी?
उत्तर:  रानियों और बेगमों की दशा दयनीय थी। उनके गहने और कपड़े खुलेआम बाज़ारों में बेचे जा रहे थे।

प्रश्न 6.अंग्रेजों के अखबारों में किसकी नीलामी की खबर छपती थी?
उत्तर:  अंग्रेजों के अखबारों में भारतीय राजघरानों के जेवरों और कपड़ों की नीलामी के विज्ञापन छपते थे।

निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 

कुटियों में थी विषम वेदना, महलों में आहत अपमान,
सैनिकों के मन में था, अपने पुरखों का अभिमान,
नाना धुंधूपंत पेशवा जुटा रहा था सब सामान,
बहिन छबीली ने रण-चंडी का कर दिया प्रकट आह्वान
हुआ यज्ञ प्रारंभ उन्हें तो वीर
सोई ज्योति जगानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।

प्रश्न 1.किसका अभिमान आहत हो रहा था?

(a) मकानों में रहने वाले लोगों का
(b) कुटियों में रहने वाले लोगों का
(c) महलों में रहने वाले लोगों का
(d) उपर्युक्त सभी

उत्तर:  (a) मकानों में रहने वाले लोगों का

प्रश्न 2.विषम वेदना कहाँ थी?

(a) महलों में
(b) मकानों में
(c) कुटियों में
(d) धर्मशालाओं में

उत्तर:  (c) कुटियों में


प्रश्न 3.अपने पुरखों का अभिमान कौन करता था?

(a) वीर सैनिक
(b) साधारण जन
(c) सेनापति
(d) राजा

उत्तर:  (a) वीर सैनिक

प्रश्न 4.कुटियों में रहने वालों की क्या दशा थी?
उत्तर:  कुटियों में रहने वाले वेदना से ग्रस्त थे, अंग्रेजी सरकार के अत्याचार उन्हें सहने पड़े थे।

प्रश्न 5.वीर सैनिकों के मन में क्या था?
उत्तर:  वीर सैनिको के मन में अपने पूर्वजों के प्रति अभिमान का भाव था।

प्रश्न 6.नाना धुंधूपंत क्या कर रहे थे?
उत्तर:  नाना धुंधूपंत युद्ध का सामान जुटा रहे थे।

निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 

महलों ने दी आग, झोपड़ी ने ज्वाला सुलगाई थी,
यह स्वतंत्रता की चिनगारी अंतरतम से आई थी,
झाँसी चेती, दिल्ली चेती, लखनऊ लपटें छाई थीं,
मेरठ, कानपुर, पटना ने भारी धूम मचाई थी,
जबलपुर, कोल्हापुर में भी
कुछ हलचल उकसानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुंह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।

प्रश्न 1.स्वतंत्रता की चिनगारी कहाँ से आई थी?

(a) ग्वालियर से
(b) लखनऊ से
(c) नागपुर से
(d) लोगों के अंतरतम से

उत्तर:  (d) लोगों के अंतरतम से

प्रश्न 2.स्वतंत्रता संग्राम में आग लगाने (आगे बढ़ाने) का काम किसने किया?

(a) महलों ने
(b) झोंपड़ियों ने
(c) मकानों ने
(d) साधारण जनता ने

उत्तर:  (b) झोंपड़ियों ने

प्रश्न 3.किस शहर पर स्वतंत्रता के आग की लपटें छा गई थीं?

(a) दिल्ली
(b) मेरठ
(c) लखनऊ
(d) झाँसी

उत्तर:  (c) लखनऊ

प्रश्न 4.स्वतंत्रता की आग को किसने रोशन किया?
उत्तर:  स्वतंत्रता की आग को महलों ने रोशन किया था।

प्रश्न 5.स्वतंत्रता के आग की लपटों को किसने तेज़ कर दिया?
उत्तर:  स्वतंत्रता की आग की लपटों को झोंपड़ियों ने तेज़ करके भड़का दिया।

प्रश्न 6.झाँसी और दिल्ली के बाद किस स्थान पर आंदोलन की लपटें छा गई थीं?
उत्तर:  दिल्ली और झाँसी के बाद स्वतंत्रता आंदोलन की लपटें लखनऊ पर छा गई थीं।

निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 

इस स्वतंत्रता-महायज्ञ में कई वीरवर आए काम,
नाना धुंधूपंत, ताँतिया, चतुर अज़ीमुल्ला सरनाम,
अहमद शाह मौलवी, ठाकुर कुँवरसिंह सैनिक अभिराम,
भारत के इतिहास-गगन में अमर रहेंगे जिनके नाम,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।
लेकिन आज जुर्म कहलाती
उनकी जो कुरबानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।

प्रश्न 1.किस स्वतंत्रता-महायज्ञ की बात कवयित्री ने इस पद्यांश में की है?

(a) 1857 की क्रांति
(b) स्वदेशी आंदोलन
(c) असहयोग आंदोलन
(d) भारत छोड़ो आंदोलन

उत्तर:  (a) 1857 की क्रांति

प्रश्न 2.भारत के इतिहास-गगन में किनके नाम अमर होने की बात कही गई है?

(a) अजीमुल्लाह एवं नाना धुंधूपंत
(b) रानी सखियाँ-काना एवं मंदरा
(c) रानी का घोड़ा
(d) इनमें कोई नहीं

उत्तर:  (a) अजीमुल्लाह एवं नाना धुंधूपंत

प्रश्न 3.स्वतंत्रता-महायज्ञ में कई वीर सैनिकों ने अपना योगदान दिया, जिनमें प्रमुख थे-

(a) बालकृष्ण गोखले
(b) लाला लाजपत राय
(c) ठाकुर कुँवर सिंह
(d) बी.जी. तिलक

उत्तर:  (c) ठाकुर कुँवर सिंह

प्रश्न 4.इस स्वतंत्रता-महायज्ञ में कई वीरवर आए काम-इस पंक्ति का क्या अर्थ है ?
उत्तर:  इसका अर्थ है कि इस स्वतंत्रता-महायज्ञ में कई भारतीय वीर सैनिकों ने अपनी आहुति दी और अपने आप को कुर्बान कर दिया।

प्रश्न 5.देश के लिए कुर्बान होने वाले विख्यात वीर सैनिक कौन थे?
उत्तर:  देश के लिए कुर्बान होने वाले वीर सपूतों में प्रमुख थे-नाना धुंधूपंत, ताँत्या, अजीमुल्ला, अहमद शाह मौलवी, ठाकुर कुँवर सिंह आदि।

प्रश्न 6.भारत के इतिहास-गगन में किसके नाम अमर रहेंगे?
उत्तर:  भारत के इतिहास-गगन में वीर सैनिकों एवं भारत माता के उन वीर सपूतों का नाम अमर रहेगा, जिन्होंने इस स्वतंत्रता महायज्ञ में अपनी कुर्बानियाँ दीं।


निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 

इनकी गाथा छोड़ चले हम झाँसी के मैदानों में,
जहाँ खड़ी है लक्ष्मीबाई मर्द बनी मर्दानों में,
लेफ्टिनेंट वॉकर आ पहुँचा, आगे बढ़ा जवानों में,
रानी ने तलवार खींच ली, हुआ द्वंद्व असमानों में,
ज़ख्मी होकर वॉकर भागा,
उसे अजब हैरानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुंह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी॥


प्रश्न 1.झाँसी के मैदानों में मर्द बनकर कौन खड़ी है?

(a) रानी की सखियाँ
(b) रानी लक्ष्मीबाई
(c) राजपूत नारियाँ
(d) राजघराने की सभी नारियाँ

उत्तर:  (b) रानी लक्ष्मीबाई

प्रश्न 2.युद्ध क्षेत्र में रानी के पहुँचने के बाद कौन अंग्रेज़ सेनापति आ पहुँचा?

(a) डलहौजी
(b) कार्नवालिस
(c) लेफ्टिनेंट वॉकर
(d) लार्ड वेलेजली

उत्तर:  (c) लेफ्टिनेंट वॉकर

प्रश्न 3.किसके बीच युद्ध क्षेत्र में तलवारों से द्वंद्व हुआ?

