Sathi Hath Badhana class 6 | साथी हाथ बढ़ाना |

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sathi hath badhana class 6

पाठ -7

साथी हाथ बढाना
 
NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant Bhag 1 Chapter 7 | Sathi Hath Badhana | Sahir Ludhianvi



Sathi Hath Badhana class 6 Audio

ध्वनि प्रस्तुति




sathi hath badhana class 6 summary

 गीत-सार :कवि ने इस गीत में एकता,संगठन तथा परस्पर सहयोग का महत्त्व प्रकट किया है . मुसीबतों का सामना मिलकर किया जाता है . एक अकेला बोझ उठाते-उठाते थक जाता है . परस्पर सहयोग से सारी समस्याएँ हल हो जाती हैं . मिलकर कार्य करने से बड़ी-बड़ी बाधाओं को पार किया जा सकता है. हम बहुत शक्तिशाली हैं . हम परिश्रम से भी नहीं घबराते हैं .हम सब का सुख-दुःख भी एक ही है . हमारी मंजिल सच्ची और मार्ग अच्छा है . संगठन का बहुत महत्त्व है इसलिए परस्पर सहयोग और मेल-मिलाप से मनुष्य अपने भाग्य को अपने वश में कर सकता है.


सम्पूर्ण गीत

साथी हाथ बढ़ाना, साथी हाथ बढ़ाना
एक अकेला थक जाएगा मिल कर बोझ उठाना
साथी हाथ बढ़ाना.........


हम मेहनतवालों ने जब भी मिलकर क़दम बढ़ाया
सागर ने रस्ता छोड़ा पर्वत ने शीश झुकाया
फ़ौलादी हैं सीने अपने फ़ौलादी हैं बाँहें
हम चाहें तो पैदा कर दें, चट्टानों में राहें,
साथी हाथ बढ़ाना..........


मेहनत अपनी लेख की रेखा मेहनत से क्या डरना
कल ग़ैरों की ख़ातिर की अब अपनी ख़ातिर करना
अपना दुख भी एक है साथी अपना सुख भी एक
अपनी मंज़िल सच की मंज़िल अपना रस्ता नेक,
साथी हाथ बढ़ाना...........


एक से एक मिले तो कतरा बन जाता है दरिया
एक से एक मिले तो ज़र्रा बन जाता है सेहरा
एक से एक मिले तो राई बन सकता है पर्वत
एक से एक मिले तो इन्सान बस में कर ले क़िस्मत,
साथी हाथ बढ़ाना............


माटी से हम लाल निकालें मोती लाएँ जल से
जो कुछ इस दुनिया में बना है, बना हमारे बल से
कब तक मेहनत के पैरों में ये दौलत की ज़ंजीरें
हाथ बढ़ाकर छीन लो अपने सपनों की तस्वीरें,
साथी हाथ बढ़ाना.............


 NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 7 
Sathi Hath Badhana Class 6 Question Answer

 Q&A 


Sathi Hath Badhana Class 6 Question Answer

प्रश्न 1 : यह गीत किसको संबोधित है?
उत्तर : यह  गीत मज़दूरों को संबोधित है।

प्रश्न 2 :  इस गीत की किन पंक्तियों को तुम अपने आसपास की ज़िंदगी में घटते हुए देख सकते हो?
उत्तर : गीत के प्रथम चरण की पंक्तियों को हम अपने जीवन में घटित होते हुए देख सकते हैं। लेखक ने इन पंक्तियों में सब लोगों और मज़दूरों को सम्बोधित करते हुए इस प्रकार कहा है- अगर हम अपने जीवन में कंधे से कंधा मिलाकर चलें तो जीवन की हर कठिनाई मामूली प्रतीत होगी।
साथी हाथ बढ़ाना
एक अकेला थक जाएगा, मिलकर बोझ उठाना।
साथी हाथ बढ़ाना।
हम मेहनतवालों ने जब भी, मिलकर कदम बढ़ाया।
सागर ने रस्ता छोड़ा, परबत ने सीस झुकाया।
फ़ौलादी हैं सीने अपने, फ़ौलादी हैं बाँहें
हम चाहें तो चट्टानों में पैदा कर दें राहें।

