savaiye class 9 mcq | सवैये mcq

savaiye class 9 mcq | सवैये कक्षा-9 MCQs

 savaiye class 9 mcq

रसखान के सवैये MCQs

MCQs








1. रसखान का मूल नाम क्या था ?

क. सैय्यद मूसा
ख. सैयद इब्राहीम
ग. सैय्यद युसुफ
घ. सैय्यद इकबाल


उत्तर-
सैयद इब्राहीम।

2. रसखान किसके भक्त थे ?

क. कृष्ण
ख. राम
ग. शिव
घ. दुर्गा


उत्तर- कृष्ण।

3. रसखान की रचनाओं में किस भाषा की प्रधानता है ?

क. मैथिली
ख. अवधी
ग. ब्रज
घ. मगही।


उत्तर- ब्रज।

4. ‘मानुष हौं तो वही रसखानि’ सवैये में कवि का किसके प्रति प्रेम व्यक्त हुआ है ?

क. पर्यावरण
ख. पशु-पक्षी
ग. मानवता
घ. ब्रज भूमि।

उत्तर- ब्रज भूमि।

5. कवि किस पर्वत पर पत्थर बन कर जन्म लेना चाहता है ?

क. विंध्याचल
ख. मैनाक
ग. गोवर्धन
घ. हिमालय।


उत्तर- गोवर्धन।


6. ‘जो खग हौं तो बसेरो करौं मिली कालिंदी कुल कदंब की डारन’ में अलंकार है

क. उपमा
ख. यमक
ग. श्लेष
घ. अनुप्रास।


उत्तर- अनुप्रास।

7. ‘कालिंदी’ किस का नाम है?

क. राधा
ख. यमुना
ग. यशोदा
घ. देवकी।


उत्तर- यमुना।

8. ‘या लकुटी अरु कामरिया पर सवैये में कवि किस क्षेत्र की प्रशंसा कर रहा है ?

क. मगध
ख. अवध
ग. मालवा
घ. ब्रज।


उत्तर- ब्रज।

9. ‘मोरपखा सिर ऊपर राखिहौं’ सवैये में किसके रूप का अनुकरण करने का वर्णन है ?

क. राधा
ख. कृष्ण
ग. शिव
घ. राम।


उत्तर- कृष्ण।

10. ‘या मुरली मुरलीधर की अधरान धरी अधरा न धरौंगी’ में अलंकार है

क. उपमा
ख. श्लेष
ग. उत्प्रेक्षा
घ. यमक।


उत्तर- यमक।

11. गोपियाँ कृष्ण की मुरली को किस कारण अपने होंठों से नहीं लगाना चाहती ?

क. जूठी होने के कारण
ख. उन्हें पसंद नहीं है।
ग. सौतिया डाह के कारण
घ. उन्हें मुरली बजानी नहीं आती।


उत्तर- सौतिया डाह के कारण।

12. गोपियाँ किस की माला गले में पहनना चाहती है ?

क. मुंज
ख. गुंज।
ग. मूंगा।
घ. हीरे की।


उत्तर- गुंज।।

13. ‘काननि दै अँगूरी रहिबो’ में कवि ने कृष्ण की किस वस्तु का प्रभाव चित्रित किया है?

क. शंख
ख. मुरली
ग. रासलीला
घ. माखनलीला।


उत्तर- मुरली।

14. गोपियाँ क्या नहीं संभाल पा रही ?

क. अपना मन
ख. कृष्ण की भेंट
ग. कृष्ण के मुख की मुसकान
घ. कृष्ण की गऊएँ।

उत्तर = कृष्ण के मुख की मुसकान।

15. गोपियों को किन की चिंता नहीं है ?

क. अपनी
ख. ब्रजवासियों की
ग. कृष्ण की
घ. राजा की।


उत्तर- ब्रजवासियों की।

16. मुरली से गोपी ईर्ष्या क्यों करती थी?