(a) रानी और लेफ्टिनेंट वॉकर
(b) कार्नवालिस और रानी
(c) डलहौजी और रानी
(d) इनमें से कोई नहीं

उत्तर:  (a) रानी और लेफ्टिनेंट वॉकर

प्रश्न 4.इस पद्यांश में झाँसी के मैदानों में चलने की बात क्यों की गई है?
उत्तर:  झाँसी के मैदानों में चलने की बात इसलिए कही गई है, क्योंकि वहाँ रानी लक्ष्मीबाई वीर पुरुषवेष में खड़ी थीं।

प्रश्न 5.किस अंग्रेज सेनापति ने अपने जवानों के साथ झाँसी के मैदान में रानी से युद्ध किया?
उत्तर:  रानी से युद्ध के लिए लेफ्टिनेंट वॉकर अपने जवानों के साथ झाँसी के मैदान में पहुंचा।

प्रश्न 6.झाँसी के युद्ध क्षेत्र में किसके-किसके मध्य द्वंद्व हुआ?
उत्तर:  युद्ध क्षेत्र में रानीलक्ष्मीबाई और लेफ्टिनेंट वॉकर मध्य वंद्व हुआ।

निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 

रानी बढ़ी कालपी आई, कर सौ मील निरंतर पार,
घोड़ा थककर गिरा भूमि पर, गया स्वर्ग तत्काल सिधार,
यमुनातट पर अंग्रेजों ने फिर खाई रानी से हार,
विजयी रानी आगे चल दी, किया ग्वालियर पर अधिकार,
अंग्रेजों के मित्र सिंधिया
ने छोड़ी राजधानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
‘झाँसीवाली रानी थी।


प्रश्न 1.रानी झाँसी के मैदानों से आगे बढ़कर कहाँ पहुँची?

(a) ग्वालियर
(b) कालपी
(c) लखनऊ
(d) कानपुर

उत्तर:  (b) कालपी

प्रश्न 2. रानी का घोड़ा क्यों मर गया?

(a) घोड़ा कमज़ोर था
(b) कई दिनों से भूखा-प्यासा था।
(c) सौ मील चलने के बाद थककर
(d) इनमें से कोई नहीं


उत्तर:  (c) सौ मील चलने के बाद थककर

प्रश्न 3.रानी ने कहाँ अधिकार कर लिया?

(a) ग्वालियर पर
(b) पुणे पर
(c) सतारा पर
(d) लखनऊ पर


उत्तर:  (a) ग्वालियर पर

प्रश्न 4. लगातार सौ मील की दूरी तय करके रानी कहाँ पहुँची?
उत्तर:  झाँसी के युद्ध क्षेत्र से रानी आगे बढ़ी और सौ मील की दूरी तय करके कालपी पहुंची।

प्रश्न 5.रानी के घोड़े के स्वर्ग सिधारने का क्या कारण था?
उत्तर:  रानी का घोड़ा लगातार सौ मील की दूरी तय करने के बाद थक गया था। जिसके कारण वह गिर पड़ा और स्वर्ग सिधार गया।

प्रश्न 6.अंग्रेज़ फिर से रानी के हाथों किस नदी के तट पर पराजित हुए?
उत्तर:  झाँसी में पराजित होने के बाद अंग्रेज़ एकबार फिर यमुना के तट पर रानी से पराजित हुए।

निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 

विजय मिली, पर अंग्रेजों की फिर सेना घिर आई थी,
अबके जनरल स्मिथ सन्मुख था, उसने मुँह की खाई थी,
काना और मंदरा सखियाँ रानी के संग आई थीं,
युद्ध क्षेत्र में उन दोनों ने भारी मार मचाई थी,
पर, पीछे यूरोज़ आ गया,
हाय! घिरी अब रानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।


प्रश्न 1. अंग्रेजों की सेना का सेनापति कौन था जिसने ग्वालियर विजय के पश्चात रानी की सेना को फिर से घेर लिया?