प्रश्न 3  :  ‘सागर ने रस्ता छोड़ा, परबत ने सीस झुकाया’- साहिर ने ऐसा क्यों कहा है? लिखो।
उत्तर : ‘साहिर’ जी ने इन पंक्तियों के माध्यम से मनुष्यों के साहस व हिम्मत को दर्शाया है। उनके अनुसार यदि मनुष्य ने मुश्किल कार्यों को सिर्फ इसलिए छोड़ दिया होता कि वो असंभव थे, तो कभी मनुष्य ने विजय प्राप्त नहीं की होती। आज उसकी हिम्मत से ही अंसभव कार्य संभव हो सके हैं । सागर में पुलों का निर्माण, जहाज़ों का निर्माण, पर्वतों को काट कर मार्ग बनाना, चाँद पर जाना, दुर्गम स्थानों पर ट्रेनों के लिए मार्ग बनाना मनुष्य की हिम्मत, मेहनत व लगन का ही परिणाम है।

प्रश्न 4  :  गीत में सीने और बाँह को फ़ौलादी क्यों कहा गया है?
उत्तर : सीने को फ़ौलादी इसलिए कहा गया है क्योंकि सीना मनुष्य की मज़बूत इच्छाशक्ति को दिखाता है। जब वह मेहनत करता है तो सारी मुसीबत पहले इसी सीने पर लेता है और मुसीबतों को अडिग होकर सहता है। बाँहों को फ़ौलादी इसलिए कहा गया है क्योंकि इन्हीं बाँहों के सहारे वो मुश्किल से मुश्किल कार्यों को करने में सफल होता है। बाँहों के द्वारा ही उसने पहाड़ों के सीने में सुराख किए हैं और रास्ते बनाए हैं, इन्हीं बाँहों ने फ़ौलाद जैसे पहाड़ों को तोड़ दिया; जो उसकी असीम कार्यक्षमता की ओर इशारा करते हैं।


प्रश्न 5 :  इन कहावतों का अर्थ गीत की किन पंक्तियों से मिलता-जुलता है? इन दोनों कहावतों का अर्थ कहावत-कोश में देखकर समझो और वाक्य के संदर्भ में उनका प्रयोग करो।

• अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता।
• एक और एक मिलकर ग्यारह होते हैं। 


उत्तर :

अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता
साथी हाथ बढ़ाना
एक अकेला थक जाएगा, मिलकर बोझ उठाना।
साथी हाथ बढ़ाना।
हम मेहनतवालों ने जब भी, मिलकर कदम बढ़ाया
सागर ने रस्ता छोड़ा, परबत ने सीस झुकाया
फ़ौलादी हैं सीने अपने, फ़ौलादी हैं बाँहें
हम चाहें तो चट्टानों में पैदा कर दें राहें
साथी हाथ बढ़ाना।

एक और एक मिलकर ग्यारह होते हैं 

एक से एक मिले तो कतरा, बन जाता है दरिया
एक से एक मिले तो ज़र्रा, बन जाता है सेहरा
एक से एक मिले तो राई, बन सकती है परबत
एक से एक मिले तो इंसाँ, बस में कर ले किस्मत
साथी हाथ बढ़ाना।

कहावत 
अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता-अकेला व्यक्ति कठिनाई से नहीं लड़ सकता।
वाक्य- श्याम ने राम को समझाया कि अगर दोनों मिलकर परीक्षा की तैयारी करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी क्योंकि अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता।

कहावत 
एक और एक मिलकर ग्यारह होते हैं-एकजुटता में ही शक्ति होती है।
वाक्य-यदि हम सब मिलकर प्रयास करें तो इस चट्टान को काट सकते हैं क्योंकि एक और एक ग्यारह होते हैं।

प्रश्न 6  :  नीचे हाथ से संबंधित कुछ मुहावरे दिए हैं। इनके अर्थ समझो और प्रत्येक मुहावरे से वाक्य बनाओ-
(क) हाथ को हाथ न सूझना
(ख) हाथ साफ़ करना
(ग) हाथ-पैर फूलना
(घ) हाथों-हाथ लेना
(ङ) हाथ लगना

उत्तर :
(क) हाथ को हाथ न सूझना
अर्थ -  अन्धेरा होना 
वाक्य - रात को लाईट चले जाने पर हाथ को हाथ नहीं सूझ रहा था।

(ख) हाथ साफ़ करना
अर्थ - चोरी करना 
वाक्य - मेरी नज़र हटते ही चोर ने मोबाइल पर अपना हाथ साफ़ कर दिया।

(ग) हाथ–पैर फूलना
अर्थ - डर से घबरा जाना 
वाक्य - चोर के हाथ में बन्दूक देखते ही मेरे हाथ पैर फूल गए।

(घ) हाथों–हाथ लेना
अर्थ - स्वागत करना 
वाक्य - मेनका के प्रथम आने पर उसके माँ-पिताजी ने उसे हाथों–हाथ लिया।