क. मुरली कृष्ण के मुँह लगी थी
ख. मुरली केवल कृष्ण की बात मानती थी
ग. मुरली उनको चिढ़ाती थी
घ. उन्हें मुरली बजानी नहीं आती थी


उत्तर- मुरली कृष्ण के मुँह लगी थी

17. ‘या मुरलीधर की अधरान धरी अधरा न धरौंगी’ इस पंक्ति से गोपी के किस मनोभाव का पता चलता है?

क. मुरली के प्रति ईर्ष्या
ख. मुरली के प्रति सौतिया डाह
ग. मुरली के प्रति शत्रुता
घ. उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं


उत्तर- उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं
मुरली के प्रति ईर्ष्या भाव सौतिया डाह एवं ईष्या का पता चलता है।

18. पक्षी बनने पर कवि कहाँ बसेरा बनाना चाहता है?

क. पेड़ पर
ख. नदी के किनारे
ग. यमुना के किनारे कदंब के पेड़ पर
घ. गोबरधन पर्वत पर


उत्तर- यमुना के किनारे कदंब के पेड़ पर

19. सिद्धियाँ कितनी मानी गई हैं?

क. आठ
ख. नौ
ग. ग्यारह
घ. सोलह


उत्तर- आठ

20. ब्रज की कॉटेदार झाड़ियों पर क्या न्योछावर किया जा सकता है?

क. घर-बार
ख. अच्छे कर्म
ग. परिवार
घ. सोने-चाँदी के महल


उत्तर- सोने-चाँदी के महल

21. गोपियों से क्या नहीं संभाला जाता?

क. कृष्ण के मुख की मधुर मुस्कान
ख. धन एवं सम्पत्ति
ग. किनारीदार साड़ी
घ. इनमें से कुछ नहीं


उत्तर- कृष्ण के मुख की मधुर मुस्कान

22. ‘काल्हि कोऊ कितनो समुझेहैं।-पंक्ति में निहित अलंकार बताइए?

क. यमक
ख. अनुप्रास
ग. रूपक
घ. श्लेष


उत्तर- अनुप्रास
‘क’ वर्ण की आवृति के कारण अनुप्रास अलंकार।

23.गोपियाँ कृष्ण की मुरली को अपने अधरों से क्यों नहीं लगाना चाहती?

क. मुरली गंदी है
ख. मुरली बजने लायक नहीं है
ग. यह मुरली को अपनी सौत समझती है
घ. उसे मुरली बजाना ही नहीं आता


उत्तर- यह मुरली को अपनी सौत समझती है

24. सखी के कहने पर गोपियाँ क्या-क्या स्वाँग करती है?

क. वह श्रीकृष्ण जैसे कपड़े पहनती है
ख. वह सिर पर मोर का पंख लगाती है
ग. गले में पूँज की माला पहनती है
घ. उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं


उत्तर- उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैंI

25. रसखान अपनी आँखों से क्या देखना चाहते हैं।

क. अपनी प्रियतमा को
ख. ब्रज के वन बाग व तड़ागों को
ग. अपने घर को
घ. प्राकृतिक सौंदर्य को


उत्तर- ब्रज के वन बाग व तड़ागों को

26. लकुटी और कामरिया पर क्या न्योछावर किया जा सकता?

क. अपना तन मन
ख. अपनी संपूर्ण पूंजी
ग. अपना गाँव
घ. तीनों लोकों का राज्य


उत्तर- तीनों लोकों का राज्य

27. रसखान ब्रज में ही क्यों बसना चाहते हैं?

क. उन्हें ब्रज की सुंदरता लुभाती है
ख. ब्रज उनकी पैतृक भूमि है
ग. ब्रज कृष्ण की लीला की भूमि है
घ. ब्रज महत्त्वपूर्ण जगह है


उत्तर- ब्रज कृष्ण की लीला की भूमि है

28. रसखान की कविता का मूल भाव क्या है?