(a) लार्ड डलहौजी
(b) कार्नवालिस
(c) लेफ़्टीनेंट वॉकर
(d) जनरल स्मिथ

उत्तर:  (d) जनरल स्मिथ

प्रश्न 2. रानी के सम्मुख किसने मुँह की खाई थी?

(a) जनरल स्मिथ
(b) डलहौजी
(c) कार्नवालिस
(d) इनमें से कोई नहीं झाँसी की रानी

उत्तर:  (a) जनरल स्मिथ

प्रश्न 3.रानी के साथ युद्ध क्षेत्र में आई उनकी सखियों का क्या नाम था?

(a) काना और सुवर्णा
(b) काना-मंदरा
(c) मंदिरा-दीपिका
(d) सोना-रेखा

उत्तर:  (b) काना-मंदरा

प्रश्न 4. ग्वालियर विजय के पश्चात रानी से युद्ध के लिए उनके सम्मुख कौन अंग्रेज़ सेनापति आया?
उत्तर:  ग्वालियर विजय के पश्चात रानी के सम्मुख जनरल स्मिथ सेना के साथ आया।

प्रश्न 5.रानी की किन सखियों ने युद्ध में भारी मार-काट मचाई थी?
उत्तर:  रानी की सखियों-मंदरा और काना ने रानी के साथ मिलकर भारी मार-काट मचाई थी।

प्रश्न 6.रानी को युद्ध क्षेत्र में किस अंग्रज़ सेनापति ने पीछे से घेर लिया?
उत्तर:  अंग्रेज़ सेनापति यूरोज ने रानी के पीछे की तरफ से आक्रमण कर दिया।

प्रश्न 7.किस अंग्रेज़ सेनापति को युद्ध में रानी से मुँह की खानी पड़ी?
उत्तर:  जनरल स्मिथ को मुँह की खानी पड़ी और रानी ने उसे भागने के लिए मजबूर कर दिया।


निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 

तो भी रानी मार-काटकर चलती बनी सैन्य के पार,
किंत सामने नाला आया, था यह संकट विषम अपार,
घोड़ा अड़ा, नया घोड़ा था इतने में आ गए सवार,
रानी एक, शत्रु बहुतेरे, होने लगे वार पर वार,
घायल होकर गिरी सिंहनी
उसे वीर-गति पानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।


प्रश्न 1.रानी के सामने कौन-सा विषम संकट आ गया?

(a) रानी के रास्ते में नदी आ गई
(b) रानी के रास्ते में नाला पड़ा
(c) रानी के सामने दुर्गम पहाड़ आ गया
(d) इनमें से कोई नहीं ।

उत्तर:  (b) रानी के रास्ते में नाला पड़ा

प्रश्न 2.घोड़ा क्यों अड़ गया?

(a) घोड़ा प्यासा था।
(b) घोड़ा भूखा था।
(c) घोड़ा थक गया था।
(d) घोड़ा नया था।


उत्तर:  (d) घोड़ा नया था।

प्रश्न 3.सिंहनी किसे कहा गया है?

(a) रानी लक्ष्मीबाई को
(b) रानी की सखियों को
(c) जंगल की शेरनी को
(d) इनमें से कोई नहीं


उत्तर:  (a) रानी लक्ष्मीबाई को


निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 

रानी गई सिधार चिता अब उसकी दिव्य सवारी थी,
मिला तेज से तेज, तेज की वह सच्ची अधिकारी थी,
अभी उम्र कुल तेईस की थी, मनुज नहीं अवतारी थी,
हमको जीवित करने आई बन स्वतंत्रता नारी थी,
दिखा गई पथ, सिखा गई हमको
जो सीख सिखानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी॥


प्रश्न 1.अब रानी की सवारी क्या थी?

(a) रथ
(b) घोड़ा
(c) चिता
(d) हाथी

उत्तर:  (b) घोड़ा

प्रश्न 2.वीरगति प्राप्त करते समय रानी की उम्र क्या थी?

(a) बीस वर्ष
(b) बाईस वर्ष
(c) तेईस वर्ष
(d) पच्चीस वर्ष

उत्तर:  (c) तेईस वर्ष

प्रश्न 3.रानी लक्ष्मीबाई ने कौन-सा पथ दिखाया?