(ङ) हाथ लगना
अर्थ - अचानक मिल जाना 
वाक्य - रास्ते में चलते-चलते मेरे हाथ सोने की चेन लग गई ।




 गीत से आगे 


प्रश्न 1. अपने आसपास तुम किसे साथी मानते हो और क्यों ? इससे मिलते-जुलते कुछ और शब्द खोजकर लिखो।

उत्तर : हमारे आसपास हम अपने माता-पिता, भाई-बहन, मित्र, सहपाठी, शिक्षक, पड़ोसी को साथी मानते हैं क्योंकि ये सभी लोग हमारी किसी न किसी रूप में सहयता करते हैं। साथी से मिलते-जुलते कुछ और शब्द हैं-सहायक, सखा, संगी, सहचर, शुभचिंतक, मित्र, मीत , दोस्त  आदि।

प्रश्न 2. ‘अपना दुख भी एक है साथी, अपना सुख भी एक'
कक्षा, मोहल्ले और गाँव/शहर के किस-किस तरह के साथियों के बीच तुम्हें इस वाक्य की सच्चाई महसूस होती है और कैसे?

उत्तर : कुछ बातों के संबंध में हम अपने साथियों से ऐसे जुड़े होते हैं कि हमारी सोच और सुख-दुख की अनुभूति एक होती है। उदाहरण के लिए जैसे- जब हमारे आस-पास या मोहल्ले में पानी-बिजली की कमी, ट्रैफिक जैसी समस्या का सामना करना होता है तो हमें लगता है जैसे हम सब का दुख एक है। वहीं दूसरी ओर कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करना, विद्यालय के लिए पदक जीतना या बड़े होकर कुछ बनने की चाह रखना। इस सब से हमें पता चलता है कि हमारा सुख भी एक ही है।

प्रश्न 3. इस गीत को तुम किस माहौल में गुनगुना सकते हो?

उत्तर : इस गीत को हम मेहनत मजदूरी करते समय, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस या किसी संगठन की स्थापना के अवसर पर, खेल खेलते खिलाड़ी में जोश लाने के लिए गा सकते हैं। वैसे तो यह गीत कभी-भी, किसी भी परिस्थिति में गुनगुनाया जा सकता है, पर विशेषकर जब सहयोग और संगठन की शक्ति बतानी हो तब यह गीत ज्यादा महत्त्व रखता है।
 
प्रश्न 4. ‘एक अकेला थक जाएगा, मिलकर बोझ उठाना’
  • तुम अपने घर में इस बात का ध्यान कैसे रख सकते हो?
  • पापा के काम और माँ के काम क्या-क्या हैं?
  • क्या वे एक-दूसरे का हाथ बँटाते हैं?

उत्तर : 
  • अपने घर के छोटे-छोटे कामों में माता-पिता का हाथ बँटा कर ध्यान रख सकते हैं।
  • पापा और माँ दोनों ही बहुत काम करते हैं। जहाँ एक ओर पापा कार्यालय जाते हैं तो दूसरी ओर माँ घर के सभी कामों को करती है और बच्चों के कई छोटे-बड़े कामों की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेती है।
  • हाँ, दोनों ही एक-दूसरे का सभी कामों में हाथ बँटाते हैं।

प्रश्न 5. यदि तुमने ‘नया दौर’ फ़िल्म देखी है तो बताओ कि यह गीत फ़िल्म में कहानी के किस मोड़ पर आता है? यदि तुमने फ़िल्म नहीं देखी है तो फ़िल्म देखो और बताओ।

उत्तर : ‘नया दौर’ फिल्म में जब कच्ची सड़क को पक्का करने के लिए सब मिल जुल कर काम करते हैं तब यह गीत सब मिल कर गाते है। यह गीत उनके काम करने में सहयोग, उत्साह और जोश उत्पन्न करता है।




Sathi Hath Badhana class 6 Grammar

भाषा की बात 



Sathi Hath Badhana class 6 Grammar

प्रश्न 1. हाथ और हस्त एक ही शब्द के दो रूप हैं। नीचे दिए गए शब्दों में हस्त और हाथ छिपे हैं। शब्दों को पढ़कर बताओ कि हाथों का इनमें क्या काम है-

हाथघड़ी हथौड़ा हस्तशिल्प  हस्तक्षेप
निहत्था हथकंडा हस्ताक्षर हथकरघा

उत्तर :