क. शृंगार
ख. समाज कल्याण
ग. भक्ति
घ. आडंबर का विरोध करना


उत्तर- भक्तिI रसखान की कविता का मूल भाव भक्ति है।

29. निम्नलिखित में से कौन-सी रचना रसखान की नहीं है?

क. प्रेम पच्चीसी
ख. प्रेम वाटिका
ग. सुजान रसखान
घ. रसखान शातक


उत्तर- प्रेम पच्चीसी

30. रसखान का जन्म _______ को हुआ?

क. सन् 1526 में हुआ
ख. सन् 1962 में हुआ
ग. सन् 1588 में हुआ
घ. सन् 1548 में हुआ


उत्तर- सन् 1548 में हुआ

31. 'टेरि' का क्या अर्थ है?

क. टटोलना
ख. पुकारना
ग. टिकाना
घ. ठिकाना


उत्तर- पुकारना

32. 'पुरंदर' किसे कहा जाता है?

क. कुबेर
ख. यमराज
ग. इंद्र
घ. वायु


उत्तर- इंद्र

33.. कवि ने ‘कंबल’ के लिए कौन-सा शब्द प्रयोग किया है?

क. कमर
ख. कामरिया
ग. कंबलिया
घ. कामरी


उत्तर- कामरिया

34. 'तड़ाग' क्या होता है?

क. झरना
ख. समुद्र
ग. झील
घ. तालाब


उत्तर- तालाब

35. 'कलधौत के धाम' में 'कलधौत' क्या है?

क. सोना
ख. हीरा
ग. चाँदी
घ. मोती


उत्तर- सोना

36. 'मँझारन' शब्द का अर्थ है –

क. मँझधार
ख. बीच में
ग. मयान पर
घ. महलों में


उत्तर- बीच में


काव्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न



मोरपखा सिर ऊपर राखिहों गुंज की माल गरें पहिरोंगी।
ओदि पितंबर ले लकुटी बन गोधन ग्वारिन संग फिरौंगी।।
भावतो वोहि मेरी रसखानि सो तेरे कहें सब स्वांग करौंगी।
या मुरली मुरतीघर की अधरान भरी अधरा न घरौंगी।



1.गोपियों की क्या कामना है?

क. ईश्वर को प्राप्त करना
ख. श्रीकृष्ण से मिलना
ग. कृष्ण जी का स्वांग करना
घ. गाय घराना


उत्तर- ईश्वर को प्राप्त करना

2. गोपियों को क्या अच्छा लगता है?

क. पीतांबर
ख. गाएँ चराना
ग. श्रीकृष्ण जी का साथ
घ. श्रीकृष्ण की मुरली


उत्तर- श्रीकृष्ण जी का साथ

3. गोपियां कृष्ण की मुरली को अपने होठों से क्यों नहीं लगाना चाहती?

क. वह मुरली को अपनी सौत समझती है
ख. वह मुरली कृष्ण के होठों से लगी हुई है
ग. वह मुरली हरे बॉस की नहीं है
घ. तभी कथन सत्य हैं


उत्तर- वह मुरली को अपनी सौत समझती है

4. अंतिम पंक्ति में कौन-सा अलंकार है?

क. रूपक
ख. श्लेश
ग. उत्प्रेक्षा
घ. यमक


उत्तर- यमक

5. ‘मुरलीधर’ में कौन-सा समास है?

क. तत्पुरुष समास
ख. अव्ययीभाव समास
ग. बहुव्रीहि समास
घ. द्वंद्व समास


उत्तर- बहुव्रीहि समास


जय हिन्द :जय हिंदी
----------------------------

Post a Comment

2 Comments

  1. This is a very good 👍 website for practice. The Google Forms test was very interactive and helped me a lot. Thank you so much OpenClasses! I will surely spread word about this!!! 😊😊🙏🙏💖💖👌👌👏👏

    ReplyDelete
    Replies
    1. Thank you very much for these inspiring words...

      Delete