(a) स्वतंत्रता प्राप्त करने का
(b) अंग्रेजों की सत्ता का विनाश करने का
(c) अंग्रेजों की हर चाल का मुँहतोड़ जवाब देने का
(d) उपर्युक्त सभी

उत्तर:  (a) स्वतंत्रता प्राप्त करने का

प्रश्न 4.रानी की क्या दशा हुई ?
उत्तर:  रानी अपना अमर बलिदान देकर स्वर्ग सिधार गई थी।

प्रश्न 5.रानी लक्ष्मीबाई को अवतारी क्यों कहा गया है?
उत्तर:  रानी लक्ष्मीबाई ने अत्यंत कम उम्र में जो साहस और वीरता दिखाई, वह किसी साधारण मनुष्य की क्षमता से बाहर की बात थी। इसलिए उन्हें अवतारी अर्थात ईश्वर का रूप कहा गया है।


प्रश्न 6. मिला तेज से तेज, तेज की वह सच्ची अधिकारी थी-का क्या अर्थ है ?
उत्तर:  रानी शहीद हो गई। चिता उनकी अलौकिक सवारी थी, जिस पर चढ़कर वह इस लोक से उस लोक को प्रस्थान कर गई। उनके तेज से अग्नि का तेज मिला, वह सही अर्थों में तेजस्विनी थी और तेज की अधिकारी थी।

निम्नलिखित पठित काव्य पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए. 

जाओ रानी याद रखेंगे हम कृतज्ञ भारतवासी,
यह तेरा बलिदान जगावेगा स्वतंत्रता अविनाशी,
होवे चुप इतिहास, लगे सच्चाई को चाहे फाँसी,
हो मदमाती विजय, मिटा दे गोलों से चाहे झाँसी,
तेरा स्मारक तू ही होगी,
तू खुद अमिट निशानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।



प्रश्न 1.यहाँ रानी के कहाँ जाने की बात हो रही है?

(a) स्वर्ग
(b) झाँसी में
(c) भारत से बाहर
(d) अपने घर


उत्तर:  (a) स्वर्ग

प्रश्न 2.रानी का बलिदान हमारे हृदयों में कैसी स्वतंत्रता का भाव पैदा करता है?

(a) अस्थाई
(b) चिरस्थाई
(c) घूमने-फिरने की स्वतंत्रता
(d) मत देने की आज़ादी


उत्तर:  (b) चिरस्थाई

प्रश्न 3.रानी लक्ष्मीबाई के अमर होने का क्या कारण था?

(a) स्वतंत्रता प्राप्ति हेतु लक्ष्मीबाई का संघर्ष
(b) अंग्रेजों के समक्ष घुटने टेकने के कारण
(c) अपनी जान की परवाह न करते हुए जीवन के अंतिम दम तक लड़ना
(d) अपने जीवन में ऐसे कार्य किए जिनके लिए वह अमर रहेगी। इसलिए कहा गया कि उसे याद करने हेतु किसी स्मारक की आवश्यकता नहीं।

उत्तर:  (d) अपने जीवन में ऐसे कार्य किए जिनके लिए वह अमर रहेगी। इसलिए कहा गया कि उसे याद करने हेतु किसी स्मारक की आवश्यकता नहीं।

प्रश्न 4.भारतवासी क्या करेंगे?
उत्तर:  भारतवासी कृतज्ञ हैं, अत: लक्ष्मीबाई के अमर बलिदान को सदा याद रखेंगे।

प्रश्न 5.रानी लक्ष्मीबाई का बलिदान भारतीयों के मन में कैसी स्वतंत्रता का भाव जगाता है?
उत्तर:  लक्ष्मीबाई का बलिदान भारतीयों के मन में चिर स्थाई स्वतंत्रता का भाव जगाता है।


प्रश्न 6.अंग्रेजों की विजय को कैसा बताया गया है?
उत्तर:  अंग्रेजों की विजय को मदमाती बताया गया है।




जय हिन्द : जय हिंदी 
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