हाथघड़ी
हाथ की कलाई पर पहनी जाने वाली घड़ी है।

हथौड़ा
एक ऐसा लोहे का औज़ार है जिसे हाथ से पकड़कर किसी वस्तु पर पीटा जाता है।

हस्तशिल्प
हाथों द्वारा किया गया शिल्प का काम।

हस्तक्षेप
किसी के कामों, बात-चीत में दखल देना।

निहत्था
जिसके हाथों में किसी भी प्रकार का हथियार न हो, उसे निहत्था कहते हैं।

हथकंडा
किसी कार्य को गलत तरीके से पूरा करने को हथकंडा कहते हैं। इसमें हाथ का कार्य नहीं है।

हस्ताक्षर
हाथ से अपना नाम लिखकर किसी कार्य हेतु स्वीकृति देना।

हथकरघा
हाथ से किए जाने वाले छोटे-मोटे उद्योग धंधे, जैसे चरखा चलाना, कपड़ा बुनना, टोकरी बुनना आदि।


प्रश्न 2. इस गीत में परबत, सीस, रस्ता, इंसाँ शब्दों के प्रयोग हुए हैं। इन शब्दों के प्रचलित रूप लिखो।

उत्तर :

परबत -  पहाड़, पर्वत
सीस   -  शीश, सिर, माथा
रस्ता   -  रास्ता, पथ, मार्ग
इंसाँ   -   इंसान, मनुष्य


प्रश्न 3. “कल गैरों की खातिर की, आज अपनी खातिर करना”-
इस वाक्य को गीतकार इस प्रकार कहना चाहता है –
(तुमने) कल गैरों की खातिर (मेहनत) की, आज (तुम) अपनी खातिर करना।

इस वाक्य में ‘तुम’ कर्ता है जो गीत की पंक्ति में छंद बनाए रखने के लिए हटा दिया गया है। उपर्युक्त पंक्ति में रेखांकित शब्द ‘अपनी’ का प्रयोग कर्ता ‘तुम’ के लिए हो रहा है, इसलिए यह सर्वनाम है।

ऐसे सर्वनाम जो अपने आप के बारे में बताएँ निजवाचक सर्वनाम कहलाते हैं। (निज का अर्थ ‘अपना’ होता है।)
निजवाचक सर्वनाम के तीन प्रकार होते हैं ,जो नीचे दिए वाक्यों में रेखांकित हैं-
  • मैं अपने आप (या आप) घर चली जाऊँगी।
  • बब्बन अपना काम खुद करता है।
  • सुधा ने अपने लिए कुछ नहीं खरीदा।
अब तुम भी निजवाचक सर्वनाम के निम्नलिखित रूपों का वाक्यों में प्रयोग करो-

अपने को      अपने से      अपना
अपने पर      अपने लिए   आपस में

उत्तर :

अपने को
हमें अपने को गलत कामों से बचाना है।

अपने पर
सुरेश को अपने पर पूरा विश्वास है।

अपने से
अपने से बड़े लोगों का बात मानना चाहिए।

अपने लिए
हमें अपने लिए भी कुछ करना होगा।

अपना
रमेश इस घर को अपना ही समझो।

आपस में
आपस में झगड़े करना गलत बात है।



Sathi Hath Badhana class 6

 कुछ करने को 


प्रश्न 1. बातचीत करते समय हमारी बातें हाथ की हरकत से प्रभावशाली होकर दूसरे तक पहुँचती हैं। हाथ की हरकत से या हाथ के इशारे से भी कुछ कहा जा सकता है। नीचे लिखे हाथ के इशारे किन अवसरों पर प्रयोग होते हैं? लिखो-

  • ‘क्यों’ पूछते हाथ
  • मना करते हाथ
  • समझाते हाथ
  • बुलाते हाथ
  • आरोप लगाते हाथ
  • चेतावनी देते हाथ
  • जोश दिखाते हाथ
उत्तर :

‘क्यों’ पूछते हाथ
इस हाथ के इशारे का प्रयोग हम किसी से प्रश्न करते समय करते हैं।

‘मना करते हाथ’
जब हम किसी की बात को मना करते हैं तो हम इस हाथ के इशारे का प्रयोग करते है।

बुलाते हाथ
इस हाथ के इशारे का प्रयोग हम किसी को बुलाने के लिए करते हैं।

आरोप लगाते हाथ
इस हाथ के इशारे का प्रयोग हम किसी पर दोष डालते समय करते हैं।

जोश दिखाते हाथ
इस हाथ के इशारे का प्रयोग हम किसी भी व्यक्ति को जोश दिखाने के लिए करते हैं।

समझाते हाथ
इस हाथ के इशारे का प्रयोग हम समझाने में करते हैं।

चेतावनी देते हाथ
इस हाथ के इशारे का प्रयोग हम किसी काम के परिणाम के विषय में आगाह करते समय करते हैं।



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